वैसे भारत में जेहादी अपनी नीचता दिखाने में कभी नहीं चूकते, लेकिन जब से मोदी सरकार ने पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है भारत में छिपे पाकिस्तानी sleeper cell अपने बिलों से बाहर आने शुरू हो रहे हैं। कोई छद्दम सेक्युलरिस्ट कुछ नहीं बोल रहा है और स्थिति एकदम विपरीत होती चील-कौओं की तरह सारा विपक्ष चिल्ला रहा होता। जनता को अब समझना होगा कि पाकिस्तान, दंगाई, आतंकवाद और विपक्ष सिक्के के एक ही पहलू हैं। इन्हे ना ही हिन्दुओं की चिंता है और ना ही देश की, इन्हें बस चिंता है अपनी कुर्सी और तिजोरी की।
असम के लखीपुर में शनिवार (14 जून 2025) को काली मंदिर के पास फिर से गौमांस फेंके जाने की घटना हुई, जिससे इलाके में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ गया। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने गाय का कटा सिर मंदिर परिसर में फेंक दिया।
ये दूसरा ऐसा मामला है, क्योंकि इससे पहले धुबरी में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। लखीपुर के काली मंदिर के पास गाय का कटा हुआ सिर मिलने से स्थानीय लोग बहुत गुस्से में हैं।
🚨 BREAKING: Another Shocking Provocation in Assam! 🚨
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) June 15, 2025
After Dhubri, now cow meat has been thrown in front of a temple in Lakhipur, Goalpara. Locals allege this is the third such incident, always around Qurbani, and say large Muslim populations live nearby.
Is this a… pic.twitter.com/USaBI2fXl2
पुलिस को जैसे ही इसकी खबर मिली, वो तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और गाय का कटा हुआ सिर अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी ताकि तनाव और न बढ़े।
इस मामले में पुलिस ने 5 इस्लामी कट्टरपंथियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए इस्लामी कट्टरपंथियों के नाम हैं- बोदिर अली, हजरत अली, तारा मिया, शजामल मिया और जहाँगीर आलम।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद अपने ट्विटर (एक्स) पर इन गिरफ्तारियों की जानकारी दी।
Lakhipur Police of Goalpara District has arrested the following individuals for allegedly throwing beef near a temple in a deliberate attempt to incite communal tension post Eid-ul-Zuha:
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 15, 2025
1.Bodir Ali (57), S/o Late Jabber Ali
2.Hazarat Ali (58), S/o Riaj Uddin
3.Tara Mia (36),…
स्थानीय हिंदुओं का कहना है कि ये कोई नई बात नहीं है। पहले भी मुस्लिम चरमपंथियों ने वार्ड नंबर 10 के मंदिर परिसर में गौमांस फेंका था। उस वक्त भी लोगों ने खूब विरोध किया, तब जाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जाँच शुरू की।
इससे पहले भी शुक्रवार 13 जून 2025 के अगले दिन मुस्लिम बहुल धुबरी इलाके में एक स्थानीय हनुमान मंदिर में एक गाय का कटा हुआ सिर पाया गया। इसके बाद वहाँ भी विरोध प्रदर्शन शुरु हो गए। तनाव इतना अधिक बढ़ गया कि खुद असम के मुख्यमंत्री को वहाँ का दौरा करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वासन देते हुए आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की बात कही और सीधा गोली मारने का आदेश जारी कर दिया। हालाँकि धुबरी की घटना पर पुलिस की रातभर चली जाँच में कुल 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
अवलोकन करें:-
असम में बीते कई दिनों से मुस्लिम चरमपंथियों द्वारा हिन्दू मंदिरों को टारगेट करके बार-बार गौमांस फेंकने का प्रयास किया जा रहा है और हिन्दूओं की आस्था का मज़ाक उड़ाया जा रहा है।
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