साभार
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आजकल चर्चा में हैं। उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। बाबा साहेब के अपमान के एक मामले में राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है। आयोग ने लालू यादव से 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। उनसे पूछा गया है कि उनके खिलाफ क्यों न अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। यह नोटिस लालू यादव को उनके जन्मदिन पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर के कथित अपमान के लिए भेजा गया है। इस घटना के बाद से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर का अपमान करने के मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके जन्मदिन का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमे बाबासाहेब की एक तस्वीर उनके पैरों में दिखाई दे रही है। इस पर बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
आयोग ने लालू यादव से 15 दिन के भीतर स्पष्टीकरण माँगा है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
जाति से शुरु और जाति पर खत्म, ऐसी है लालू यादव की राजनीति
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) June 14, 2025
...लेकिन अपने जन्मदिन पर बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का किया अपमान
पूरा मामला बता रहे हैं @journoharshv pic.twitter.com/HfoMPxK8qH
पूरा मामला बुधवार (11 जून 2025) लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति उन्हें बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर भेंट करता है और लालू यादव के साथ फोटो खिंचवाता है। लेकिन इस दौरान वह तस्वीर लालू यादव के पैरों के पास रखी नजर आती है।
वीडियो के वायरल होते ही इस पर विवाद शुरू हो गया। बीजेपी ने इस मुद्दे पर लालू यादव को घेरा है, जबकि जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि जब लालू यादव की तबीयत ठीक नहीं है तो उन्हें इस तरह के आयोजनों से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की तस्वीर का सम्मान होना चाहिए था।
No comments:
Post a Comment