
मामला ईसाई धर्म से जुड़े होने के कारण #metoo, #mob lynching gang, #not in my name सभी मौन-व्रत धारण किए हैं। अगर हिन्दू बनाने के लिए किसी अन्य धर्म की किसी महिला और बच्चे की जीवन लीला को समाप्त कर दिया होता, जितने भी छद्दम धर्म-निरपेक्ष हैं, विधवा-विलाप कर आसमान सिर पर उठा लिया होता। लेकिन अब पता नहीं किसी काल कोठरी में छिपे बैठे क्या कर रहे हैं? अब कहाँ मर गयी उनकी मानवता? कहाँ है मानवाधिकार? कोई नहीं बोलेगा। क्योकि मरने वाले हिन्दू हैं किसी अन्य मजहब से नहीं। ऐसे छद्दम कब तक जनता को गुमराह करते रहेंगे?

अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरुग्राम की पत्नी रेणु व उनके बेटे ध्रुव पर महिपाल यादव धर्म परिवर्तन का दवाब डाल रहा था। दोनों ने उसकी बात नहीं मानी, तो आरोपी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार और उन पर गुस्सा करना शुरू कर दिया था। सूत्रों का दावा है कि इसी वजह से आरोपी ने रेणु और उनके बेटे ध्रुव को गुरुग्राम के सेक्टर 49 स्थित आर्केडिया मार्केट में गोली मार दी।

महिपाल पुलिस को जानकारी मिली है कि दक्षिण हरियाणा ही नहीं उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व दिल्ली में धर्म परिवर्तन के लिए एक बड़ा गैंग काम कर रहा है। इसी मामले में 21 अगस्त 2018 को नारनौल के निजामपुर रोड स्थित सांवरिया होटल में छापा मारकर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया था। इन 8 लोगों में महिपाल की महिला गुरु भी शामिल है। बाद में महिपाल के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मामूली पूछताछ करके इन आरोपियों को छोड़ दिया था।
अभी तक 2 दर्जन युवकों का धर्म परिवर्तन करवा चुका है
महिपाल सीआईडी के सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक महिपाल अभी तक 2 दर्जन से अधिक युवाओं का धर्म परिवर्तन करा चुका है। इनमें कई ऐसे हैं, जो सीआरपीएफ में है। वहीं, कुछ दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं। सीआईडी की टीम इस पूरे मामले को खंगालने में लगी लगी है।
महिपाल के गुरु और गुरु मां की तलाश कर रही है सीआईडी
महिपाल के गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश सीआईडी कर रही है। सीआईडी के सूत्रों की मानें तो 11 अगस्त 2015 को महेंद्रगढ़ जिला के नारनौल उपमंडल के गांव भूवारका में पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर छापा मारा था। पुलिस को सूचना मिली थी की गांव में इलाज का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। ग्रामीणों के हंगामे पर पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी इंद्रराज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उसे कोर्ट में पेश किया था। मौके पर ईसाई धर्म संबंधित पंपलेट भी बरामद किए थे। सीआईडी सूत्रों के अनुसार इंद्रराज सिंह के द्वारा ही महिपाल इस चक्रव्यूह में फंसा। 21 अगस्त 2018 को पुलिस ने होटल में छापा मारकर सीआरपीएफ के जवान समेत जिन 8 लोगों को हिरासत में लिया था उनकी पैरवी भी महिपाल ने गुरूग्राम से आकर की थी।
गुरु को बचाने के लिए खुलकर सामने आया था महिपाल
11 अगस्त 2015 की घटना के दौरान जब अपने गुरु को बचाने के लिए महिपाल खुलकर सामने आ गया था तो उसकी मां सरिता ने उसका विरोध किया था। महिपाल के न मानने पर, उसकी मां अपने सगे भाई के गांव कोसली में रहने के लिए चली गईं थीं। वहीं, ग्रामीणों के विरोध के बाद महिपाल अपनी पत्नी मीनू व दो लड़कियों के साथ गुरुग्राम पुलिस लाइन में रहने चला गया।
ईसाई धर्म का विरोध करने पर जज की पत्नी को देता था गाली, धुव्र को बोलता था शैतान
महिपाल की पत्नी ने बताया कि वो हर समय ईसाई धर्म का गुणगान करता था। जज की पत्नी रेणु व बेटा ध्रुव उसे ऐसा करने से रोकते थे तो वह कोठी से बाहर निकल कर उनको गालियां देता था। जज के बेटे ध्रुव को वह शैतान कहकर संबोधित करता था।(एजेंसीज इनपुट)
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