विगत कुछ महीनों में बिहार का मुजफ्फरपुर और यूपी का देवरिया शेल्टर होम वहां रहने वाली लड़कियों के यौन शोषण को लेकर चर्चा में रहा। इन मामलों ने बच्चियों की सुरक्षा को लेकर नई आशंकाओं व सवालों को जन्म दिया। अब दिल्ली से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें शेल्टर होम से 9 लड़कियां लापता हैं। इनमें से आठ की उम्र 18 से 20 साल की बताई जा रही है, जबकि एक नाबालिग है।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि लड़कियां यहां से खुद भागीं या किसी ने उन्हें अगवा किया, पर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उन्हें यहां से साजिशन भगा दिया गया हो या फिर वेश्यालयों में बेच देने के लिए शेल्टर होम संरक्षकों की मिलीभगत से उनका अपहरण किया गया हो। मामला उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित एक शेल्टर होम का है।
यहां नवंबर 30 से ही ये लड़कियां लापता हैं, जिसका खुलासा दिसम्बर 2 को अटेंडेंस लेने के दौरान हुआ।रिपोर्ट के अनुसार एक दिसंबर और दो सिसंबर के बीच की रात लड़कियों लिए बने शंकर आश्रम में छापा मारा तो वहां से 9 लड़कियां गायब मिलीं। इस पर जिम्मेदार अधिकारियों का कहना था कि उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं है कि लड़कियां कहां गईं। इसके बाद पुलिस में लड़कियों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई।
इसके बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई। मामले की शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इन 9 लड़कियों को द्वारका के एक शेल्ट होम से 04.05.2018 को यहां ट्रांसफर किया गया था। ये लड़कियां मानव तस्करी और बड़े पैमाने पर यौनशोषण की शिकार थीं। माना जा रहा है कि अवैध तरीके से वेश्यावृत्ति का धंधा चलाने लोगों ने उन्हें अगवा किया होगा। दिल्ली सरकार गृहमंत्रालय ने इस मामले में विस्तृत जांच की बात कही है। वहीं मामले में दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन ने डिप्टी सीएम को पत्र लिखकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
मामले की जांच के लिए शेल्टर होम पहुंची पुलिस को यहां रहने वाली एक लड़की ने यह भी बताया कि उनके साथ यहां दुर्व्यहार होता रहा है। ऐसे में यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवत: प्रताड़ना से बचने के लिए लड़कियां यहां से फरार हो गई हों। दिल्ली महिला आयोग (DCW) को एक स्थानीय शख्स से ऐसी ही सूचना भी मिली, पर आयोग का कहना है कि ये लड़कियां पहले भी मानव तस्करी का शिकार रही हैं और ऐसे में संभव है कि उन्हें कोठा चलाने वालों ने अगवा किया हो।
इससे पहले दिल्ली महिला आयोग को बाल कल्याण समिति-V के कुछ सदस्यों की ओर से लिखित में शिकायत मिली थी कि दिलशाद गार्डेन के शंकर आश्रम में लड़कियों के साथ बहुत बुरा बर्ताव होता है। एक घटना का जिक्र करते हुए बताया गया कि यहां आश्रम की इंचार्ज की द्वारा लड़कियों को बुरी तरह से पीटा जाता है और उन्हें कई प्रकार की यातनाएं सहनी पड़ती हैं। सदस्यों ने मांग की थी महिला आयोग में मामले में हस्तक्षेप करे। क्योंकि जेजे एक्ट 2015 के अनुसार बच्चों की पिटाई करना एक गंभीर अपराध है।
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने बताया कि इनमें से कुछ लड़कियों को आयोग ने पहले मानव तस्कर गिरोह से छुड़ाया था। उन्होंने मामले की जांच क्राइम ब्रांच से कराने और इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखने की बात भी कही। इससे पहले उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद उन्होंने दो अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि लड़कियां यहां से खुद भागीं या किसी ने उन्हें अगवा किया, पर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उन्हें यहां से साजिशन भगा दिया गया हो या फिर वेश्यालयों में बेच देने के लिए शेल्टर होम संरक्षकों की मिलीभगत से उनका अपहरण किया गया हो। मामला उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित एक शेल्टर होम का है।
यहां नवंबर 30 से ही ये लड़कियां लापता हैं, जिसका खुलासा दिसम्बर 2 को अटेंडेंस लेने के दौरान हुआ।रिपोर्ट के अनुसार एक दिसंबर और दो सिसंबर के बीच की रात लड़कियों लिए बने शंकर आश्रम में छापा मारा तो वहां से 9 लड़कियां गायब मिलीं। इस पर जिम्मेदार अधिकारियों का कहना था कि उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं है कि लड़कियां कहां गईं। इसके बाद पुलिस में लड़कियों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई।
दिल्ली के सरकारी शेल्टर होम से 9 लड़कियां गायब हो गई हैं इनमें से कुछ लड़कियां तो वह है जिनको DCW ने मानव तस्कर गिरोह से छुड़ाया था, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री @msisodia जी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए WCD के सीनियर अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है" @SwatiJaiHind
9 लड़कियां सरकारी सेल्टर होम से गायब हो गई, दिल्ली के Dy. CM @msisodia ने कार्यवाही करते हुए सीनियर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है, पुलिस कमिश्नर को तुरंत इस केस को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर करना चाहिए और जो लोग इसमे शामिल है उनको सख्त से सख्त सज़ा होनी चाहिए" @SwatiJaiHind
इससे पहले दिल्ली महिला आयोग को बाल कल्याण समिति-V के कुछ सदस्यों की ओर से लिखित में शिकायत मिली थी कि दिलशाद गार्डेन के शंकर आश्रम में लड़कियों के साथ बहुत बुरा बर्ताव होता है। एक घटना का जिक्र करते हुए बताया गया कि यहां आश्रम की इंचार्ज की द्वारा लड़कियों को बुरी तरह से पीटा जाता है और उन्हें कई प्रकार की यातनाएं सहनी पड़ती हैं। सदस्यों ने मांग की थी महिला आयोग में मामले में हस्तक्षेप करे। क्योंकि जेजे एक्ट 2015 के अनुसार बच्चों की पिटाई करना एक गंभीर अपराध है।
9 girls go missing from Shelter Home in Delhi. Dy CM @msisodia directs CS to suspend senior WCD officers on DCW Chairperson @SwatiJaiHind 's representation.
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