
आर.बी.एल.निगम,फिल्म समीक्षक
टीवी क्वीन के नाम से जानी जाने वाली एकता कपूर बॉलीवुड में भी अपना सिक्का जमा चुकी हैं। एकता कपूर को टीवी जगत में अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाना जाता है।वह किसी भी विषय पर अपनी बेबाक राय रखती हैं। हाल एकता कपूर का एक वीडियो सामने आया है। ‘एकता वीडियो में मीडिया से सेक्स के बारे में बात करते हुए नजर आ रही हैं। एकता का कहना है कि देश में इतनी बड़ी आजादी है, फिर भी लोगों को सेक्स से समस्या है।
विडियो को एक यू-ट्यूब चैनल एएनआई न्यूज ने शेयर किया है। वीडियो में एकता कहते हुए नजर आ रही हैं,”इंडिया में खाने के दांत कुछ और होते हैं और दिखाने के दांत कुछ और होते हैं। हमारे देश की इतनी बड़ी आबादी है लेकिन हमें सेक्स से बड़ी समस्या होती है। शादी के बाद भी लोगों के अफेयर होते हैं लेकिन लोग छिपाते हैं। लोग क्यों छिपाते हैं समाज के लिए।
एकता कपूर की एक नई वेब सीरीज ‘कहने को हमसफर है’ अल्ट बालाजी पर जल्द ही प्रसारित होने वाला है यह शो अवैध संबंधों पर आधारित हैं। शो में मोना सिंह, रोनित रॉय और गुरदीप कोहली भी नजर आएंगे। रोनित और गुरदीप पति-पत्नी के किरदार में नजर आएंगे तो वहीं मोना का किरदार दूसरी महिला का है। फिल्म में मोना सिंह और अपूर्व अग्निहोत्री की भी जोड़ी 12 साल के बाद एक साथ नजर आएंगी।
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कास्टिंग काउच पर एकता कपूर का नजरिया
बॉलीवुड और टीवी का जाना पहचाना नाम एकता कपूर का कहना है कि कुछ प्रभावशाली निर्माता अपनी स्थिति के दम पर नवोदित कलाकारों का फायदा उठाते हैं, लेकिन कुछ अभिनेता भी काम पाने के लिए अपनी लैंगिकता का सहारा लेते हैं. हॉलीवुड में फिल्म निर्माता हार्वे वींस्टीन के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत होने के बाद कुछ अन्य अभिनेता और फिल्म निर्माताओं का नाम आया था. इसके बाद हॉलीवुड के कई बड़े नाम उनके खिलाफ खुलकर आए थे. इसके बाद बॉलीवुड में यौन उत्पीड़न के मामलों पर आरोप-प्रत्यारोपों के बीच एकता ने यह बयान दिया.कुछ समय पूर्व, ‘मिरर नाउ’ के कार्यक्रम ‘द टाउन हॉल’ में अभिनेत्री निमरत कौर के साथ वह मौजूद थीं. कार्यक्रम की मेजबान बरखा दत्त थीं. इस दौरान एकता से पूछा गया कि क्या बॉलीवुड में भी हार्वे वींस्टीन मौजूद है और ‘मी टू’ अभियान के तहत महिलाओं को अपनी कहानी सार्वजनिक करने पर कोई फायदा होता है?
एकता ने कहा, “बॉलीवुड में हार्वे वींस्टीन मौजूद हैं, लेकिन कहानी के दूसरे पक्ष में भी इतने ही हार्वे वींस्टीन मौजूद हैं, लेकिन लोग उस दूसरे पहलू पर बात नहीं करना चाहते. हां, प्रभावशाली निर्माता हैं जो अपनी ताकत के दम पर नवोदित कलाकारों का फायदा उठाते हैं, वहीं कुछ अभिनेता और अन्य लोग ऐसे भी हैं जो काम पाने के लिए अपनी लैंगिकता का उपयोग करते हैं.”
उन्होंने कहा, “इसलिए, मैं मानती हूं कि दोषियों को ताकत के आधार पर नहीं पहचाना जाना चाहिए. यह हमेशा सत्य नहीं होता कि जो व्यक्ति शक्तिशाली नहीं है वह पीड़ित है.”
एक उदाहरण का हवाला देते हुए एकता ने कहा, “निर्माता होने के नाते निजी तौर पर जब मैं अपने पुरुष समकक्षों से बात करती हूं, तो वे बताते हैं कि उन्हें स्पष्ट यौन प्रस्ताव मिले थे. क्या वह व्यक्ति दोषी है?”
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