
तेलंगाना से आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के भाई और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को भगाने का बयान देकर जिस विवाद की शुरुआत की, उसकी आंच अब प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचती हुई दिखाई दे रही है।
हैदराबाद के चारमिनार विधानसभा क्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी पर आपत्तिजनक बयान दे डाला। उन्होंने कहा, ”चाय वाले, हमें मत छेड, चाय-चाय चिल्लाते हो, याद रखो इतना बोलूंगा-इतना मारूंगा कि कान में से खून निकलने लगेगा। उन्होंने आगे कहा कि चाय वाला हमेशा चिल्लाता रहता है, कभी नरम चाय, कभी गरम चाय, कभी चाय की चीनी, कभी चाय की चायपत्ती, जब देखो तब चाय…चाय…चाय….।
इसके साथ ही ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ पर भी हमला करते हुए कहा कि, ”आज एक और आया, वो कैसे-कैसे कपडे पहनता है, तमाशे जैसा दिखता है। किस्मत से चीफ मिनिस्टर भी बन गया, कह रहा है निजाम की तरह ओवैसी को भगाऊंगा, अरे तू क्या, तेरी हैसियत क्या, तेरी बिसात क्या, तेरे जैसे 56 आए और चले गए, अरे ओवैसी को छोड़ो, उसकी आने वाली 1000 नस्लें भी तुझसे लडेंगे। अकबरुद्दीन पहले भी हिन्दुओं के विरुद्ध बोलते रहे हैं।
क्या है मामला ?
हैदराबाद में दिसम्बर 2 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा। योगी ने कहा था कि भाजपा सत्ता में आई तो हैदराबाद से भागना पडे़गा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा था, अगर भाजपा सत्ता में आती है तो मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि ओवैसी को उसी तरह तेलंगाना से भागना पडेगा, जैसे निजाम को हैदराबाद से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
भाग्य नगर वर्तमान हैदराबाद
ओवैसी को डर है कि यदि आंध्र प्रदेश हो या तेलंगाना, यहाँ भाजपा सत्ता में आ गयी, निश्चित रूप से हमारी दुकान यानि पार्टी पर संकट के गहरे काले बादल मंडराने लगेंगे। भाग्य लक्ष्मी मन्दिर जहाँ वर्षों से घंटी नहीं बजती थी, केन्द्र में सत्ता परिवर्तन होते ही, भाग्य लक्ष्मी मन्दिर में बंधी घंटी आरती के समय बजनी आरंम्भ हो गयीं। किसी प्रधानमन्त्री के कार्यकाल में यह सम्भव नहीं हुआ, जो नरेन्द्र मोदी के प्रधानमन्त्री बनने पर ही सम्भव हो पाया, जो प्रमाणित करता है कि तुष्टिकरण की सियासत खेलने वालों के अन्तिम संस्कार की तैयारी। यही कारण है, समस्त तुष्टिकरण पुजारी एकजुट होकर मोदी को शिकस्त देने के लिए विधवा विलाप कर रहे हैं। ज्ञात हो, हैदराबाद का असली नाम भाग्य नगर है।
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