लंबे इंतज़ार के बाद प्रियंका गाँधी का सक्रीय राजनीति में पदापर्ण हो ही गया है. प्रियंका का राजनीती में आना कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी बताया जा
रहा है. कहा जा रहा है कि, प्रियंका के आने से पार्टी को और मज़बूती मिलेगी
और कई राज्यों में जनाधार खो चुकी पार्टी उठ खड़ी होगी. सूत्र तो ये तक बता
रहे हैं की प्रियंका जल्द बड़ा धमाका भी कर सकतीं हैं.
फिलहाल वो अपना राजनितिक सफर अपने भाई राहुल गाँधी की तर्ज पर सॉफ्ट हिंदुत्व कि राह पर चलकर आगे बढ़ेंगी. अपना पदभार ग्रहण करने से पहले प्रियंका कुंभ में डुबकी भी लगाएंगी. कहा तो ये भी जा रहा है कि पदभार ग्रहण करते ही प्रियंका गाँधी का भी एक मास्टरस्ट्रोक सामने आने वाला हैं. सूत्र बताते है कि प्रियंका अपने चचेरे भाई वरुण गाँधी को कांग्रेस में लाने के लिए पूरी जुगत लगा ली हैं. सिर्फ कुछ मुद्दों पर ही बातचीत बाकी है. कोंग्रेसी के अंदरूनी सूत्र तो ये तक बता रहे हैं की बहन प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को भी मना लिया है. बात सिर्फ वरुण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पुराने पारिवारिक भेदभाव भुला कर चाची मेनका को भी वापस बुलाने की कोशिशें तेज हो चुकी है. और इनको माध्यम बनाकर मेनका के प्रभाव में कुछ छोटी पार्टियों को भी एनडीए से अपनी ओर खींचने का प्रयास हो रहा है. अब यही देखना है कि औपचारिक घोषणा कब होती है.
गली-कूचे से लेकर भाजपा उच्च पदाधिकारी तक प्रियंका पर वाद-प्रतिवाद करते नज़र आते हैं, लेकिन घर में लगने वाली आग को नहीं देख रहे। .उस समय सत्ता के लालच में जनसंघ के कार्यकाल से कमर्ठ कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज कर अवसरवादियों को सिर का ताज बनाकर मस्ती में मस्त हो गए. और यही मस्ती चुनाव दिनों में संकट उत्पन्न कर रातों की नींद हराम कर देती है.
अवलोकन करें:--
खबर ये भी है कि, प्रियंका और वरुण के बीच इसको लेकर कई बार बात भी हुई
हैं. वैसे यह सब जानते है कि प्रियंका और वरुण के बीच रिश्ते हमेशा से
अच्छे रहे हैं. इसलिए ये कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी 10 फ़रवरी को लखनऊ
में होने वाले रैली वरुण गाँधी उपस्थित रहे रहेंगे. कहा जा रहा है उसी मंच
से वरुण गाँधी रैली को सम्बोधित भी करेंगे .
पिछले कई सालों से बीजेपी ने वरुण गाँधी को अलग-थलग कर दिया हैं, ना ही उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई ना ही कोई बड़ा पद दिया गया है. खुद वरुण गाँधी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इन सब के बीच वरुण का कांग्रेस में शामिल होने कि खबर काफी तेज़ हो गयी हैं. अगर प्रियंका वरुण गाँधी के गुस्से को भुनाने में कामयाब हुई तो ये कोंग्रेस के किये उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ी जीत होगी. साथ ही उत्तर प्रदेश में मर चुकी कांग्रेस अपने पैरों पर उठ खड़ी होगी.
कांग्रेस नेता के भी आपत्तिजनक बोल : BJP के पास चिकने नहीं खुरदरे चेहरे
अब कांग्रेस के नेता ने ही उनको लेकर अजीबो-गरीब प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर जवाब देते हुए मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कुछ ऐसा बोल गए, जो कि उनकी पार्टी को भी पसंद ना आए।
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, 'बीजेपी का दुर्भाग्य है कि उनकी पार्टी में खुरदरे चेहरे हैं, ऐसे चेहरे जिनको लोग नापसंद करते हैं। एक हेमा मालिनी है, उसको जगह-जगह साहित्य नृत्य कराते रहते हैं, वोट कमाने की कोशिश करते हैं। चिकने चेहरे उनके पास नहीं हैं।'
उन्होंने कहा, 'मेरे ये कहना है कि ईश्वर के प्रदत्त मानव होता है...अरे सराहना करो कि ईश्वर ने प्रियंका गांधी को इतना सुंदर बनाया है, जिससे ममत्व, स्नेह झलकता है। ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करके अपनी गरिमा कैलाश जी और बीजेपी गिरा रहे हैं।'
फिलहाल वो अपना राजनितिक सफर अपने भाई राहुल गाँधी की तर्ज पर सॉफ्ट हिंदुत्व कि राह पर चलकर आगे बढ़ेंगी. अपना पदभार ग्रहण करने से पहले प्रियंका कुंभ में डुबकी भी लगाएंगी. कहा तो ये भी जा रहा है कि पदभार ग्रहण करते ही प्रियंका गाँधी का भी एक मास्टरस्ट्रोक सामने आने वाला हैं. सूत्र बताते है कि प्रियंका अपने चचेरे भाई वरुण गाँधी को कांग्रेस में लाने के लिए पूरी जुगत लगा ली हैं. सिर्फ कुछ मुद्दों पर ही बातचीत बाकी है. कोंग्रेसी के अंदरूनी सूत्र तो ये तक बता रहे हैं की बहन प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को भी मना लिया है. बात सिर्फ वरुण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पुराने पारिवारिक भेदभाव भुला कर चाची मेनका को भी वापस बुलाने की कोशिशें तेज हो चुकी है. और इनको माध्यम बनाकर मेनका के प्रभाव में कुछ छोटी पार्टियों को भी एनडीए से अपनी ओर खींचने का प्रयास हो रहा है. अब यही देखना है कि औपचारिक घोषणा कब होती है.
गली-कूचे से लेकर भाजपा उच्च पदाधिकारी तक प्रियंका पर वाद-प्रतिवाद करते नज़र आते हैं, लेकिन घर में लगने वाली आग को नहीं देख रहे। .उस समय सत्ता के लालच में जनसंघ के कार्यकाल से कमर्ठ कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज कर अवसरवादियों को सिर का ताज बनाकर मस्ती में मस्त हो गए. और यही मस्ती चुनाव दिनों में संकट उत्पन्न कर रातों की नींद हराम कर देती है.
अवलोकन करें:--
पिछले कई सालों से बीजेपी ने वरुण गाँधी को अलग-थलग कर दिया हैं, ना ही उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई ना ही कोई बड़ा पद दिया गया है. खुद वरुण गाँधी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इन सब के बीच वरुण का कांग्रेस में शामिल होने कि खबर काफी तेज़ हो गयी हैं. अगर प्रियंका वरुण गाँधी के गुस्से को भुनाने में कामयाब हुई तो ये कोंग्रेस के किये उत्तर प्रदेश में बहुत बड़ी जीत होगी. साथ ही उत्तर प्रदेश में मर चुकी कांग्रेस अपने पैरों पर उठ खड़ी होगी.
कांग्रेस नेता के भी आपत्तिजनक बोल : BJP के पास चिकने नहीं खुरदरे चेहरे
अब कांग्रेस के नेता ने ही उनको लेकर अजीबो-गरीब प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर जवाब देते हुए मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कुछ ऐसा बोल गए, जो कि उनकी पार्टी को भी पसंद ना आए।
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, 'बीजेपी का दुर्भाग्य है कि उनकी पार्टी में खुरदरे चेहरे हैं, ऐसे चेहरे जिनको लोग नापसंद करते हैं। एक हेमा मालिनी है, उसको जगह-जगह साहित्य नृत्य कराते रहते हैं, वोट कमाने की कोशिश करते हैं। चिकने चेहरे उनके पास नहीं हैं।'
Sajjan Singh Verma, MP minister: Mera ye kehna hai ki eshwar ke pradatt manav hota hai...Arey sarahna karo ki eshwar ne Priyanka Gandhi ko itna sundar banaya hai jisse mamatva, sneh jhalakta hai. Aise shabdon ka istemal karke apni garima Kailash ji aur BJP gira rahi hai. (2/2) pic.twitter.com/YrzKzlSPTA
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