महबूबा मुफ्ती क्यों हैं मेजर रोहित शुक्ला के खिलाफ, जिसके नाम से कांपते हैं कश्मीर घाटी के आतंकी

Major Rohit Shukla
मेजर रोहित शुक्ला का आतंकियों में ऐसा खौफ है कि
वो उनके नाम से ही कांपते हैं 
कश्मीर घाटी से यूं तो अक्सर ही सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं लेकिन आपको ध्यान होगा कुछ समय पहले एक हिजबुल कमांडर की वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो मेजर रोहित शुक्ला को चैलेंज कर रहा था। उस वीडियो में वो सेना के एक मददगार युवक की पिटाई करते हुए दिखा था साथ ही वो कह रहा था कि शुक्ला को कहना कि अगर उसने अपनी मां का दूध पिया है तो सामने से आकर लड़े।
भारतीय सेना के हौंसले बुलंद हैं इस वीडियो के सामने आने के कुछ ही घंटों के भीतर मेजर रोहित शुक्ला और उनकी टीम ने टाइगर और उसके साथी को ढेर कर दिया था।
तब ये मामला खासी सुर्खियों में रहा था और लोगों ने सेना की दिलेरी की दिल खोलकर तारीफ की थी। इसके लिए मेजर शुक्ला को 'शौर्य चक्र' से सम्मानित भी किया गया था।
मेजर रोहित शुक्ला की दिलेरी के तमाम हैं किस्से
इसके अलावा मेजर रोहित शुक्ला ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ और भी ऑपरेशंस को दिलेरी के साथ अंजाम देते हुए कई आतंकियों को मारा है और मेजर शुक्ला का अब आतंकियों में ऐसा खौफ है कि उनके नाम से ही घाटी के आतंकी कांपते हैं। 

शहीद राइफलमैन औरंगजेब 44 आरआर के मेजर शुक्ला के नेतृत्व वाले क्विक एक्शन टीम के ही सदस्य थे। पिछले साल जून में ईद से एक दिन पहले आतंकियों ने रास्ते में अपहरण कर हत्या कर दी थी।
मेजर रोहित शुक्ला जो 44 राष्ट्रीय राइफल्स में मेजर पद पर तैनात हैं वो एक बार फिर चर्चाओं में हैं। उनके खिलाफ एक बार फिर कश्मीर घाटी में लामबंदी की जा रही है दरअसल आतंकियों की आंखों की किरकिरी बन चुके मेजर शुक्ला को अब वहां की राजनीतिक पार्टियां भी विलेन बनाने की नापाक कोशिशों पर अमादा हैं।
मेजर शुक्ला ने तौसीफ नाम के एक युवक से की थी पूछताछ
हाल ही में मेजर शुक्ला पर आरोप लगा कि उन्होंने शहीद राइफलमैन औरंगजेब की हत्या के सिलसिले में तौसीफ नाम के एक युवक से पूछताछ की और इस पूछताछ के दौरान मेजर शुक्ला पर तौसीफ को बेरहमी से पीटने का भी आरोप लगा। तौसीफ इस समय श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह (एसएमएचएस) अस्पताल में भर्ती है।

पीडीपी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती तौसीफ का हाल जानने अस्पताल पहुंचीं वहां महबूबा ने कहा, मेजर शुक्ला कैसा बहादुर है, जो जम्मू कश्मीर के रहने वाले लड़कों के साथ इतनी ज्यादती करता है, इसे बहादुरी नहीं कहते, उन्होंने राज्यपाल से मेजर शुक्ला के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
महबूबा मुफ्ती के बयान का समर्थन करते हुए उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक निशाना साधा है।



Visited Tawseef Wani who was allegedly beaten up by an Army Major so ruthlessly that he had to be hospitalised. The irony is that his brother serves in the Army.
महबूबा मुफ्ती द्वारा सेना के एक मेजर की आलोचना किए जाने के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि सुरक्षाबल कोई ज्यादती नहीं करते,राज्यपाल मलिक ने महबूबा मुफ्ती के बयान को एक चुनावी स्टंट बताते हुए कहा है कि महबूबा मुफ्ती इसी तरह के विवादित बयानों के बाद सत्ता में वापस आई थीं।



Governor said that nobody should take former CM statements seriously as her was breaking up and she was trying to save the party by commenting against and the country's political system.

Photo: IANS
वहीं महबूबा के बयान पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये नेता आतंकियों के मारे जाने पर तुरंत इसकी निंदा करने पहुंच जाते हैं, लेकिन ड्यूटी पर शहीद होने वाले किसी जवान के लिए इनके मुंह से सहानूभूति का एक शब्द भी नहीं निकलता। 

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