बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी बहुत सी अभिनेत्रियां रही हैं जिन्होंने फिल्मों में माँ के रुप में अपनी पहचान बनाई, उनमे निरुपा रॉय, अचला सचदेव, लीला चिटनीस, ललिता पवार, आदि के नाम प्रमुखता से लिए जा सकते हैं। इसी तरह आज हम आपको याद दिलाते हैं बॉलीवुड फिल्म दूध का कर्ज से मशहूर हुई अभिनेत्री अरुणा ईरानी के बारे में जिन्होंने इस फिल्म में जैकी श्रॉफ की माँ ( पार्वती ) का रोल किया था. यह फिल्म 1990 के दौरान रिलीज हुई थी। अरुणा ने केवल जैकी श्रॉफ नहीं कई सफल नायकों की माँ का अभिनय के चुकी हैं। अरुणा ईरानी ने नब्बे के दशक से 'बेटा' और 'राजा बाबू' जैसी फिल्मों से मां का किरदार निभाना शुरू किया. 'बेटा' के लिए उन्होंपे फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता.अरुणा ने दिलीप कुमार के साथ 1961 में फिल्म 'गंगा जमना' से बतौर बाल कलाकार अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की, उस वक्त वह सिर्फ 9 साल की थी. तभी दिलीप कुमार उनके एक्टिंग से काफी प्रभावित हुए और अरुणा की एक्टिंग कला को सराहा.

लेकिन आपको बता दें कि इस फिल्म की मशहूर अभिनेत्री आज इतना बदल चुकी है कि अब शायद उनको कोई पहचान भी नहीं पाएगा।

शुरुआत में निभाए छोटे मोटे करियर की शुरुआत में उन्होंने जहांआरा, फर्ज, उपकार जैसी फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार निभाए।
अरुणा ने टीवी सीरियल में भी कमाया नाम
![]() |
लाइफ=टाइम अचीवमेंट अवार्ड |
अरुणा ईरानी ने जितना फिल्मों में नाम कमाया है उतना ही छोटे पर्दे पर नाम कमाया है। इन्होंने साल 2001 से लेकर 2005 तक सीरियल देश में निकला होगा चांद में भी अभिनय किया है, इसके बाद वह 20 से ज्यादा टीवी सीरियल मे ंनजर आई जैसे इसके बाद 'कहानी घर घर की' (2006-2007), 'झांसी की रानी' (2009-2011), 'देखा एक ख्वाब' (2011-2012), 'परिचय' (2013-2013), 'संस्कार धरोहर अपनो की' (2013-14) जैसे कई टेलीविजन धारावाहिकों में अरुणा अहम किरदार निभा चुकी हैं. उन्होंने कई गुजराती फिल्मों में भी काम किया है. 2000 में उन्होंने धारावाहिक 'जमाना बदल गया' से छोटे पर्दे पर एक्टिंग की शुरुआत की थी. फिलहाल वह सौभाग्य लक्ष्मी धारावाहिक में नजर आ रही हैं, हैरानी की बात यह है कि अरुणा पहले से अब काफी बदल चुकी है।
फिल्म फेयर अवार्ड |
महमूद के भाई को हो गया था इनसे रोमांस

कॉमेडी किंग महमूद के साथ उनकी जोड़ी 'औलाद', 'हमजोली', 'नया जमाना' जैसी फिल्मों में खूब सराही गई. एक इंटरव्यू में अरुणा ईरानी ने माना है कि महमूद के साथ उनके संबंध थे लेकिन ये प्यार से हटकर था.

अरुणा ईरानी का बचपन का प्यार भी था. वह स्कूल में उनके लिए चॉकलेट्स लाता था, उनकी फीस भरता था. अरुणा उसे बहुत पसंद करती थीं. लेकिन अचानक वह गायब हो गया. कई साल बाद अरुणा बचपन के प्यार से मिलीं. तब वह फिल्मों में नाम बना चुकी थीं. इस प्यार से उन्हें विनोद खन्ना ने मिलवाया था और वह और कोई नहीं, विनोद खन्ना के भाई प्रमोद थे.
अरुणा ईरानी ने डायरेक्टर कुकु कोहली से 1990 में शादी की. एक फिल्म में साथ काम करने के दौरान दोनों का रोमांस हुआ था. तब अरुणा 40 की उम्र पार कर चुकी थीं और कुकु भी शादीशुदा और बाल बच्चेदार थे.
अरुणा कहती हैं कि कुकु ने अपनी पहली पत्नी को तलाक नहीं दिया है और वह हमेशा उनके साथ नहीं रहते. वैसे, उनके अपने बच्चे भी नहीं हैं. यह फैसला अरुणा ने जानबूझकर लिया. क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि अपने और बच्चे के बीच का जेनरेशन गैप दोनों की जिंदगी खराब करे.
अवलोकन करें:--
'थोड़ा रेशम लगता है', 'चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी', 'दिलबर दिल से प्यारे', 'मैं शायर तो नहीं' जैसे बॉलीवुड गीतों पर अरुणा के डांस का आज भी कोई तोड़ नहीं है.
गुलजार की क्लासिक कॉमेडी 'अंगूर' में देवेन वर्मा की पत्नी का किरदार निभाया था. 1984 में 'पेट, प्यार और पाप' के लिए उन्हें फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री अवॉर्ड मिला.
अरुणा ने नए कलाकारों की काफी मदद की. अपने करियर के दौरान अरुणा कई मराठी फिल्में भी कर चुकी हैं.
No comments:
Post a Comment