
फ्रांस, अमेरिका और ब्रिटेन ने फरवरी 27 को प्रस्ताव पेश करते हुए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद से कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के चीफ आतंकी मौलाना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाया जाए। उसकी वैश्विक यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जाए. साथ ही उसकी सभी संपत्ति फ्रीज की जाए।
ज्ञात हो, 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। मौलाना मसूद अजहर इस संगठन का मुखिया है। अब फ्रांस संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित किए गए आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर काम कर रहा है और कहा जा रहा था कि वह शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मार्च में अध्यक्षता मिलने के बाद के बाद इस प्रस्ताव को प्रतिबंध समिति के समक्ष रख सकता है।
15 राष्ट्रों वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता हर माह एक देश से दूसरे देश के हाथ में जाती है और एक मार्च को इसकी अध्यक्षता इक्वेटोरियल गुयाना से फ्रांस के पास चली जाएगी। सूत्रों ने बताया कि वीटो प्राप्त शक्तियों के साथ परिषद का स्थायी सदस्य फ्रांस इस प्रस्ताव (अजहर को प्रतिबंधित करने के) पर काम कर रहा है और यह बहुत जल्द तैयार कर लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि फ्रांस की अध्यक्षता में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के खिलाफ तैयार किए जा रहे इस प्रस्ताव को संभवत: प्रतिबंध समिति के समक्ष भी लाया जाएगा।
अवलोकन करें:-
No comments:
Post a Comment