आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में की गई एयर स्ट्राइक पर बसपा प्रमुख मायावती ने मार्च 4 को बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट किया, 'पीएम श्री मोदी का रैलियों में कहना है कि पाक के साथ लड़ाई में राफेल विमान बहुत काम आ सकता था. ऐसी बात थी तो पिछले 5 वर्षों के इनके शासन में एक भी राफेल विमान क्यों नहीं भारतीय बेड़े में शामिल किया गया? बीजेपी द्वारा भी देश की रक्षा व सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों?
2 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि देश लड़ाकू विमान राफेल की कमी महसूस कर रहा है और अगर भारत के पास ये लड़ाकू विमान होते तो कुछ और ही बात होती. उन्होंने कहा था, ‘‘राफेल पर स्वार्थनीति और अब राजनीति के कारण देश का बहुत नुकसान हुआ. राफेल की कमी आज देश ने महसूस की है. आज हिंदुस्तान एक स्वर में कह रहा है कि अगर हमारे पास राफेल होता, तो क्या होता?’’
आज विपक्ष राफेल को लेकर मोदी और मोदी सरकार पर किस मुँह से हमला कर रही है, उसके आने में देरी का कारण भी विपक्ष ही है। तुष्टिकरण के पुजारी आतंकवाद पर लगाम लगाने में पूर्णरूप से असफल रहे। मोदी सरकार द्वारा आतंकवाद पर हो रहे प्रहार को देख, विपक्ष ने आतंकवाद के विरुद्ध जो कार्यवाही की, उसे मगरमछी आँसू ही कहा जा सकता है। इन्हे आतंकवादियों की चिन्ता है, लेकिन उन निर्दोषों की चिन्ता नहीं, जो आतंकवादी हमले के कारण अकाल मृत्यु का ग्रास बन रहे थे। आतंकवाद पर होते प्रहार से विपक्ष का भावुक होना लाज़मी है, क्योंकि बेगुनाहों की लाशों पर मालपुए खाने के दिन लद रहे हैं। आतंकवाद पर होते कठोर प्रहार से विपक्ष क्यों परेशान हो रहा है, बल्कि देशहित में इनका कर्तव्य बनता है कि मोदी सरकार को कहे "आतंकवाद ने बहुत भारत की धरती लहूलुहान कर दी, जितनी जल्दी हो आतंकवादियों, उनके सरगनाओं, भारत में इनके समर्थकों और पनाह देने वालों को नेस्ताबूत करो।" परन्तु इनको प्यारी है कुर्सी, प्यारी है सियासत के नाम से खोली गयी दुकान की, जनता की नहीं। विपक्ष राष्ट्र को जवाब दे कि "उन्हें भारत में आतंकवाद हमले में बेगुनाहों की लाशें प्यारी है या आतंकवाद का खात्मा?"
पीएम श्री मोदी का रैलियों में कहना है कि पाक के साथ लड़ाई में राफेल विमान बहुत काम आ सकता था। ऐसी बात थी तो पिछले 5 वर्षों के इनके शासन में एक भी राफेल विमान क्यों नहीं भारतीय बेड़े में शामिल किया गया? बीजेपी द्वारा भी देश की रक्षा व सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों?
PoK में 300 आतंकवादी मारे या पेड़ गिराए: पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख से गले मिलने वाले कांग्रेसी नवजोत सिंह सिद्धू की विवादित टिप्पणी
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारतीय वायुसेना की ओर से जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर विवादित टिप्पणी की है. मार्च 4 को उन्होंने ट्वीट करके सवाल किया, 'पीओके में 300 आतंकी मारे गए, हां या ना? उन्होंने लिखा कि एयर स्ट्राइक का मकसद क्या था? क्या आपने आतंकी मारे या पेड़ गिराये? क्या यह चुनावी हथकंडा है?' उन्होंने कहा कि सेना का राजनीतिकरण करना बंद किया जाए.
वहीं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी मार्च 4 को इस मुद्दे पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंतरराष्ट्रीय मीडिया की उन रिपोर्ट पर जवाब देना चाहिए, जिनमें यह कहा गया कि भारतीय वायुसेना की बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक में शायद ही कोई मारा गया. उन्होंने कहा, 'मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि क्या अंतरराष्ट्रीय मीडिया पाकिस्तान के समर्थन में है? जब भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया पाकिस्तान के खिलाफ बोलती है तो आप खुश होते हैं. क्या जब वे सवाल पूछते हैं तो क्या वे पाकिस्तान का समर्थन कर रहे होते हैं?'
300 terrorist dead, Yes or No?
What was the purpose then? Were you uprooting terrorist or trees? Was it an election gimmick?
Deceit possesses our land in guise of fighting a foreign enemy.
Stop politicising the army, it is as sacred as the state.
ऊंची दुकान फीका पकवान| pic.twitter.com/HiPILADIuW
What was the purpose then? Were you uprooting terrorist or trees? Was it an election gimmick?
Deceit possesses our land in guise of fighting a foreign enemy.
Stop politicising the army, it is as sacred as the state.
ऊंची दुकान फीका पकवान| pic.twitter.com/HiPILADIuW
वायुसेना प्रमुख ने सोमवार को इस एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर हम कोई लक्ष्य साधते हैं, तो हम उसे तबाह कर देते हैं. अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान इस एयर स्ट्राइक पर प्रतिक्रिया क्यों देते. अगर हम लोगों ने जंगलों पर बम गिराये होते तो इमरान खान प्रतिक्रिया क्यों देते.
चोट आतंकियों को लगी, चीख कांग्रेस की निकल रही : नकवी
पाकिस्तान के बालाकोट आतंकी अड्डे पर वायुसेना की कार्रवाई को लेकर सियासी घटनाक्रम में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को आरोप लगाया कि चोट आतंकवादियों एवं उनके प्रायोजकों पर लगी है, चीख कांग्रेस एवं उनके साथियों की निकल रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता नकवी ने कहा कि आज जब देश अपने सुरक्षा बलों के शौर्य एवं पराक्रम को सलाम कर रहा है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय सुरक्षा पर मजबूत राष्ट्रवादी इच्छा शक्ति का स्वागत कर रहा है, ऐसे समय में कांग्रेस एवं उसके कुछ साथी इस आतंकवाद विरोधी अभियान पर पलीता लगाने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘चोट आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों पर लगी है, चीख कांग्रेस एवं उनके साथियों की निकल रही है. ये इत्तेफाक है या जुगलबंदी.. यह तो वक्त ही बताएगा.’’ नकवी ने जोर दिया कि एक तरफ पाकिस्तान सबूत मांग रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस एवं उसके कुछ साथी भी उसकी ही भाषा बोल रहे हैं.
अवलोकन करें:-
No comments:
Post a Comment