आर.बी.एल. निगम, वरिष्ठ पत्रकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मार्च 4 को बोलने में चूक हो गई और वह भूल से केरल के कोच्चि को पाकिस्तान का 'कराची' बोल गए लेकिन तत्काल उन्होंने यह कहते हुए अपनी गलती सुधारी कि इन दिनों उनके दिमाग में पाकिस्तान ही रहता है। ‘आयुष्मान भारत योजना’ की खूबियों की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि इससे जामनगर के निवासियों को देश में कहीं भी इलाज कराने की सुविधा मिली, ऐसे में वह चाहे ‘कोलकाता’ हो या ‘कराची’। लेकिन उसी वक्त उन्होंने इसमें सुधार करते हुए कहा कि उनका मतलब कोच्चि था न कि कराची।
उन्होंने तुरत बात संभाली और कहा, ‘कराची नहीं, कोच्चि। आजकल मेरे दिमाग में पड़ोसी देश का ही ख्याल रहता है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन वह (पाकिस्तान में हवाई हमला) भी जरूरी था। क्या वह किया जाना चाहिए था या नहीं?’ इस पर भीड़ ने ‘हां’ में जवाब दिया। मोदी यहां गुरू गोविंद सिंह अस्पताल में 750 बिस्तरों वाले एनेक्सी भवन का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने सभा में कहा, ‘आयुष्मान भारत के तहत यदि जामनगर का कोई बाशिंदा भोपाल गया हो और वहां बीमार पड़ जाए तो उसे इलाज के लिए जामनगर लौटने की जरूरत नहीं है। यदि वह अपना (आयुष्मान भारत) लाभार्थी कार्ड दिखाता है तो उसे कोलकाता और यहां तक कि कराची में भी मुफ्त उपचार मिलेगा।’
पीएम मोदी ने सोमवार को उनके उस बयान पर सवाल खड़े करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि राफेल लड़ाकू विमान होने से पाकिस्तान के साथ 27 फरवरी को विमानों के बीच लड़ाई के दौरान आईएएफ को अधिक मारक क्षमता मिल जाती। मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चुप नहीं बैठेगा और आतंकवाद की जड़ पाकिस्तान में है और इसका जड़ से इलाज किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा था कि अगर राफेल समय पर मिल जाता तो (27 फरवरी को डॉगफाइट (विमानों के बीच लड़ाई) के दौरान) स्थिति अलग होती, लेकिन उन्होंने (विपक्ष) कहा कि मोदी हमारी वायु सेना के हवाई हमले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।’ प्रधानमन्त्री ने कहा, ‘कृपया समझदारी का इस्तेमाल करें, मैंने कहा था कि अगर (विमानों के बीच लड़ाई) के दौरान हमारे पास राफेल होता, तो न हमारा कोई विमान गिरता और न उनका कोई विमान बचता।’
पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर 26 फरवरी को किए गए हवाई हमले का सबूत मांगने वाले विपक्षी पार्टी के नेताओं के बयानों पर नाराजगी जाहिर करते हुए मोदी ने कहा कि उनका उद्देश्य आतंकवाद को खत्म करना है, जबकि विपक्ष का उद्देश्य मोदी को हटाना है।
भारत का विपक्ष पाकिस्तान के प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की सुर्खी बनने के लिए देश अहित की बात कर सेना का मनोबल तोड़ रहा है। विपक्ष की बातों पर पाकिस्तान हम पर हँस रहा है। उन्होंने पूछा "जब मुंबई में 26/11 और अन्य राज्यों में इतने आतंकी हमले होने पर नई दिल्ली में बैठी सरकार ने क्यों नहीं आतंकवाद का मुँह कुचला? लेकिन अपने वोट बैंक को देख, कोई कार्यवाही नहीं की।"
उन्होंने आगे कहा कि "मुझे कुर्सी नहीं देश की चिन्ता है।"
अवलोकन करें:-
उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद की बीमारी की जड़ पड़ोसी देश में है, क्या हमें इस बीमारी का इलाज जड़ से नहीं करना चाहिए।’ मोदी ने कहा, ‘अगर भारत को तबाह करने की मंशा रखने वालों के सरगना बाहर हैं, तो यह देश शांत नहीं बैठेगा।’
No comments:
Post a Comment