
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
सभी प्रत्याशियों की ओर से अब तक चुनाव का जो खर्च बताया गया है, उसके मुताबिक चुनाव में सबसे ज्यादा खर्च बीजेपी के प्रत्याशी वी.के सिंह ने किया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से खर्च का जो लेखा-जोखा चुनाव एजेंट प्रदीप कुमार ने जारी किया। वी. के. सिंह ने कुल 23,64,218 रुपये का खर्च दिखाया है। वहीं, गठबंधन प्रत्याशी सुरेश बंसल का खर्च दूसरे नंबर पर है।
लोकसभा के पहले चरण का मतदान जारी है। पहले चरण में वोटिंग में 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। आज जिन 91 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें अधिकतर में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो चुका है। पहले चरण में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, उत्तराखंड, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और तेलंगाना की सभी लोकसभा सीटों के लिए मतदान जारी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों (सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और नोएडा) और बिहार की 4 सीटों (औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई), असम की 5 और महाराष्ट्र की 7, ओडिशा की 4 और पश्चिम बंगाल की 2 सीटों के लिये मतदान हो रहा है।
चुनाव के लिए गाजियाबाद में खर्च किए जा रहे हैं 53,45,407 रुपए
ऐसे में गाजियाबाद के प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने चुनावी खर्च का ब्यौरा निर्वाचन विभाग को दे दिया है। सभी प्रत्याशियों की ओर से अब तक चुनाव का जो खर्च बताया गया है, उसके मुताबिक चुनाव में सबसे ज्यादा खर्च बीजेपी के प्रत्याशी वी.के सिंह ने किया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से खर्च का जो लेखा-जोखा चुनाव एजेंट प्रदीप कुमार ने जारी किया। वी. के. सिंह ने कुल 23,64,218 रुपये का खर्च दिखाया है। वहीं, गठबंधन प्रत्याशी सुरेश बंसल का खर्च दूसरे नंबर पर है। बंसल के चुनाव एजेंट अमित गर्ग ने उनका कुल चुनावी खर्च 15,54,314 रुपये दिखाया है। वहीं, कांग्रेस की उम्मीदवार डॉली शर्मा ने सबसे कम खर्च किया है। उनके एजेंट रजनीकांत शर्मा ने चुनावी खर्च 14,26,875 रुपये दिखाया है। यदि देखा जाए तो इस बार गाजियाबाद में चुनाव में कुल 53,45,407 रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
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खर्च का ब्यौरा ना देने पर, चुनाव लड़ने पर आयोग ने लगाई रोक
लोकसभा चुनाव में खर्च का ब्यौरा ना देने पर निर्वाचन आयोग ने गोंडा जिसे के एक निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। जिला निर्वाचन अधिकारी को आदेश का अनुपालन कराने के निर्देश दिए हैं। जिले के भदवा सोमवंशी गांव निवासी अंबिका दत्त वर्मा ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। मेहनौन विधानसभा चुनाव में पराजित होने के साथ ही उनकी जमानत भी जब्त हो गई थी। निर्वाचन आयोग निर्देशानुसार सभी उम्मीदवारों से चुनाव में हुए खर्च का ब्योरा जमा करने का निर्देश दिया गया था लेकिन, अंबिका ने सूचना उपलब्ध नहीं कराई। राज्य निर्वाचन आयोग ने उनके 9 अप्रैल 2021 तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन आयोग का आदेश मिला है, अनुपालन कराया जाएगा।
नोएडा में पोलिंग बूथ पर नमो फ़ूड पैकेट
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण का मतदान (11 अप्रैल 2019) के दौरान एक बड़ा विवाद सामने आया है। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र के नोएडा सेक्टर 15A पोलिंग बूथ पर फूड पैकेट्स मिले जिस पर नमो लिखा हुआ मिला। इन पैकेट्स को बूथ के भीतर पहुंचाया गया। वहां मौजूद लोगों पोलिंग बूथ पर नमो फूड पैकेट्स पहुंचाए जाने का विरोध किया और आरोप लगाया कि यह मॉडल कोड और कंडक्ट का उल्लंघन है।
इस पर गौतमबुद्धनगर के सीनियर एसपी वैभव कृष्णा ने कहा कि नमो फूड पैकेट को लेकर गलत सूचना फैलाई गई। उन्होंने इनकार किया कि सेक्टर 15ए बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और पुलिस को किसी राजनीतिक दल द्वारा पूड पैकेट दिया गया था। एसपी ने कहा ये फूड पैकेट्स नमो फूट कॉर्नर नाम की एक दुकान लाया गया ना कि किसी राजनीतिक पार्टी से।
कृष्णा ने कहा, गलत जानकारियां फैलाई गई हैं कि एक राजनीतिक पार्टी ने कुछ पुलिसकर्मियों को भोजन के पैकेट्स बांटे हैं। यह बिल्कुल गलत है। कुछ फूड पैकेट्स नमो फूड शॉप से लाए गए और ना कि राजनीतिक दल से लिए गए। कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर अफवाह फैला रही हैं। कोई आधिकारिक ऑर्डर नहीं है किसी खास फूड आउटलेट से फूड लेना है।
अतिरिक्त चीफ चुनाव अधिकारी बीआर तिवारी ने इस मामले में कहा कि हमें मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए जानकारी मिली है। यह बहुत पुरानी दुकान है। करीब 10 साल पुरानी है। उसका ब्रांड नाम है। इसे मीडिया में एक अलग तरीके से उजागर किया गया है।
गौतमबुद्धनगर, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का संसदीय क्षेत्र है। इस लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के महेश शर्मा के कांग्रेस अरविंद कुमार और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के सतवीर नागर चुनाव लड़ रहे हैं।(एजेंसीज इनपुट्स सहित)

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण का मतदान (11 अप्रैल 2019) के दौरान एक बड़ा विवाद सामने आया है। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र के नोएडा सेक्टर 15A पोलिंग बूथ पर फूड पैकेट्स मिले जिस पर नमो लिखा हुआ मिला। इन पैकेट्स को बूथ के भीतर पहुंचाया गया। वहां मौजूद लोगों पोलिंग बूथ पर नमो फूड पैकेट्स पहुंचाए जाने का विरोध किया और आरोप लगाया कि यह मॉडल कोड और कंडक्ट का उल्लंघन है।
इस पर गौतमबुद्धनगर के सीनियर एसपी वैभव कृष्णा ने कहा कि नमो फूड पैकेट को लेकर गलत सूचना फैलाई गई। उन्होंने इनकार किया कि सेक्टर 15ए बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और पुलिस को किसी राजनीतिक दल द्वारा पूड पैकेट दिया गया था। एसपी ने कहा ये फूड पैकेट्स नमो फूट कॉर्नर नाम की एक दुकान लाया गया ना कि किसी राजनीतिक पार्टी से।
कृष्णा ने कहा, गलत जानकारियां फैलाई गई हैं कि एक राजनीतिक पार्टी ने कुछ पुलिसकर्मियों को भोजन के पैकेट्स बांटे हैं। यह बिल्कुल गलत है। कुछ फूड पैकेट्स नमो फूड शॉप से लाए गए और ना कि राजनीतिक दल से लिए गए। कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर अफवाह फैला रही हैं। कोई आधिकारिक ऑर्डर नहीं है किसी खास फूड आउटलेट से फूड लेना है।
अतिरिक्त चीफ चुनाव अधिकारी बीआर तिवारी ने इस मामले में कहा कि हमें मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए जानकारी मिली है। यह बहुत पुरानी दुकान है। करीब 10 साल पुरानी है। उसका ब्रांड नाम है। इसे मीडिया में एक अलग तरीके से उजागर किया गया है।
गौतमबुद्धनगर, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का संसदीय क्षेत्र है। इस लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के महेश शर्मा के कांग्रेस अरविंद कुमार और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के सतवीर नागर चुनाव लड़ रहे हैं।(एजेंसीज इनपुट्स सहित)
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