रमजान में पाकिस्तान की एक ही चाहत, मोदी सरकार की न हो वापसी


आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
भारत का यह लोकसभा चुनाव कई मामलों में खास है। संभवतः यह पहला चुनाव है, जिसमें महंगाई मुद्दा नहीं है। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का असर है कि देश में महंगाई एकदम निचले स्तर पर है। यह आश्यर्यजनक है क्योंकि इससे पहले हर चुनाव में महंगाई बड़ा मुद्दा रहा है और कई बार तो इसके चलते सरकारें बदल चुकी हैं। दूसरी ओर मोदी सरकार की वजह से पाकिस्तान की ऐसी हालत हो गई है कि वहां रोजमर्रा की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। पाकिस्तान महंगाई से कराह रहा है और वहां के लोगों को खाने के लाले पर रहे हैं। आइए नजर डालते हैं भारत और पाकिस्तान में जरूरी सामानों की कीमतों पर—
  पाक    भारत
दूध        180    55
टमाटर    60      16.80
प्याज     70       16
हरी मिर्च  280     80
लहसन  160       90
चीनी    70         32
करेला   220       25
अरहर दाल    180    110
चना दाल      130    90
(कीमतें प्रति किलो और प्रति लीटर में)
मोदी सरकार ने जैसे ही पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना तो पाकिस्तान भूखे मरने को मजबूर हो गया है। टमाटर जहां 300 रुपये प्रति किलो तक बिके, वहीं दूध 180 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया। रमजान के महीने में पाकिस्तान की एक ही चाहत है कि किसी भी प्रकार भारत में मोदी सरकार की वापसी न हो।
मोदी को पद से हटाने के लिए पाकिस्तान से मिली कांग्रेस! पाकिस्तानी वेबसाइट कर रहे कांग्रेस का प्रचार
शायद इसी कारण पाकिस्तान के उर्दू अखबार की वेबसाइट जंग डॉट कॉम डॉट पीके पर कांग्रेस पार्टी का विज्ञापन चल रहा है। अखबार का होम पेज खोलते ही सबसे पहले यह विज्ञापन नजर आता है। अंग्रेजी में दिए गए इस विज्ञापन में 22 लाख सरकारी पदों पर भर्तियां करने का दावा किया गया है। यही वादा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हर चुनावी सभा में कर रहे हैं। पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में भी यह दावा किया गया है। पाकिस्तानी अखबार की वेबसाइट पर बंजे का निशान और अब होगा न्याय का स्लोगन भी लिखा है। मंगलवार रात यह विज्ञापन वेबसाइट पर दिखा, लेकिन थोड़ी देर बाद गायब हो गया। अब सवाल यह है कि चुनावी मौसम में पाकिस्तानी मीडिया कांग्रेस का प्रचार क्यों कर रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अक्सर कांग्रेस पार्टी पर पाकिस्तान के साथ मिले होने का आरोप लगाते हैं।
पाक की इच्छा, दोबारा पीएम न बनें मोदी
पीएम मोदी की कूटनीति का नतीजा है कि पाकिस्तान को आज खाने के लिए लाले पड़े हैं। पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी ने पाक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसे अलग-थलग कर दिया कि चीन जैसा मित्र देश भी उसकी मदद नहीं कर पा रहा। पाकिस्तान मना रहा है कि नरेन्द्र मोदी दोबारा भारत के प्रधानमंत्री नहीं बनें। कांग्रेस भी यही चाहती है, इसलिए पाकिस्तान उसकी मदद कर रहा है।

No comments: