
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ फिल्म समीक्षक
जब कभी मुस्लिम सम्बन्धित किसी भी बात पर चर्चा होती है, तुरन्त #metoo, #not in my name, #moblynching, #award vapsi, #intolerance आदि गैंग के जनविरोधी विधवा-विलाप शुरू करने लगते हैं, ये लोग स्वयं इतने संकुचित मानसिकता के हैं, उसी संकुचित मानसिकता में मुस्लिम जनमानस को भी रख अपनी तिजोरियाँ भरने में व्यस्त हो जाते हैं, और मुस्लिम जनमानस को भ्रमित करते हैं।
वरिष्ठ गीतकार जावेद अख्तर ने मई 2 को कहा कि वह बुर्के पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ नहीं हैं बशर्ते कि यह रोक राजस्थान में जारी महिलाओं की घूंघट प्रथा पर भी लगनी चाहिए। हालांकि, गीतकार ने शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। बता दें कि श्रीलंका में आत्मघाती हमले के बाद शिवसेना ने भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। जावेद अख्तर ने बाद में कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
जावेद अख्तर ने कहा, 'यदि आप बुर्का पहनने पर रोक लगाने के लिए कानून लाना चाहते हैं तो इस पर मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि राजस्थान में अंतिम चरण के चुनाव से पहले सरकार को वहां घूंघट प्रथा पर भी रोक की घोषणा करनी चाहिए। घूंघट और बुर्का दोनों पर रोक लगने से मुझे खुशी होगी।' अख्तर ने कहा,'कुछ लोग मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने कहा है कि हो सकता है कि श्रीलंका में बुर्के पर प्रतिबंध सुरक्षा कारणों से लगाया गया हो लेकिन वास्तव में यह महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी है। चेहरे को नकाब अथवा घूंघट से ढंकने पर रोक लगनी चाहिए।'
इस मामले पर अपनी बात रखते हुए गीतकार ने कहा, 'भाइयों, मुझे बुर्के के बारे में कम जानकारी है क्योंकि मेरे घर में कामकाजी महिलाएं थीं इसलिए मैंने अपने घर में बुर्के का प्रचलन नहीं देखा।' उन्होंने आगे कहा, 'इराक एक बहुत ही कट्टर देश है लेकिन वहां महिलाएं अपना चेहरा नहीं ढंकतीं। श्रीलंका में जो नया आदेश आया है वह भी चेहरे को ढकने की मनाही करता है।'
शिवसेना ने कहा-बुर्के पर लगे प्रतिबंध
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में बुर्के पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि 'रावण के लंका में यदि बुर्के पर प्रतिबंध लग सकता है तो राम की अयोध्या में इस पर रोक कब लगेगी।' शिवसेना नेता संजय राउत ने अपनी पार्टी के रुख को साफ करते हुए कहा कि इस मांग के जरिए शिवसेना का मकसद किसी समुदाय विशेष की भावनाओं को आहत करना नहीं है। यह कोई धार्मिक मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला रहा है। बुर्का हटाने की बात इस्लाम विरोधी नहीं है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में बुर्के पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि 'रावण के लंका में यदि बुर्के पर प्रतिबंध लग सकता है तो राम की अयोध्या में इस पर रोक कब लगेगी।' शिवसेना नेता संजय राउत ने अपनी पार्टी के रुख को साफ करते हुए कहा कि इस मांग के जरिए शिवसेना का मकसद किसी समुदाय विशेष की भावनाओं को आहत करना नहीं है। यह कोई धार्मिक मुद्दा नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला रहा है। बुर्का हटाने की बात इस्लाम विरोधी नहीं है।
श्रीलंका में चेहरा ढंकने पर लगी है रोक
श्रीलंका में इस्टर संडे हमले के बाद मुस्लिम महिलाओं के चेहरा ढंकने पर रोक लग गई है। इस आपात कानूनों के तहत लागू किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इससे आतंक विरोधी कार्रवाई के दौरान लोगों की पहचान करने में सहूलियत मिलेगी। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि चेहरा न ढंकने का फरमान थोड़े समय के लिए है। लेकिन मुस्लिम समुदाय का मानना है कि अगर यह रोक लंबे समय तक रही तो उनके समुदाय इसके खिलाफ असंतोष पैदा हो सकता है। बता दें कि गत 21 अप्रैल को श्रीलंका के होटलों एवं चर्चों में हुए आत्मघाती हमलों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
श्रीलंका में इस्टर संडे हमले के बाद मुस्लिम महिलाओं के चेहरा ढंकने पर रोक लग गई है। इस आपात कानूनों के तहत लागू किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इससे आतंक विरोधी कार्रवाई के दौरान लोगों की पहचान करने में सहूलियत मिलेगी। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि चेहरा न ढंकने का फरमान थोड़े समय के लिए है। लेकिन मुस्लिम समुदाय का मानना है कि अगर यह रोक लंबे समय तक रही तो उनके समुदाय इसके खिलाफ असंतोष पैदा हो सकता है। बता दें कि गत 21 अप्रैल को श्रीलंका के होटलों एवं चर्चों में हुए आत्मघाती हमलों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
अवलोकन करें:-
श्रीलंका हमले के बाद केरल में पकड़े गए हैं आईएस के संदिग्ध
श्रीलंका में हमलों के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रियास अबूबकर को आतंकवादी साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कासरगोड में तीन संदिग्धों के घरों पर भी छापेमारी की गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि अबूबकर और उसके साथी प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने के लिए भारत छोड़कर गए थे। छापे के दौरान जांच एजेंसी ने उनके पास से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, मलयालम व अरबी में लिखी डायरियों के साथ-साथ जाकिर नाइक के भाषण वाली कई डीवीडी व उसकी किताबें जब्त कीं।
श्रीलंका में हमलों के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रियास अबूबकर को आतंकवादी साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कासरगोड में तीन संदिग्धों के घरों पर भी छापेमारी की गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि अबूबकर और उसके साथी प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने के लिए भारत छोड़कर गए थे। छापे के दौरान जांच एजेंसी ने उनके पास से कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, मलयालम व अरबी में लिखी डायरियों के साथ-साथ जाकिर नाइक के भाषण वाली कई डीवीडी व उसकी किताबें जब्त कीं।
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