
जम्मू और कश्मीर की कानून-व्यवस्था से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्थानीय पुलिस, सीआरपीएफ और आर्मी इंटेलीजेंस की मदद भी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई, बीते वर्षों में हुई कार्रवाई से बिल्कुल अलग होगी! कार्रवाई को सफल बनाने के लिए सुरक्षाबलों की ज्वाइंट टीम ने ऐसे अराजक तत्वों की पहचान करना शुरू कर दिया है, जो घाटी के नौजवानों को पत्थरबाजी के लिए उकसाते हैं! इस अभियान के अंतर्गत उन लोगों की भी पहचान करने की कवायद जारी है, जो पत्थरबाजी करनेवाले नौजवानों तक आर्थिक मदद पहुंचाते हैं! उन्होंने बताया कि, पत्थरबाजों के सरगनाओं की पहचान पूरी होते ही उनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी !
पत्थरबाजों ने पकड ली है कानून की कमजोर नस
घाटी की कानून-व्यवस्था से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घाटी में बेहद सोची-समझी साजिश के अंतर्गत पत्थरबाजी की वारदातों को अंजाम दिलाया जाता है। दरअसल, आतंकियों के हमदर्द और पत्थरबाजों के सरगना यह जानते हैं कि भारतीय कानून में नाबालिगों के कडी सजा देने का प्रावधान नहीं है! उन्हें यह भी मालूम है कि सुरक्षा बल स्कूल और कालेज के छात्रों के प्रति सहानुभूति वाला नजरिया रखते हैं! इन्हीं दोनों बातों का फायदा पत्थरबाजों के सरगना बाखूबी उठा रहे हैं! यही, वजह है कि बीते दिनों घाटी में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं में या तो 15 से 16 साल के किशोर थे या फिर स्कूल और कालेज में पढने वाले छात्र! यही वजह है कि पत्थरबाजी के दौरान सुरक्षा बल किसी तरह की कार्रवाई से हिचकते रहे, जिसका फायदा उठाकर आतंकी मौके से फरार में सफल हो गए!
खास रणनीति के अंतर्गत होगी पत्थरबाजों पर कार्रवाई
सुरक्षाबल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि, अभी तक कार्रवाई के नाम पर नाबालिग पत्थरबाजों को हिरासत में लेने के बाद हिदायत के साथ छोड दिया जाता था। वहीं, बालिग पत्थरबाजों पर ज्यादा से ज्यादा अशांति फैलाने का मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाती थी, जिसमें पत्थरबाजों को बेहद आसानी से जमानत मिल जाती थी! जिसके बाद, ये पत्थरबाज एक बार फिर आतंकियों का सुरक्षा कवच बनकर सड़कों पर उतर आते थे। इस बार, यह फैसला किया गया है कि उन लोगों पर पहले नकेल कसी जाए जो पत्थरबाजों को पत्थरबाजी के लिए उकसाते हैं और पकड़े जाने पर उनकी जमानत के लिए धन उपलब्ध कराते हैं! सुरक्षाबल की संयुक्त टीम इन लोगों के पहचान करने की कवायद में जुटी हुई है !
Jammu and Kashmir: Stones pelted at security forces near Jamia Masjid in Srinagar; and posters supporting terrorist Zakir Musa and UN designated terrorist Masood Azhar seen in the area.
जल्द शुरू होगी पत्थरबाजों के हमदर्दों की गिरफ्तारी
सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, इस बार हम कोई भी कदम जल्दबाजी में नहीं उठाना चाहते हैं! हर संदिग्ध शख्स के खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। जिससे गिरफ्तारी के बाद उसे वाजिब सजा दिलाई जा सके! उन्होंने बताया कि घाटी में अलग-अलग पत्थरबाज को पकड़ने से बेहतर है कि उस शख्स को गिरफ्तार किया जाए, जिनसे पत्थरबाजों और आतंकियों के हमदर्दों को ऑक्सीजन मिल रही है! उन्होंने कहा कि जल्द ही सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम घाटी में दिखना शुरू हो जाएगा! सुरक्षाबलों के इस कदम से घाटी में अमन के साथ रहने वाले लोगों को भी सुकून मिलेगा!
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