
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि भारत से हारने के बाद पाकिस्तान में मातम न मना हो। भारत से हारने क्रिकेट टीम को जनता ही नहीं सरकार की तरफ से भी आलोचना झेलनी पड़ती है। क्योकि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले किसी भी मैच को केवल एक खेल भावना की बजाए युद्ध से कम नहीं आंका जाता। भारत से हारने के बाद पाकिस्तान पहुँचने पर खिलाडियों को एयरपोर्ट से पुलिस की सुरक्षा में उनके घर तक पहुँचाया जाता है। और अब तो कोर्ट में ही केस दायर हो गया। पाकिस्तान टीम की सबसे बुरी हालत भारत से ही हारने पर होती है, विश्व की किसी अन्य टीम से हारने पर नहीं। जो इस बात को दर्शाता है कि पाकिस्तान में इंडो-पाक को किस नजरिए से देखा जाता है। बल्कि इस बार तो क्रिकेटर से प्रधानमंत्री बने इमरान खान ने मैच से पूर्व एक नहीं पांच ट्वीट किए।
इस याचिका में हार के बाद निराश फैन ने टीम के सभी सदस्यों और साथ ही चयन समिति के सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
समा न्यूज चैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ता, जिसका नाम सामने नहीं आया है, वह पाकिस्तानी क्रिकेट टीम और इंजमाम-उल-हक के नेतृत्व वाली चयन समिति पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा है। याचिका के जवाब में, पंजाब प्रांत के गुजरांवाला सिविल कोर्ट में जज ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अधिकारियों को तलब कर दिया है।
इस बीच, जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के आधार पर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की गवर्निंग बॉडी को लाहौर में जून 19 को एक बैठक के दौरान टीम प्रबंधन में बड़े बदलाव करने के लिए कहा गया है। करीबी सूत्रों के अनुसार कोच मिकी आर्थर और कुछ चयनकर्ताओं सहित कई सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखाया जाना तय है।
अवलोकन करें:-
जो भी टीम इस मुकाबले में हारेगी उसका विश्व कप अभियान वहीं समाप्त हो जाएगा। इस मुकाबले से पहले पाकिस्तानी टीम के पास चार दिन का समय है। ऐसे में सरफराज अहमद टीम को दोबारा एकजुट लाकर जीत की पटरी पर लाना चाहेंगे और ये टीम के पास आखिरी मौका होगा। इसलिए इस मैच में दोनों टीमें एड़ी चोटी का जोर लगाती हुई नजर आएंगी।
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