पुलिस मन्दिर को क्षति पहुँचाने और घर में घुसकर हिन्दु महिलाओं को पीटने वालों को कब गिरफ्तार करेगी ?

Communal tension in Delhi
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
अभी तक पुरानी दिल्ली में हिन्दू, मुस्लिम भाई चारा, गंगा जमुनी रवायत की बात करने वाले खामोश है, रात को 10:00 बजे के बाद लगभग 500 मुसलमानों ने किसी छोटी लॉ एंड ऑर्डर की घटना पर हौज काजी थाने लाल कुआँ, चावड़ी बाजार मेट्रो के समीप  का घेराव किया ताकि पुलिस भी थाने से नहीं निकल सके फिर दूसरे लगभग  500 मुसलमानों ने उस निःसहाय्य  परिवार को घृणित रूप से अपमानित कर मारा पीटा,  जिसने सिर्फ अपनी हलवाई की दुकान के आगे एक मुस्लिम को गाड़ी खड़ी करने के लिए मना किया था, वो कौन मुसलमान था जिसकी एक कॉल पर लगभग 1000 मुसलमान तुरंत इकट्ठे  हो गए  और 100 साल पुराने मंदिर को इस शांति प्रिय मज़हब के अनुयायिओं, गुंडों व् कारकूनो ने तहस नहस कर दिया,  अब घटना के तथ्य:-
 प्राचीन श्री दुर्गा मंदिर, गली दुर्गा मंदिर , बाजार लाल कुआँ, पुरानी दिल्ली में कुछ मुसलमानों ने जून 30 की रात को मूर्तियों को खंडित किया। सारे झगडे की जड़ जबरदस्ती किसी की दुकान के आगे गाड़ी खड़े करने के कारण हुआ। ज्वलंत प्रश्न यह है कि जब हलवाई संजीव गुप्ता ने अपनी दुकान के आगे गाड़ी खड़ा करने से मना किया तो क्या गुंडों को बुलाकर मंदिर पर हमला करोगे? हिन्दुओं के घरों में घुसकर औरतों को मारोगे ? कहाँ है #mob lynching,  #not in my name, #award vapsi, #intolerance आदि गैंग?  और जिस हरकत पर इतना हंगामा परपा है, इससे केवल हिन्दू ही नहीं मुस्लिम भी बहुत दुखी हैं। लेकिन कभी किसी मस्जिद अथवा दरगाह को तोड़ने की हिम्मत नहीं हुई। लेकिन हिन्दुओं के मंदिरों को क्षति पहुंचा सकते हैं, आखिर कौन हैं ये साम्प्रदायिक तत्व, जिन्होंने मंदिर को इतनी क्षति पहुंचाई? इतनी हिम्मत केवल हिन्दुओं के ही विरुद्ध कर सकते हैं। नारा-ओ-तकबीर, अल्ला-ओ-अकबर लगाने वाले कौन लोग हैं? 
अभी तक किसी न्यूज़ चैनल ने इसे कवर नहीं किया है, क्योकि पीड़ित हिन्दू है।
आज सुबह (जुलाई 2)क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी मौके का दौरा कर पुलिस से जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने को कहा है। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्द्धधन ने इलाके का दौरा कर चांदनी चौक के लाल कुंआ स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर में शीष नवाया और कहा कि तोड़फोड़ की घटना से उन्‍हें पीड़ा हुई है। उन्‍होंने यह भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्‍होंने हौज काजी थाने में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात का जायजा भी लिया और कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय वारदात को रोकने के लिए भारी संख्‍या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। उन्‍होंने असामाजिक तत्त्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए तो लोगों से शांति व धैर्य बनाए रखने की अपील भी की।


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आज सुबह चांदनी चौक के लाल कुंआ स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर के दर्शन किये।मंदिर में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं से हुई तोड़फोड़ से मन व्यथित हुआ है।मैंने स्थानीय लोगों से बात कर मामले की पूरी जानकारी ली और उन्हें आश्वस्त किया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। @BJP4Delhi @DelhiPolice

आज सुबह लगभग 11 बजे विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष अलोक कुमार ने घटना स्थल पर जाकर क्षतिग्रस्त मन्दिर को देखने उपरान्त वहां उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते कहा कि "हमने पुलिस को पीड़ित संजीव गुप्ता को गुनहगारों की दफाओं में बंद किये जाने का विरोध करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने और 4 दिनों के अन्दर मंदिर को क्षति पहुँचाने वाले, माजिस लगाने वाले, घर में घुसकर हिन्दू महिलाओं के साथ मार-पिटाई करने वालों को गिरफ्तार कर जेल में डाले, अन्यथा पांचवां दिन हमारा होगा .... अब जो अपराधी छिपे भाग रहे हैं, इतने ही हिम्मत वाले हैं तो सामने क्यों नहीं आते? पुलिस को हर हाल में उन्हें गिरफ्तार कर जेलों में डालना होगा। दिल्ली पुलिस ने अपने खर्चे से मंदिर बनवाने की बात को मानने से इंकार करते हुए आगे कहा कि जब तक अपराधियों को सजा नहीं हो जाती, मंदिर नहीं बनेगा और जब बनेगा तो हिन्दुओं के धन से, सरकारी पैसे से नहीं।" बाद में कुछ स्थानीय लोगों ने अलोक से कहा कि "हम भाईचारे से रहना चाहते हैं।" जिसका उन्होंने माइक से जवाब दिया कि "पहले अपराधियों को गिरफ्तार करवाओ तभी समझा जायेगा कि  भाईचारे की बात सही है अन्यथा बेकार है।" अलोक ने कहा कि "दूसरी सियासी पार्टी के कहने पर निर्दोष संजीव गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस को हरहाल में उसे बाइज्जत रिहा करना होगा। "
विश्‍व हिन्‍दू परिषद (व‍िहिप) ने इसे मंदिर को निशाना बनाने की साजिश करार दिया तो यह भी कहा कि शरारती तत्‍वों का इरादा इलाके में जनसांख्यिकी बदलाव का है, जहां हिन्दू समुदाय के लोग सीमित संख्‍या में रह गए हैं। हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए विहिप ने आरोप लगाया कि वे (हमलावर) चाहते हैं कि हिन्दू समुदाय के लोग, जो सीमित संख्‍या में यहां रह गए हैं, वे वहां से अपनी दुकानें और घर छोड़कर चले जाएं और इसलिए उन्‍हें डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। रामजन्मभूमि मंदिर को लेकर होते नितरोज के दंगों के ही कारण पुरानी दिल्ली हिन्दुओं से लगभग खाली ही हो गयी है। 
चर्चा है कि भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कुछ लोग अन्दर खाने मुसलमानों से नारे लगवा रहे हैं कि "हमें दंगा नहीं रोजगार चाहिए" इस षड्यंत्र में शामिल लोग उस समय कहाँ थे 'जब नारा ए तकबीर अल्ला हो अकबर' लगाकर हौज़ काज़ी थाने को घेरा गया और पुलिस के वहां पहुँचने के रास्ते बंद हिन्दुओं का दमन किया जा रहा था।     
इस बीच, एआईएमआईएम के नेता व हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने अपने ट्वीट में कहा कि किसी भी पूजास्‍थल या श्रद्धालुओं पर हमला इस देश की विविधता पर हमला है। इस तरह के तोड़फोड़ की हर घटना निंदनीय है। उन्‍होंने निर्धारित समय सीमा के भीतर दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
Attack on any place of worship or worshippers is an attack on the very pluralism & diversity of our dear country.

This act of vandalism is highly condemnable & I demand that the culprits be prosecuted & convicted in a time-bound manner https://twitter.com/iamrana/status/1145919870095073281 
वहीं, फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती डॉ. मुकर्रम अहमद ने एक संदेश जारी कर मुस्लिम समाज के लोगों से मंदिर निर्माण में सहयोग देने की अपील की। उन्‍होंने यह भी कहा कि पुरानी दिल्‍ली गंगा-यमुना संस्‍कृति की जीती-जागती मिसाल है और यहां मामले आपस में बैठकर सुलझा लिए जाते हैं। झड़प व पथराव को कुछ शरारती तत्‍वों की साजिश करार देते हुए उन्‍होंने यह भी कहा कि इस जगह पुरानी गंगा-यमुना तहजीब वाली संस्‍कृति को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि दोनों समुदायों के लोग आगे आएं।
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प्राचीन श्री दुर्गा मंदिर, गली दुर्गा मंदिर , बाजार लाल कुआँ, पुरानी दिल्ली में कुछ मुसलमानों ने जून 30 की रात को मूर्...



फतेहपुरी इमाम पर वहां की जनता का कहना है कि "हिम्मत है तो मस्जिद से अपराधियों को पुलिस के हवाले किये जाने का हुक्म दें, गंगा-यमुना संस्कृति की बातें कर दोषियों को बचाने की कोशिश है। कानून को धोखा देने की कोशिश की जा रही है। इमाम की नसीयत उस वक्त कहाँ थी जब नारा ओ तकबीर अल्ला हो अकबर लग रहा था। ये दोगली नीति कब तक? इमाम बताये हिन्दुओं का क्या कसूर है? हमें ही पीटो और हमें ही शिक्षा, अब इसे दोगलापन नहीं कहा जाये तो क्या कहा जाये।" 

2 comments:

Rajesh said...

Maro madharchod Pakistani Randi ka baccha Musalman atankwadi ko

Rajesh said...

Sare Musalman atankwadi Randi ka baccha hai