आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस समय पाकिस्तान को आगे कुआँ, पीछे खाई दिख रही है। अगर बौखलाहट में आतंक का सहारा लेता है, तो ब्लैकलिस्ट होता है, जिसका सीधे-सीधे तौर पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, कोई देश फूटी कौड़ी नहीं देखा, वैसे भी अमेरिका जाकर प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया है कि "पाकिस्तान में 40 आतंकवादी संगठन और 40,000 आतंकवादी सक्रीय हैं।" दूसरे, जिस तरह भारत से युद्ध की बात कर रहे हैं, उस स्थिति में पाकिस्तान खुद ही मौत को नेवता दे देगा। क्योकि अब मोदी सरकार युद्ध जीती जमीन किसी भी दबाव में वापस नहीं करेगी। दूसरे अर्थों में यह भी कहा जा सकता है कि पाकिस्तान की हालत खरबूजे और चाकू वाली हों गयी है। चाकू खरबूजे पर गिरे या खरबूजा चाकू पर कटना खरबूजे ने ही है। क्योकि एक-दो को छोड़कर लगभग सभी देश इसे भारत का आंतरिक मामला बता रहे हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन न मिलता देख, पाकिस्तान ने अपना वहीं पुराना नापाक रास्ता इख्तियार कर लिया है। खबर है कि पाकिस्तान सरकार आतंकियों की मदद कर भारत में जिहाद छेड़ने के लिए भड़का रही है। पाक अधिकृत कश्मीर के एक वीडियो में पाकिस्तान के ये नापाक इरादे जाहिर हो गए हैं, जिसमें आतंकी एकजुट होकर भारत के खिलाफ किसी बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री बनने से पहले से ही इमरान खान एक नए पाकिस्तान की बात बोलते आ रहे हैं, इसलिए अपनी ही बात को चरितार्थ करने के लिए पाकिस्तान हित में आतंकवादी गतिविधियों को बंद करने के लिए फौज पर लगाम लगाने की जरुरत है। इसके बदले अगर फौज के बगावत करने के कारण, उनकी सरकार जाती है, कुर्बान होने दें, विश्व में उदाहरण बन प्रधानमंत्री पद से कहीं अधिक चमकते रहेंगे।
फिर भारत में पाकिस्तान समर्थकों को यहाँ की जनता सबक सीखा ही रही है। इनके भरोसे इतिहास में कलंकित न हो। कम्युनिस्टों की क्या स्थिति है, मालूम होनी चाहिए। इतना ही नहीं, कांग्रेस और ममता की भी लगभग वैसी ही स्थिति है।
जिहाद छेड़ने की धमकी
पाकिस्तान हिज्बुल मुजाहिद्दीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल जैसे आतंकी संगठन, जिसका सरगना सैयद सलाउद्दीन है उसकी मदद कर कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की फिराक में है। पीओके के मुजफ्फराबाद में अगस्त 15 को हिज्बुल मुजाहिद्दीन के खालिद सैफुल्लाह और नेब अमीर प्रेस क्लब के सामने विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। विरोध प्रदर्शन के दौरान ये आतंकी भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के नारे भी लगा रहे थे। सैयद सलाउद्दीन ने इस दौरान कहा, ‘शब्दों से ज्यादा वार कारगर होता है। मेरे दोस्तों, हम सभी जिहाद के लिए तैयार हैं।’ वहीं सैफुल्लाह ने कहा कि हम सभी आपके साथ हैं। इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसे पीओके में सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
शायद मिट जाए पाकिस्तान का वजूद
सैफुल्लाह को शायद इस बात का इल्म है कि भारत के साथ अगर पाकिस्तान जंग करता है, तो उसका वजूद खत्म भी हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘शायद हो कि पाकिस्तान का वजूद खतरे में पढ़ जाए। इसके बावजूद मुस्लिमों का अस्तित्व कायम रहेगा, क्योंकि विश्व में कई मुस्लिम देश मौजूद हैं। लेकिन भारत एक है और हिन्दुत्व को हम विश्व के नक्शे से मिटा देंगे।’ बता दें कि पाकिस्तान में इस तरह के विरोध प्रदर्शन और रैलियां इन दिनों आम हो गई हैं। इन प्रदर्शनों में कई आतंकी भी शामिल होते हैं, लेकिन सरकार का समर्थन होने के कारण ये बैखोफ नजर आते हैं।
दरअसल, पाकिस्तान को अब कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में पाकिस्तान, आतंकियों के सहारे जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने की फिराक में है। हालांकि, भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में मोर्चा संभाला हुआ है। सेना हर मुमकिन खतरे के लिए तैयार है।
भारत से युद्ध छिड़ सकता है : इमरान खान
पाकिस्तान ने जाने-अनजाने पहली बार कुबूल कर लिया है कि भारत ने बालाकोट में भीषण हवाई हमला किया था। बौखलाए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास ठोस जानकारी है कि भारत बालाकोट पर हुए भयावह हवाई हमले से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है। कश्मीर के ताजा हालात से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए वह ऐसा करने वाला है। मेरा मोदी को यही संदेश है कि अगर वह कार्रवाई करेंगे तो हम भी मुनासिब जवाब देंगे।
गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में बुधवार को इमरान खान ने कथित विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारत अब पुलवामा के बाद किए हवाई हमले से भी खतरनाक योजना बना रहा है। वह कश्मीर (गुलाम कश्मीर) में कुछ कार्रवाई कर सकता है। इस आधार पर हम राष्ट्रीय सुरक्षा कमेटी की दो बैठकें कर चुके हैं।’ इमरान ने धमकाते हुए कहा, ‘हम हर ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। आप जो भी करेंगे हम उसका जवाब देंगे। अगर आप हमको सबक सिखाने की सोच रहे हैं तो ध्यान से सुनें, अब हम आपको सबक सिखाएंगे।’
इमरान ने कहा कि अगर अब पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध छिड़ा तो इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय जिम्मेदार होगा। खान ने दावा किया कि विश्व की मुस्लिम आबादी समेत पूरी दुनिया इस समय संयुक्त राष्ट्र की ओर देख रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के सितंबर में होने वाले वार्षिक सत्र का हवाला देते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने यह प्रपंच रचा है। भारत के आंतरिक मामले को लेकर पाकिस्तान ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक भी बुलाने की मांग की है।
इमरान खान ने पहली बार भारत से युद्ध छिड़ने की बात की है। पिछले हफ्ते भी पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए इमरान खान ने धमकी दी थी कि जम्मू और कश्मीर में पुलवामा जैसे और हमले हो सकते हैं। तब भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कहा था कि पाकिस्तान बिना बात के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने बिगड़े हुए हालात दिखाने की कोशिश कर रहा है। जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसा नहीं सोचता।
अनुच्छेद 370 हटाकर मोदी ने की गलती
उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ की नफरत भरी विचारधारा से सिर्फ कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे पाकिस्तान में फैलेगी। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर मोदी सरकार ने राजनीतिक गलती की है। इसके लिए भारत को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। पाकिस्तान ने अपना आजादी दिवस मनाते हुए ‘कश्मीरियों से एकजुटता दिवस’ मनाया। इस मौके पर इमरान ने कहा,’मैं मानता हूं मोदी ने सामरिक गलती कर दी है। यह मोदी और उनकी भाजपा सरकार को बहुत महंगा पड़ेगा।’
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान ने कहा, ‘मैं कश्मीर के मुद्दे को आगे तक लेकर जाऊंगा। मैं कश्मीर की आवाज बनूंगा, कश्मीर का दूत बनूंगा।’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन की ओर ध्यान खींचना मुश्किल था। लेकिन अब मोदी की एक गलती से कश्मीर का मुद्दा स्पॉटलाइट यानी वैश्विक मीडिया की नजरों में आ गया है। मोदी ने असल में इस विवाद का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में मदद की है। क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने भारतीय स्वतंत्रता दिवस को बतौर काला दिवस मनाने की तैयारी की है।
अवलोकन करें:-
पाकिस्तान के आजादी दिवस पर ट्विटर पर संदेश जारी कर सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि कश्मीर पर कोई समझौता नहीं हो सकता है। कश्मीर की हकीकत को ना तो 1947 के अवैध दस्तावेज से बदला जा सकता था और ना ही अभी या भविष्य में कोई कार्रवाई करके ही बदला जा सकता है। जनरल बाजवा ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना जम्मू और कश्मीर के लिए जान लगा देगी। सेना कश्मीर के लिए अपने राष्ट्रीय दायित्व को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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