आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर इतने दिनों तक चली कवायत, बिल्कुल कोल्हू के उस बैल समान सिद्ध हुई, जो सुबह से लेकर शाम तक चक्कर काटता रहता है, लेकिन जब देखते हैं कि कितना चला, वहीँ का वहीँ। ठीक वही स्थिति कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर नतीजा सामने आया। दूसरे अर्थों में यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस गाँधी परिवार के बाहर निकल ही नहीं सकती। अब इसे परिवार की गुलामी कहा जाए या कुछ और? जब परिवार से ही अध्यक्ष बनाना था, फिर बाहर अध्यक्ष ढूंढने का ड्रामा क्यों?
सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया है। करीब 12 घंटे तक चली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में ये फैसला लिया गया है। CWC की बैठक में राहुल गांधी से अध्यक्ष बने रहने की अपील की गई, लेकिन राहुल गांधी इसके लिए तैयार नहीं हुए। फिर पांच समितियां बनाईं गईं और दोबारा रात करीब 8:30 बजे CWC की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया गया। राहुल गांधी के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस में अध्यक्ष पद खाली था और पार्टी ने एक बार फिर अपने सबसे भरोसेमंद नेता सोनिया गांधी पर भरोसा जताया है।
सोनिया गांधी के पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसे लेकर हमला बोला. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर पार्टी के भीतर वंशवाद को लेकर जमकर हमला बोला और 7 सेकंड का एक वीडियो ट्वीट किया। अमित मालवीय ने 7 सेकंड के इस वीडियो में 2017 में आई फिल्म 'इंदु सरकार' का एक डॉयलाग शेयर किया। इसमें पार्टी को नेहरू-गांधी परिवार के बीच सिमटे रहने को लेकर निशाना साधा गया है। इस ड्रामे से कांग्रेस ने सिद्ध कर वर्तमान पार्टी गाँधी परिवार की गुलाम बने रहना चाहती है, इस परिवार के बाहर किसी अन्य के विषय में सोंच नहीं सकती। जो पार्टी को उभरने नहीं देगी।
CWC ने सोनिया गांधी को चुना कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष
कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर इतने दिनों तक चली कवायत, बिल्कुल कोल्हू के उस बैल समान सिद्ध हुई, जो सुबह से लेकर शाम तक चक्कर काटता रहता है, लेकिन जब देखते हैं कि कितना चला, वहीँ का वहीँ। ठीक वही स्थिति कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर नतीजा सामने आया। दूसरे अर्थों में यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस गाँधी परिवार के बाहर निकल ही नहीं सकती। अब इसे परिवार की गुलामी कहा जाए या कुछ और? जब परिवार से ही अध्यक्ष बनाना था, फिर बाहर अध्यक्ष ढूंढने का ड्रामा क्यों?
सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया है। करीब 12 घंटे तक चली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में ये फैसला लिया गया है। CWC की बैठक में राहुल गांधी से अध्यक्ष बने रहने की अपील की गई, लेकिन राहुल गांधी इसके लिए तैयार नहीं हुए। फिर पांच समितियां बनाईं गईं और दोबारा रात करीब 8:30 बजे CWC की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास किया गया। राहुल गांधी के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस में अध्यक्ष पद खाली था और पार्टी ने एक बार फिर अपने सबसे भरोसेमंद नेता सोनिया गांधी पर भरोसा जताया है।
सोनिया गांधी के पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसे लेकर हमला बोला. बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर पार्टी के भीतर वंशवाद को लेकर जमकर हमला बोला और 7 सेकंड का एक वीडियो ट्वीट किया। अमित मालवीय ने 7 सेकंड के इस वीडियो में 2017 में आई फिल्म 'इंदु सरकार' का एक डॉयलाग शेयर किया। इसमें पार्टी को नेहरू-गांधी परिवार के बीच सिमटे रहने को लेकर निशाना साधा गया है। इस ड्रामे से कांग्रेस ने सिद्ध कर वर्तमान पार्टी गाँधी परिवार की गुलाम बने रहना चाहती है, इस परिवार के बाहर किसी अन्य के विषय में सोंच नहीं सकती। जो पार्टी को उभरने नहीं देगी।
कांग्रेस कार्यसमिति की लगभग 11 घंटों तक चली बैठक के पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष को लेकर व्यापक चर्चा हुई। सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किए गए. पहला, कांग्रेस कार्यसमिति ने राहुल गांधी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उनका धन्यवाद दिया। उन्होंने हर क्षण पार्टी की सेवा की। समाज के हर वर्ग की आवाज बनकर उभरे। राहुल गांधी ने देश में भय और हिंसा के वातावरण के खिलाफ निरंतर आवाज उठाई। पार्टी को नई ऊर्जा और नई दिशा दी। एक निर्णायक लड़ाई लड़ी। कार्यसमिति ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा कि उनका सहयोग पार्टी को मिलता रहेगा।To Congress with love... pic.twitter.com/GMXrIBpwaZ— Amit Malviya (@amitmalviya) August 10, 2019
CWC ने सोनिया गांधी को चुना कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष
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