दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में वीआईपी कल्चर पर लगाम

arvind kejriwal
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
डीटीसी बसों में महिलाओं को फ्री राइड के तोहफे के बाद केजरीवाल सरकार एक और अहम फैसला किया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया कि अब सरकारी अस्पतालों में किसी भी वीआईपी शख्स को प्राइवेट रूम नहीं दिया जाएगा। सरकार की नजर में सभी मरीज एक जैसे है न तो कोई खास है और न ही आम। दिल्ली के अस्पतालों में सभी नागरिकों को एक जैसा इलाज मिलेगा जिसकी गुणवत्ता और बेहतर की जाएगी। 
दिल्ली सरकार अस्पतालों में 13, 899 बेड्स का इजाफा कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सुविधा हासिल हो सके। यह मौजूदा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अभूतपूर्व कदम है। सभी अस्पातालों को पूरी तरह वातानुकूलित बनाया जाएगा जिसमें विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
 


दिल्ली के सीएम ने कहा कि 2015 में जब उनकी सरकार काबिज हुई तो उनका एक ही लक्ष्य था कि आम जनता की बेहतरी के लिए क्या किया जा सकता है। पिछले चार वर्ष में आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक से बढ़कर एक फैसले किए जिसमें बिजली बिल में कटौती, पानी के बिल में माफी, शिक्षा में सुधार और मोहल्ला क्लीनिक शामिल था। इस सरकार का मकसद है कि आम लोगों को महसूस हो सके कि एक ऐसी सरकार है जो लोगों की भावनाओं को समझती है। लेकिन बीजेपी और कांग्रेस का कहना है कि केजरीवाल सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम रही है। अब जब चुनावी साल आ रहा है तो सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था को बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है । 

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