UNHRC में भारत की पाकिस्तान को दो टूक- कश्मीर आंतरिक मसला, हस्तक्षेप स्वीकार नहीं

Pakistan's to hand over dossier to UNHRC, mention rahul Gandhi tweet on Kashmir जिनेवा: पाकिस्तान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में  कश्मीर का मसला उठाते हुए इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की। अब भारत की तरफ से पाकिस्तान को जवाब दिया गया है। यूएनएचआरसी में जम्मू-कश्मीर पर बयान देते हुए सचिव (ईस्ट) एमईए, विजय ठाकुर सिंह ने कहा, 'मेरी सरकार सामाजिक-आर्थिक समानता और न्याय को बढ़ावा देने के लिए प्रगतिशील नीतियों को अपनाकर सकारात्मक कार्रवाई कर रही है।' 
उन्होंने कहा, 'हाल के विधायी उपायों के परिणामस्वरूप प्रगतिशील नीतियां अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हमारे नागरिकों के लिए पूरी तरह से लागू होंगी। यह लिंग भेदभाव को समाप्त करेगा, किशोर अधिकारों की बेहतर रक्षा करेगा और शिक्षा, सूचना और काम के अधिकारों को लागू करेगा।' 
उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला है। पाकिस्तान झूठ की फैक्ट्री चलाता है। कश्मीर में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं। कश्मीर में सीमापार से आतंकी हमले का खतरा है।' 
विजय ठाकुर सिंह ने कहा, 'एक प्रतिनिधिमंडल ने मेरे देश के खिलाफ झूठे आरोपों और मनगढ़ंत आरोपों की आपत्तिजनक बयानबाजी के साथ रनिंग कमेंट्री की है। दुनिया को पता है कि यह आख्यान वैश्विक आतंकवाद के केंद्र से आता है, जहां आतंकियों को वर्षों तक शरण दी गई। हम इस बात को दोहराना चाहते हैं कि यह संप्रभु निर्णय, संसद द्वारा पारित अन्य कानूनों की तरह, भारत के लिए पूरी तरह से आंतरिक है। कोई भी देश अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप स्वीकार नहीं कर सकता, निश्चित रूप से भारत भी नहीं।'

पाकिस्तान ने कश्मीर में स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42 वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि शीर्ष मानवाधिकार निकाय को मुद्दे को लेकर अपनी निष्क्रियता से विश्व मंच पर शर्मसार नहीं होना चाहिए।

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