दिल्ली वक्फ बोर्ड ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के लापता छात्र नजीब अहमद की माँ को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद और उसके भाई को नौकरी देने के तुरंत बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। कपिल मिश्रा ने केजरीवाल से पूछा है कि राज्य सरकार लापता हुए अन्य छात्रों के परिवार को मुआवजा क्यों नहीं दे रही है?
ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में कपिल मिश्रा ने दावा किया कि दिल्ली सरकार ने लापता जेएनयू छात्र नजीब अहमद के परिवार को 5 लाख रुपए और उनके भाई को सरकारी नौकरी प्रदान की है। मिश्रा ने सवाल किया कि राज्य सरकार ने अन्य लापता बच्चों के परिवारों को मुआवजा क्यों नहीं दिया?
कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “केजरीवाल ने लापता जेएनयू छात्र नजीब के परिवार को 5 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दी। चर्चा में है कि नजीब आईएसआईएस (ISIS) में शामिल हो गया है। दिल्ली में हर साल 8,000 बच्चे लापता हो जाते हैं। उनके माता-पिता का क्या कसूर है, सिर्फ हिन्दू होना? केजरीवाल केवल जिहादी और नक्सलियों को ही पैसा देगा? ये कैसा कानून, ये कैसी सरकार।”
एक अन्य पोस्ट में कपिल मिश्रा ने लिखा, “केजरीवाल सरकार की नई स्कीम – आतंकवादी बनो, इनाम पाओ। 5 लाख रुपए और सरकारी नौकरी। दिल्ली में 5 साल में 40,000 बच्चे खोए। उनमें से केवल एक पर केजरीवाल मेहरबान। नजीब के बारे में चर्चा है कि वो आतंकवादी बन चुका है। फिर केजरीवाल सिर्फ एक परिवार पर मेहरबान क्यों?”
सोमवार (सितंबर 30, 2019) को दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और AAP विधायक अमानतुल्ला खान ने ट्वीट किया, “आज हमने दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड में 3 साल पहले JNU से ग़ायब छात्र नजीब की माँ को 5 लाख रुपए की मदद और नजीब के भाई हसीब को पक्की नौकरी दी और 200 ज़रूरतमंद परिवारों को मदद दी।”
गौरतलब है कि नजीब 15 अक्टूबर, 2016 को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। आरोप है कि जेएनयू कैंपस से गायब होने से एक दिन पहले नजीब के साथ कुछ स्टूडेंट्स की झड़प हुई थी। हालाँकि, सीबीआई का कहना है कि किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि के सबूत नहीं मिले।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “केजरीवाल ने लापता जेएनयू छात्र नजीब के परिवार को 5 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दी। चर्चा में है कि नजीब आईएसआईएस (ISIS) में शामिल हो गया है। दिल्ली में हर साल 8,000 बच्चे लापता हो जाते हैं। उनके माता-पिता का क्या कसूर है, सिर्फ हिन्दू होना? केजरीवाल केवल जिहादी और नक्सलियों को ही पैसा देगा? ये कैसा कानून, ये कैसी सरकार।”
आज हमने दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड में 3 साल पहले JNU से ग़ायब छात्र नजीब की माँ को 5 लाख रुपए की मदद और नजीब के भाई हसीब को पक्की नौकरी दी।और 200 ज़रूरतमंद परिवारों को मदद दी। pic.twitter.com/5aZRkAjsO2— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) September 30, 2019
केजरीवाल ने JNU से गायब नजीब के परिवार को दिये 5 लाख रुपये और सरकारी नौकरी— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) September 30, 2019
चर्चा हैं नजीब ISIS में शामिल हुआ हैं
दिल्ली में हर साल 8000 बच्चे खोते हैं
उनके माता पिता का क्या कसूर, सिर्फ हिन्दू होना?
जेहादी और नक्सली को ही केजरीवाल पैसा देगा ?
ये कैसा कानून
ये कैसी सरकार pic.twitter.com/xYpHXpsc8Q
केजरीवाल सरकार की नई स्कीम -— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) September 30, 2019
आतंकवादी बनो ईनाम पाओ
5 लाख रुपये और सरकारी नौकरी
दिल्ली में 5 साल में 40,000 बच्चे खोए
उनमें से केवल एक नजीब के परिवार पर केजरीवाल मेहरबान
नजीब के बारे में चर्चा हैं कि वो आतंकवादी बन चुका हैं
केजरीवाल सिर्फ एक परिवार पर मेहरबान क्यों ? pic.twitter.com/M0EpilUKzt
एक अन्य पोस्ट में कपिल मिश्रा ने लिखा, “केजरीवाल सरकार की नई स्कीम – आतंकवादी बनो, इनाम पाओ। 5 लाख रुपए और सरकारी नौकरी। दिल्ली में 5 साल में 40,000 बच्चे खोए। उनमें से केवल एक पर केजरीवाल मेहरबान। नजीब के बारे में चर्चा है कि वो आतंकवादी बन चुका है। फिर केजरीवाल सिर्फ एक परिवार पर मेहरबान क्यों?”
सोमवार (सितंबर 30, 2019) को दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और AAP विधायक अमानतुल्ला खान ने ट्वीट किया, “आज हमने दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड में 3 साल पहले JNU से ग़ायब छात्र नजीब की माँ को 5 लाख रुपए की मदद और नजीब के भाई हसीब को पक्की नौकरी दी और 200 ज़रूरतमंद परिवारों को मदद दी।”
गौरतलब है कि नजीब 15 अक्टूबर, 2016 को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। आरोप है कि जेएनयू कैंपस से गायब होने से एक दिन पहले नजीब के साथ कुछ स्टूडेंट्स की झड़प हुई थी। हालाँकि, सीबीआई का कहना है कि किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि के सबूत नहीं मिले।
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