लखनऊ में हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष और हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार (18 अक्टूबर) को निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बाद कई लोगों के नाम सामने आने लगे, जिन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। ऐसे लोगों की लिस्ट लम्बी होती चली जा रही है। बता दें कि इसमें सारे नाम उन लोगों के ही सामने आ रहे हैं जो इस्लाम से ताल्लुक रखते हैं।
इसी लिस्ट में एक नाम और जुड़ गया है हालाँकि इस नाम के जुड़ने से किसी को भी हैरानी नहीं होगी। यह नाम हैदराबाद के सांसद और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का है, जिन्होंने साल 2015 में कमलेश तिवारी को जान से मारने की धमकी दी थी। ओवैसी के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ासा वायरल हो रहा है। वीडियो में ओवैसी को कहते सुना जा सकता है कि रसलुल्लाह के खिलाफ कुछ भी बोलने की हिम्मत जो कोई भी कोई करता है वह हराम है।
ओवैसी की ज़बान यहीं नहीं रुकी बल्कि वो यहाँ तक कह गए, “वो ज़ालिम, वो कुत्ता जो उत्तर प्रदेश में अल्लाह की शान में गुस्ताखी किया, याद रख आज तू जेल में है मगर दुनिया तेरे लिए चूहे के बिल की तरह बन जाएगी।”
हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष और हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके दफ़्तर पर दो अपराधियों ने गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद से ही दोनों हत्यारे अशफाक और मोइनुद्दीन फरार हैं। यूपी पुलिस और गुजरात एटीएस ने साझा ऑपरेशन से हत्या की साजिश रचने वाले मास्टर-माइंड आतंकवादी संगठन का भी पर्दाफाश कर दिया है।
पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए हत्या के आरोपितों के नाम भी उजागर कर दिए हैं। इनमें पूरी घटना का असली मास्टरमाइंड मौलाना मोहसिन शेख है। वहीं घटना को अंजाम देने वालों में राशिद पठान और फैजान की गिरफ़्तारी की हुई है। मामले में संलिप्त जो अन्य अपराधी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं उन पर यूपी पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है।
कमलेश तिवारी की हत्या की निंदा नहीं करूँगा, वो इसी लायक था: राजनीतिक विश्लेषक अब्दुल रज्जाक ख़ान
हिंदुत्ववादी नेता कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या पर सोशल मीडिया में हा-हा करते ‘शांतिदूत’ तो आपने बहुतेरे देखे होंगे। अब लाइव टीवी पर भी इस जघन्य वारदात की निंदा करने से इनकार किया जा रहा है। टाइम्स नाउ के एक डिबेट में शामिल राजनीतिक विश्लेषक अब्दुल रज्जाक खान ने कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या की वे निंदा नहीं करेंगे और वह इसका हकदार था।
स्वयंभू राजनीतिक विश्लेषक ने ये बातें शनिवार (19 अक्टूबर) को तिवारी की हत्या पर चल रहे डिबेट शो के दौरान कही। बहस के दौरान खान ने इस घटना की निंदा से इनकार कर जोर देते हुए कहा कि तिवारी इसके ही हकदार थे।
टाइम्स नाउ टीवी चैनल पर चल रही लाइव चर्चा में 6 पैनलिस्ट शामिल थे। अब्दुल रज्जाक ख़ान बतौर राजनीतिक विश्लेषक चर्चा में भाग ले रहे थे। ख़ान कई राजनीतिक दलों से जुड़े रहे हैं। कथित तौर पर, वे बीबीएमपी नगरपालिका चुनावों में बसपा के उम्मीदवार थे। उससे पहले वे जेडीएस के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर को निर्मम हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। लेकिन, मुस्लिमों का एक वर्ग इस जघन्य वारदात की सराहना करता भी नजर आ रहा है। सोशल मीडिया में कई लोगों ने उनकी हत्या को जायज ठहराया है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुफ़्ती-ए-आज़म के अब्दुल रज्जाक ने कमलेश तिवारी के खिलाफ 2016 में लोगों को क़ानून हाथ में लेने के लिए उकसाया था। रज्जाक ने कहा था,
“हम पूरी निष्ठा के साथ भारत में रहते हैं और उम्मीद करते हैं कि भारत के कानून हमारे धार्मिक भावनाओं के प्रति निष्पक्ष और ईमानदार रहेंगे, खासकर पैगंबर के मामले में। लेकिन यदि कानून हमें न्याय प्रदान नहीं करता है, तो हमारे लिए कानून के प्रति वफादार रहना कठिन होगा और हमें इसे अपने हाथों में लेना होगा।”
अवलोकन करें:-
उल्लेखनीय है कि कमलेश तिवारी की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के बयान के बाद आई थी। आजम खान ने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि आरएसएस के सदस्य समलैंगिक होते हैं।
इसी लिस्ट में एक नाम और जुड़ गया है हालाँकि इस नाम के जुड़ने से किसी को भी हैरानी नहीं होगी। यह नाम हैदराबाद के सांसद और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का है, जिन्होंने साल 2015 में कमलेश तिवारी को जान से मारने की धमकी दी थी। ओवैसी के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ासा वायरल हो रहा है। वीडियो में ओवैसी को कहते सुना जा सकता है कि रसलुल्लाह के खिलाफ कुछ भी बोलने की हिम्मत जो कोई भी कोई करता है वह हराम है।
#Owaisi को गिरफ़्तार करिए @myogiadityanath जी. #कमलेश_तिवारी के हत्यारों को उकसाने में बिजनौर के मौलाना की तरह इसकी भी बड़ी भूमिका है. ये रहा वीडियो में सबूत। #KamleshTiwari@aimim_national @CMOfficeUP @dgpup @AwasthiAwanishK @Uppolice @myogioffice @UPGovt @AmitShah pic.twitter.com/J9vglxTLrf— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) October 19, 2019
ओवैसी की ज़बान यहीं नहीं रुकी बल्कि वो यहाँ तक कह गए, “वो ज़ालिम, वो कुत्ता जो उत्तर प्रदेश में अल्लाह की शान में गुस्ताखी किया, याद रख आज तू जेल में है मगर दुनिया तेरे लिए चूहे के बिल की तरह बन जाएगी।”
हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष और हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके दफ़्तर पर दो अपराधियों ने गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद से ही दोनों हत्यारे अशफाक और मोइनुद्दीन फरार हैं। यूपी पुलिस और गुजरात एटीएस ने साझा ऑपरेशन से हत्या की साजिश रचने वाले मास्टर-माइंड आतंकवादी संगठन का भी पर्दाफाश कर दिया है।
पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए हत्या के आरोपितों के नाम भी उजागर कर दिए हैं। इनमें पूरी घटना का असली मास्टरमाइंड मौलाना मोहसिन शेख है। वहीं घटना को अंजाम देने वालों में राशिद पठान और फैजान की गिरफ़्तारी की हुई है। मामले में संलिप्त जो अन्य अपराधी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं उन पर यूपी पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है।
कमलेश तिवारी की हत्या की निंदा नहीं करूँगा, वो इसी लायक था: राजनीतिक विश्लेषक अब्दुल रज्जाक ख़ान
हिंदुत्ववादी नेता कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या पर सोशल मीडिया में हा-हा करते ‘शांतिदूत’ तो आपने बहुतेरे देखे होंगे। अब लाइव टीवी पर भी इस जघन्य वारदात की निंदा करने से इनकार किया जा रहा है। टाइम्स नाउ के एक डिबेट में शामिल राजनीतिक विश्लेषक अब्दुल रज्जाक खान ने कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या की वे निंदा नहीं करेंगे और वह इसका हकदार था।
स्वयंभू राजनीतिक विश्लेषक ने ये बातें शनिवार (19 अक्टूबर) को तिवारी की हत्या पर चल रहे डिबेट शो के दौरान कही। बहस के दौरान खान ने इस घटना की निंदा से इनकार कर जोर देते हुए कहा कि तिवारी इसके ही हकदार थे।
I would not condemn this killing: @abdulrazackkhan, Political Analyst tells Madhavdas G on @thenewshour Special Edition. | #KamleshMurderProbe pic.twitter.com/MvDX8WrPBJ— TIMES NOW (@TimesNow) October 19, 2019
टाइम्स नाउ टीवी चैनल पर चल रही लाइव चर्चा में 6 पैनलिस्ट शामिल थे। अब्दुल रज्जाक ख़ान बतौर राजनीतिक विश्लेषक चर्चा में भाग ले रहे थे। ख़ान कई राजनीतिक दलों से जुड़े रहे हैं। कथित तौर पर, वे बीबीएमपी नगरपालिका चुनावों में बसपा के उम्मीदवार थे। उससे पहले वे जेडीएस के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर को निर्मम हत्या कर दी थी। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। लेकिन, मुस्लिमों का एक वर्ग इस जघन्य वारदात की सराहना करता भी नजर आ रहा है। सोशल मीडिया में कई लोगों ने उनकी हत्या को जायज ठहराया है।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुफ़्ती-ए-आज़म के अब्दुल रज्जाक ने कमलेश तिवारी के खिलाफ 2016 में लोगों को क़ानून हाथ में लेने के लिए उकसाया था। रज्जाक ने कहा था,
“हम पूरी निष्ठा के साथ भारत में रहते हैं और उम्मीद करते हैं कि भारत के कानून हमारे धार्मिक भावनाओं के प्रति निष्पक्ष और ईमानदार रहेंगे, खासकर पैगंबर के मामले में। लेकिन यदि कानून हमें न्याय प्रदान नहीं करता है, तो हमारे लिए कानून के प्रति वफादार रहना कठिन होगा और हमें इसे अपने हाथों में लेना होगा।”
अवलोकन करें:-
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