
खम्मम के पुलिस आयुक्त तफसीर इकबाल ने शहर में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आरोपियों के पास से नोटों के करीब 350 बंडल जब्त किए गए।
अधिकारी ने बताया कि शेख मदार का दूध और कुक्कुट का कारोबार था। वह पिछले 20 साल से नकली नोट के वितरण में शामिल था। कारोबारी भोले भाले लोगों से असली मुद्रा लेकर उन्हें नकली नोट थमा देता था।
उन्होंने बताया कि मदार ने लोगों से कहा था कि सरकार 2,000 रुपए के नोट पर प्रतिबंध लगाने जा रही है और एक असली मुद्रा के बदले वह उन्हें पांच नोट देने की पेशकश करता था।
अधिकारी ने बताया कि मदार की पत्नी और उनका बड़ा बेटा फरार है, वे इस धोखाधड़ी में उसकी मदद करते थे जबकि उसका भतीजा, ड्राइवर और दो अन्य भी इस फर्जीवाड़े में शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि 26 अक्टूबर को इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब एक इलेक्ट्रिशियन ने शिकायत दर्ज करायी और आरोप लगाया कि मदार, उसके ड्राइवर और दो अन्य को उसने नोटों के बदले दो लाख रुपए नकद दिए थे।
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिशियन ने अपनी शिकायत में कहा कि इसके बदले में उसे कुछ नहीं (यहां तक कि नकली नोट भी नहीं) दिया गया और जब उसने नोट की मांग की तो उस पर चाकू से वार किया गया।
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