
27 नवंबर को हैदराबाद के बाहरी इलाके शादनगर में एक युवती का अधजला शव बरामद हुआ था। उस शव की पहचान प्रीति रेड्डी के तौर पर हुई थी। प्रीति रेड्डी की गैंगरेप के बाद हत्या की गई और फिर लाश को जला दिया गया था। इस मामले में मोहम्मद पाशा, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा को गिरफ्तार किया गया था।
आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर लोग इन्हें जल्द से जल्द सजा दिलवाने की माँग कर रहे थे। घटना के 9 दिन के भीतर ही खबर आई कि हैदराबाद पुलिस ने इनका एनकाउंटर कर दिया है। आरोपितों को पुलिस घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएट करने ले गई थी। वहाँ पुलिस का हथियार छीन आरोपितों ने भागने की कोशिश की और पुलिस कार्रवाई में मारे गए। सुप्रीम कोर्ट ने इस एनकाउंटर की जाँच के लिए तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया है।
ये दो आरोपी वहीं हैं जिन्हें अन्य दो आरोपियों के साथ पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था। चारों आरोपियों मोहम्मद आरिफ, जे शिवा, जे नवीन और चेन्नाकेशवुलु के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद 6 दिसंबर को सैइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा था कि पुलिस ने आरोपियों के डीएनए सैंपल ले लिए हैं।
उन्होंने कहा था कि आरोपियों के डीएनए सैंपल ये साबित करेंगे कि वेटनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और मर्डर में उन्हीं का हाथ था। इसके साथ ही ये डीएनए सैंपल तेलंगाना और पड़ोसी राज्यों में हुए अन्य अपराधों के जांच में भी अहम खुलासे करेगा।
आरोपियों के डीएनए सैंपल और वेटनरी डॉक्टर के डीएनए सैंपल को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक पीड़िता के शरीर के उपरी हिस्से के जले हुए बोन को डीएनए जांच के लिए भेजा गया था। पीड़िता का डीएनए उसके परिवार के सदस्यों से मैच हो गया।
पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक डीएनए रिपोर्ट और घटनास्थल पर पाए गए सबूतों जैसे पीड़िता के चप्पल, जूलरी और कपड़ों से इस बात की पुष्टि हो गई कि जली हुई बॉडी दिशा की ही है।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने घटनास्थल से पाए गए पीड़िता के कपड़ों और स्कार्फ से सीमेन के जो दाग पाए गए उसकी भी जांच की गई जो आरोपियों के डीएनए से मेल खाती है। पुलिस के मुताबिक अन्य लैब में कराई जा रही जांच के रिपोर्ट का अभी इंतजार किया जा रहा है।
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