आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
देश के जाने माने रक्षा विश्लेषक, पूर्व रॉ अधिकारी और रिटायर्ड कर्नल आरएसएन सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर देश विरोधी ताकतों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ‘Defensive Offence’ नामक यूट्यूब चैनल पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और उसको लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर बोला। उन्होंने शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए कहा, “इनका कहना है कि आपने पाकिस्तान से तो हमें पुरस्कृत कर दिया है और अब हमारे लोग वहाँ से आते रहेंगे तो आपको कॉन्सोलेशन प्राइज देते रहना होगा। तब तक, जब तक कि हिन्दुस्तान इस्लामिक मुल्क नहीं बन जाता है और वही है गजवा-ए-हिंद।”
दिल्ली की जामा मस्जिद परिसर का जिस तरह दुरूपयोग हो रहा है, यदि स्थिति विपरीत होती, मूर्ख हिन्दू भी छद्दम धर्म-निरपेक्षों की बातों में आकर मन्दिरों के दुरूपयोग होने का रोना रो रहे होते। लेकिन अब सब खामोश हैं, क्यों? विपक्ष नहीं चाहता कि भारत से घुसपैठिये निकाले जाएं। कश्मीर से जब कश्मीरी पंडितों को निकाला जा रहा था, उनकी महिलाओं का बलात्कार किया जा रहा था, मस्जिदों से महिलाओं को वहीं छोड़कर जाने को कहा जाता था, उस समय CAA का विरोध करने वालों को संविधान खतरे में नहीं दिखा, क्योकि यह अत्याचार हिन्दुओं के साथ हो रहा था, किसी घुसपैठिये के विरुद्ध नहीं।
कर्नल आरएसएन सिंह ने कश्मीर की मस्जिद से आने वाली आवाज को लेकर कहा कि अगर आप अभी नहीं सँभले तो वो दिन दूर नहीं जब सभी मस्जिद से ऐसा ही आह्वान होगा। उन्होंने आगे कहा, “ये जो आप देख रहे हैं वो CAA का विरोध नहीं है। इनको दर्द है अनुच्छेद 370 का, इनको दर्द है राम मंदिर का, इनको दर्द है बालाकोट एयरस्ट्राइक का। लेकिन इतना मैं बता दूँ कि 200 रुपए के बिजली बिल के लिए अपने देश को मत नीलाम करो। 200 रुपए के बिजली बिल के लिए पंचर वाले तुम्हारे बहू-बेटी का ऐसी की तैसी कर देगा कि तुम जिंदगी भर याद करोगे कि ये 200 रुपए के साथ हमने क्या पाप किया था।”
उन्होंने कहा कि ये इनकी हिंदुओं के प्रति नफरत है और ये नफरत ऐसी है जैसे कि अगर मुझे एड्स हो गया तो सभी को हो जाए। कुछ लोग बचे हुए क्यों हैं। उन्होंने आगे हिन्दुस्तान को नार्थ ईस्ट से काटने की धमकी देने वाले शरजील इमाम के बारे में बात करते हुए कहा कि वो ये बातें ऐसे ही नहीं बोल रहा है। वो ये सारी बातें एक साजिश के तहत बोल रहा है। इस दौरान उन्होंने सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) को समझाते हुए कहा कि शरजील इमाम ने जो भी कहा है वह एक बहुत बड़े साजिश का हिस्सा है।
अवलोकन करें:-
उन्होंने इसके देश के खिलाफ योजना को समझाने के लिए नॉर्थ में कश्मीर, साउथ में केरल और ईस्ट में पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया और बताया कि इसकी योजना काफी समय पहले से बनाई जा रही थी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की डेमोग्राफी बदलने के लिए कई सालों से सुनियोजित तरीके से काम चल रहा था और उसी के तहत आज शरजील इमाम सिलीगुड़ी कॉरिडोर यानी चिकन नेक के बारे में बात कर रहा है, क्योंकि वहाँ का डेमोग्राफी काफी बदल गया है। उसका संदर्भ यही है।
देश के जाने माने रक्षा विश्लेषक, पूर्व रॉ अधिकारी और रिटायर्ड कर्नल आरएसएन सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर देश विरोधी ताकतों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ‘Defensive Offence’ नामक यूट्यूब चैनल पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और उसको लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर बोला। उन्होंने शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए कहा, “इनका कहना है कि आपने पाकिस्तान से तो हमें पुरस्कृत कर दिया है और अब हमारे लोग वहाँ से आते रहेंगे तो आपको कॉन्सोलेशन प्राइज देते रहना होगा। तब तक, जब तक कि हिन्दुस्तान इस्लामिक मुल्क नहीं बन जाता है और वही है गजवा-ए-हिंद।”
दिल्ली की जामा मस्जिद परिसर का जिस तरह दुरूपयोग हो रहा है, यदि स्थिति विपरीत होती, मूर्ख हिन्दू भी छद्दम धर्म-निरपेक्षों की बातों में आकर मन्दिरों के दुरूपयोग होने का रोना रो रहे होते। लेकिन अब सब खामोश हैं, क्यों? विपक्ष नहीं चाहता कि भारत से घुसपैठिये निकाले जाएं। कश्मीर से जब कश्मीरी पंडितों को निकाला जा रहा था, उनकी महिलाओं का बलात्कार किया जा रहा था, मस्जिदों से महिलाओं को वहीं छोड़कर जाने को कहा जाता था, उस समय CAA का विरोध करने वालों को संविधान खतरे में नहीं दिखा, क्योकि यह अत्याचार हिन्दुओं के साथ हो रहा था, किसी घुसपैठिये के विरुद्ध नहीं।
कर्नल आरएसएन सिंह ने कश्मीर की मस्जिद से आने वाली आवाज को लेकर कहा कि अगर आप अभी नहीं सँभले तो वो दिन दूर नहीं जब सभी मस्जिद से ऐसा ही आह्वान होगा। उन्होंने आगे कहा, “ये जो आप देख रहे हैं वो CAA का विरोध नहीं है। इनको दर्द है अनुच्छेद 370 का, इनको दर्द है राम मंदिर का, इनको दर्द है बालाकोट एयरस्ट्राइक का। लेकिन इतना मैं बता दूँ कि 200 रुपए के बिजली बिल के लिए अपने देश को मत नीलाम करो। 200 रुपए के बिजली बिल के लिए पंचर वाले तुम्हारे बहू-बेटी का ऐसी की तैसी कर देगा कि तुम जिंदगी भर याद करोगे कि ये 200 रुपए के साथ हमने क्या पाप किया था।”
उन्होंने कहा कि ये इनकी हिंदुओं के प्रति नफरत है और ये नफरत ऐसी है जैसे कि अगर मुझे एड्स हो गया तो सभी को हो जाए। कुछ लोग बचे हुए क्यों हैं। उन्होंने आगे हिन्दुस्तान को नार्थ ईस्ट से काटने की धमकी देने वाले शरजील इमाम के बारे में बात करते हुए कहा कि वो ये बातें ऐसे ही नहीं बोल रहा है। वो ये सारी बातें एक साजिश के तहत बोल रहा है। इस दौरान उन्होंने सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) को समझाते हुए कहा कि शरजील इमाम ने जो भी कहा है वह एक बहुत बड़े साजिश का हिस्सा है।
अवलोकन करें:-
अरफा खानुम किस प्रकार प्लान बता रही है वो आपको गौर से सुनना चाहिए, इन दिनों कट्टरपंथी तत्व जो तिरंगा लहरा रहे है, राष्ट्रगान गा रहे है वो इनकी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है, सुनिए क्या कहती है अरफा।
इस देश में काफी सारे सेक्युलर हिन्दू अरफा खानुम और इनके जैसे लोगों का मोदी विरोध में जमकर साथ दे रहे है, अरफा खानुम इन सेकुलरों के सामने तो भाईचारे, दलित, आदिवासी की बात करती है, पर मुस्लिम भीड़ के आगे वो पूरी प्लानिंग समझाती है।
अरफ़ा की इस बात से देश समस्त छद्दम धर्म-निरपेक्षों को अपनी आंखें खोलने चाहिए, जो सेकुलरिज्म का हर वक़्त राग अलापते रहते हैं। वास्तव में हिन्दुओं का छद्दम धर्म-निरपेक्षों द्वारा मूर्ख ही बनाया जा रहा, बल्कि ये लोग स्वयं गजवा हिन्द बनाने में इन कट्टरपंथी स्लीपर सैल्स की मदद कर, भारत को पुनः गुलाम बनाने की ओर धकेल रहे हैं, जो अरफ़ा के बयानों से स्पष्ट झलक रहा है।
इस देश में काफी सारे सेक्युलर हिन्दू अरफा खानुम और इनके जैसे लोगों का मोदी विरोध में जमकर साथ दे रहे है, अरफा खानुम इन सेकुलरों के सामने तो भाईचारे, दलित, आदिवासी की बात करती है, पर मुस्लिम भीड़ के आगे वो पूरी प्लानिंग समझाती है।
अरफ़ा की इस बात से देश समस्त छद्दम धर्म-निरपेक्षों को अपनी आंखें खोलने चाहिए, जो सेकुलरिज्म का हर वक़्त राग अलापते रहते हैं। वास्तव में हिन्दुओं का छद्दम धर्म-निरपेक्षों द्वारा मूर्ख ही बनाया जा रहा, बल्कि ये लोग स्वयं गजवा हिन्द बनाने में इन कट्टरपंथी स्लीपर सैल्स की मदद कर, भारत को पुनः गुलाम बनाने की ओर धकेल रहे हैं, जो अरफ़ा के बयानों से स्पष्ट झलक रहा है।
उन्होंने इसके देश के खिलाफ योजना को समझाने के लिए नॉर्थ में कश्मीर, साउथ में केरल और ईस्ट में पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया और बताया कि इसकी योजना काफी समय पहले से बनाई जा रही थी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की डेमोग्राफी बदलने के लिए कई सालों से सुनियोजित तरीके से काम चल रहा था और उसी के तहत आज शरजील इमाम सिलीगुड़ी कॉरिडोर यानी चिकन नेक के बारे में बात कर रहा है, क्योंकि वहाँ का डेमोग्राफी काफी बदल गया है। उसका संदर्भ यही है।
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