
26 फरवरी को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दिल्ली हिंसा पर India’s Ruling Party, Government Slammed Over Delhi Violence नाम से एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें लिखा गया कि दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी अधिकारी अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा ने टेलिफोन पर बताया कि कुछ लोग जय श्रीराम का नारा लगाते हुए पत्थर, चाकू और तलवार के साथ उनके घर पर हमला किया। बाद में आईबी अधिकारी अंकित शर्मा का शव नाले से बरामद किया गया। वॉल स्ट्रीट जर्नल की यह रिपोर्ट कृष्ण पोखारेल, विभूति अग्रवाल और राजेश रॉय नाम से प्रकाशित की गई है।
PBNS Breaking:— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) February 28, 2020
Police complaints filed against The Wall Street Journal @WSJ with @DelhiPolice & Maharashtra Police for "defaming particular religion & spreading communal tension" with respect to alleged misreporting on #DelhiViolence & murder of IB official Ankit Sharma. pic.twitter.com/lmAh6Cyy2B
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Police complaints filed against The Wall Street Journal @WSJ with @DelhiPolice & Maharashtra Police for "defaming particular religion & spreading communal tension" with respect to alleged misreporting on #DelhiViolence & murder of IB official Ankit Sharma. pic.twitter.com/lmAh6Cyy2B
उधर,अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा का कहना है कि उन्होंने वॉल स्ट्रीट जर्नल से ऐसी कोई बात नहीं कही और यह उन्हें और उनकी फैमिली को बदनाम करने की साजिश है। वॉल स्ट्रीट जनरल झूठ बोल रहा है।
आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की उपद्रवियो द्वारा हत्या कर शव को नारे में फेंक दिया गया। अंकित शर्मा का परिवार हत्या का आरोप आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर लग रहा है लेकिन वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गलत रिपोर्टिंग कर हिन्दुओं को बदनाम करने की कोशिश की है।
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