आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हुए दंगों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उनके अनुसार दिल्ली पुलिस हालात पर काबू पाने में असमर्थ है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए दिल्ली में सेना बुलाई जानी चाहिए। इसके लिए केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखने की भी बात कही है।
रविवार(फरवरी 23) से जारी हिंसा को लेकर केजरीवाल ने ट्वीट कर हालात पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में हालात बेकाबू हैं। दिल्ली पुलिस के नियंत्रण में नहीं है। ऐसे में केजरीवाल ने केंद्र सरकार से तत्काल दिल्ली में सेना तैनात करने की माँग की है। उन्होंने सभी प्रभावित क्षेत्रों में भी तत्काल कर्फ्यू लगाने की माँग की है।
दिल्ली के हालात बेकाबू, तत्काल बुलाई जाए सेना--अरविन्द केजरीवाल
वैसे कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्रों में सेना तैनात कर घरों की तलाशी करनी चाहिए। आखिर पेट्रोल बम, कट्टे, पत्थर और एसिड कहाँ से आया? इस काम को पुलिस और सेना मिलकर करेंगे तो दंगाइयों की आने वाली पुश्तें भी दंगा करने से पहले हज़ार बार सोंचेंगे। इतना ही नहीं, इनके समर्थन आने वालों पर भी निगाह रख, इनके बचाव के समस्त रास्तों पर निगरानी रख दिल्ली को उन्मादी तत्वों से बचाया जा सकता है।
अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के बयानों से पूर्व जिन नेताओं और मौलानाओं ने नागरिकता संशोधक कानून के विरोध की आग में घी डालने का काम किया है, उसका भी संज्ञान जरुरी है। "fuck Hindutv", "हिन्दू तेरी कब्र खुदेगी", "मोदी तेरी कब्र खुदेगी" और "योगी तेरी कब्र खुदेगी" आदि उत्तेजक नारे किसके इशारे पर लगाए जा रहे थे? क्या ये अमन पसंद नारे हैं? जब इन नारों को लगाया जा रहा था, तब कोई 'गंगा-यमुना तहजीब' का स्वांग रच हिन्दुओं को भ्रमित करने वाला गैंग कहाँ था?
इस बीच जीटीबी अस्पताल के एमडी सुनील कुमार के मुताबिक नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने वालों और विरोध करने वालों के बीच हुई हिंसक झड़प में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं घायलों की संख्या बढ़कर 250 से भी अधिक हो गई है। इनमें 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
दिल्ली के कुछ इलाकों में छिटपुट पत्थरबाजी की घटनाएँ आ रही हैं। जाफराबाद, मौजपुर सहित कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण बने हुए है। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है और पुलिस फोर्स फ्लैग मार्च कर हालात पर काबू करने में जुटी हुई है।
अवलोकन करें:-
वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से हिंसा मामले पर जवाब माँगा है। न्यायालय ने यह बताने के लिए कहा है कि जिन लोगों ने भड़काऊ भाषण दिया उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। साथ ही दिल्ली पुलिस के किसी बड़े अधिकारी को पेश होकर जवाब देने के लिए भी कहा है। दिल्ली के हालातों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल को भी मौत के घाट उतार दिया। यही कारण है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल ने अब खुद पूरी कमान सॅंभाल ली है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हुए दंगों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उनके अनुसार दिल्ली पुलिस हालात पर काबू पाने में असमर्थ है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए दिल्ली में सेना बुलाई जानी चाहिए। इसके लिए केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखने की भी बात कही है।
रविवार(फरवरी 23) से जारी हिंसा को लेकर केजरीवाल ने ट्वीट कर हालात पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में हालात बेकाबू हैं। दिल्ली पुलिस के नियंत्रण में नहीं है। ऐसे में केजरीवाल ने केंद्र सरकार से तत्काल दिल्ली में सेना तैनात करने की माँग की है। उन्होंने सभी प्रभावित क्षेत्रों में भी तत्काल कर्फ्यू लगाने की माँग की है।
दिल्ली के हालात बेकाबू, तत्काल बुलाई जाए सेना--अरविन्द केजरीवाल
वैसे कर्फ्यू प्रभावित क्षेत्रों में सेना तैनात कर घरों की तलाशी करनी चाहिए। आखिर पेट्रोल बम, कट्टे, पत्थर और एसिड कहाँ से आया? इस काम को पुलिस और सेना मिलकर करेंगे तो दंगाइयों की आने वाली पुश्तें भी दंगा करने से पहले हज़ार बार सोंचेंगे। इतना ही नहीं, इनके समर्थन आने वालों पर भी निगाह रख, इनके बचाव के समस्त रास्तों पर निगरानी रख दिल्ली को उन्मादी तत्वों से बचाया जा सकता है।
अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के बयानों से पूर्व जिन नेताओं और मौलानाओं ने नागरिकता संशोधक कानून के विरोध की आग में घी डालने का काम किया है, उसका भी संज्ञान जरुरी है। "fuck Hindutv", "हिन्दू तेरी कब्र खुदेगी", "मोदी तेरी कब्र खुदेगी" और "योगी तेरी कब्र खुदेगी" आदि उत्तेजक नारे किसके इशारे पर लगाए जा रहे थे? क्या ये अमन पसंद नारे हैं? जब इन नारों को लगाया जा रहा था, तब कोई 'गंगा-यमुना तहजीब' का स्वांग रच हिन्दुओं को भ्रमित करने वाला गैंग कहाँ था?
I have been in touch wid large no of people whole nite. Situation alarming. Police, despite all its efforts, unable to control situation and instil confidence— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 26, 2020
Army shud be called in and curfew imposed in rest of affected areas immediately
Am writing to Hon’ble HM to this effect
दिल्ली पुलिस के शहीद हेड काँस्टेबल रतन लाल के परिवार से मिलने पहुँचे सीएम @ArvindKejriwal को जनता ने शहीद के परिवार से मिलने से रोका, केजरीवाल वापस जाओ समेत कई आपत्तिजनक नारों के साथ धक्का मुक्की भी की गई।शहीद परिवार से बिना मिले केजरीवाल मनीष सिसोदिया के साथ वापस निकले। pic.twitter.com/Z8lrQwXThn— VIPIN CHAUBEY (@chaubeyvipin1) February 25, 2020
Sunil Kumar Gautam Medical Superintendent, Guru Teg Bahadur (GTB) Hospital: Out of all the people that were brought to the hospital 189 are injured and 20 are dead. #DelhiViolence pic.twitter.com/U8dlp4nrZV— ANI (@ANI) February 26, 2020
इससे पहले हिंसा में वीरगति को प्राप्त हुए रतनलाल के परिवार से मंगलवार(फरवरी 25) को मिलने पहुँचे अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को घटना से गुस्साए लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने ‘केजरीवाल, वापस जाओ’ और ‘गो बैक केजरीवाल’ के नारे लगाए थे। इस विरोध के चलते केजरीवाल और सिसोदिया को उलटे पाँव वापस लौटना पड़ा था। इतना ही नहीं देर रात जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों और पूर्व छात्रों ने केजरीवाल के घर का घेराव भी किया था।Delhi: Security personnel conducting flag-march in Babarpur area. #DelhiViolence pic.twitter.com/cz66M8pON7— ANI (@ANI) February 26, 2020
इस बीच जीटीबी अस्पताल के एमडी सुनील कुमार के मुताबिक नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करने वालों और विरोध करने वालों के बीच हुई हिंसक झड़प में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं घायलों की संख्या बढ़कर 250 से भी अधिक हो गई है। इनमें 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
दिल्ली के कुछ इलाकों में छिटपुट पत्थरबाजी की घटनाएँ आ रही हैं। जाफराबाद, मौजपुर सहित कई इलाकों में हालात तनावपूर्ण बने हुए है। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है और पुलिस फोर्स फ्लैग मार्च कर हालात पर काबू करने में जुटी हुई है।
अवलोकन करें:-
वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से हिंसा मामले पर जवाब माँगा है। न्यायालय ने यह बताने के लिए कहा है कि जिन लोगों ने भड़काऊ भाषण दिया उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। साथ ही दिल्ली पुलिस के किसी बड़े अधिकारी को पेश होकर जवाब देने के लिए भी कहा है। दिल्ली के हालातों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल को भी मौत के घाट उतार दिया। यही कारण है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल ने अब खुद पूरी कमान सॅंभाल ली है।
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