केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ राज्य में प्रदर्शनों में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) जैसी इस्लामी चरमपंथी संगठनों के सदस्यों की घुसपैठ के खिलाफ सोमवार (फरवरी 3, 2020) को आगाह किया और कहा कि वामपंथी सरकार समाज में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की किसी कोशिश को सफल नहीं होने देगी।
इस्लामी संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया पर जमकर बरसते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे चरमपंथी संगठन लोगों को बाँटने और प्रदर्शनों की आड़ में कुछ स्थानों पर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान जवाब देते हुए कहा कि पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों ने कई स्थानों पर हिंसा और अवैध गतिविधियों में संलिप्तता के लिए ऐसे संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने सीएए के खिलाफ शांतिपूर्ण और कानून के अनुरूप प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ एक भी मामला नहीं दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में नागरिकता कानून के खिलाफ असाधारण प्रदर्शन हुए और इनमें से ज्यादातर प्रदर्शनों का आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया। लेकिन हमारे राज्य में SDPI नामक एक समूह है जो चरमपंथी तरीके से सोचता है।
दरअसल पिनराई विजयन 200 CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने पहले कहा था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था, लेकिन हिंसक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। विजयन ने सवाल किया, “जब मैं SDPI के नाम का उल्लेख करता हूँ तो विपक्ष क्यों उत्तेजित हो रहा है? क्या वे कह रहे हैं कि मुझे SDPI और उग्रवाद के बारे में बात नहीं करनी चाहिए?”
अवलोकन करें:-
उल्लेखनीय है कि SDPI एक चरमपंथी इस्लामी राजनीतिक संगठन है, जो केरल और देश के अन्य कई हिस्सों में कई सांप्रदायिक हमलों के पीछे है। CAA के समर्थन में निकाली गई रैली के दौरान किए गए हमले के आरोपित 6 SDPI समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले SDPI समर्थकों ने CAA विरोध के नाम पर बीमार बेटे को ले जा रही एक कार को रोक दिया था।
इस्लामी संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया पर जमकर बरसते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे चरमपंथी संगठन लोगों को बाँटने और प्रदर्शनों की आड़ में कुछ स्थानों पर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान जवाब देते हुए कहा कि पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों ने कई स्थानों पर हिंसा और अवैध गतिविधियों में संलिप्तता के लिए ऐसे संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने सीएए के खिलाफ शांतिपूर्ण और कानून के अनुरूप प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ एक भी मामला नहीं दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में नागरिकता कानून के खिलाफ असाधारण प्रदर्शन हुए और इनमें से ज्यादातर प्रदर्शनों का आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया। लेकिन हमारे राज्य में SDPI नामक एक समूह है जो चरमपंथी तरीके से सोचता है।
Kerala CM P Vijayan in the Assembly: Extremist groups like SDPI is trying to create unrest using anti-CAA protests. The state govt can't allow this. Police will slap cases against such people. Any attempts to create communal disharmony in the state will be strongly dealt with. pic.twitter.com/dfnO83mauf— ANI (@ANI) February 3, 2020
दरअसल पिनराई विजयन 200 CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने पहले कहा था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था, लेकिन हिंसक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। विजयन ने सवाल किया, “जब मैं SDPI के नाम का उल्लेख करता हूँ तो विपक्ष क्यों उत्तेजित हो रहा है? क्या वे कह रहे हैं कि मुझे SDPI और उग्रवाद के बारे में बात नहीं करनी चाहिए?”
अवलोकन करें:-
उल्लेखनीय है कि SDPI एक चरमपंथी इस्लामी राजनीतिक संगठन है, जो केरल और देश के अन्य कई हिस्सों में कई सांप्रदायिक हमलों के पीछे है। CAA के समर्थन में निकाली गई रैली के दौरान किए गए हमले के आरोपित 6 SDPI समर्थकों को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले SDPI समर्थकों ने CAA विरोध के नाम पर बीमार बेटे को ले जा रही एक कार को रोक दिया था।
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