
अब कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने जिहादी लड़कों को वर्क फ्रॉम होम का फरमान सुनाने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने कोरोना महामारी को मूर्ति पूजा करने वाले देशों के लिए अल्लाह का जवाब बताया है। आईएसआईएस ने खुदा से अपील की है कि वह नास्तिकों पर कोरोना वायरस का कहर और ज्यादा बढ़ाए। उसने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से युद्धरत देशों को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा है। आईएसआआएस ने कहा, “हमने अल्लाह से कहा है कि यातना को और ज्यादा बढ़ाए तथा इससे अपने मानने वाले बंदों की रक्षा करे। अल्लाह अपने खिलाफ विद्रोह करने वालों को दंडित करे और जो उसकी बात मानते हैं, उनकी रक्षा करें।”
वहीं अगर अल्लाह की इबादत करने वाले देशों में फैली कोरोना महामारी के आँकड़ों पर गौर करें तो यह बेहद ही चिंतनीय है। चीन और इटली के बाद कोरोना वायरस से अगर कोई देश सबसे ज्यादा संकटग्रस्त है तो वह इस्लामिक मुल्क ईरान है जहाँ अब तक इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 23,049 पहुँच चुकी है जिसमें से कुल 1812 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह मलेशिया में 1518 मामले और 14 मौतें, तुर्की में 1236 मामले और 30 मौतें, और पाकिस्तान में अब तक 825 संक्रमण के मरीज तथा 6 मौतों की खबर आई है।
अवलोकन करें:-
इनके अलावा इंडोनेशिया से 579 मामले और 49 मौतें, बहरीन से क्रमशः 339 और 2, सऊदी अरबिया से 562 कोरोना मामले और शून्य मौतें फिलहाल तक, तथा इराक से 266 मामले सामने आए हैं जिनमें से 23 की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार क़तर से 494 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि की खबरें आईं हैं, जबकि अल्जीरिया से अब तक 201 पॉजिटिव मामले और 17 मौतों की खबर आ चुकी है। यही हाल अफगानिस्तान आदि मुस्लिम देशों का भी है। तो क्या अल्लाह ने इन इस्लामिक देशों के लिए भी कोरोना वायरस अल्लाह का जवाब है?
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