आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
महाराष्ट्र के पालघर के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में आज (अप्रैल 28, 2020) दो साधुओं का शव खून से लथपथ बरामद हुआ। घटना अनूप शहर के गाँव पगोना में घटी। यहाँ स्थित शिव मंदिर के परिसर में सो रहे दो साधुओं पर सोमवार(अप्रैल 27) देर रात धारदार हथियार से वार कर इनकी हत्या की गई। आरोपित युवक की पहचान मुरारी उर्फ राजू के रूप में हुई है। आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है।
कहा जा रहा है कि आरोपित आदतन नशेड़ी है और कुछ दिन पहले उसकी बहस एक चिमटे को लेकर दोनों साधुओं से हुई थी। उस समय दोनों साधुओं ने उसे जमकर डाँटा था। जिसके कारण माना जा रहा है कि उसी ने साधुओं की हत्या की। इसके अलावा कुछ ग्रामीणों ने उसे तलवार हाथ में ले जाते हुए भी देखा था। इसलिए जैसे ही साधुओं की हत्या की बात फैली, वैसे ही ग्रामीणों ने उस पर शक जाहिर किया और उसे पकड़वाकर पुलिस को दे दिया।
पालघर साधु हत्या की तर्ज पर यहाँ भी आरोपी को नशेड़ी बता दिया। ऐसे में प्रश्न होता है कि जब भारत में लॉक डाउन है,फिर शराब कहाँ से और कैसे पी? क्या यह अपराधियों को बचाने का तरीका है? हकीकत यह है कि पहले नागरिकता संशोधक कानून पर और अब कोरोना बीमारी में लॉक डाउन के चलते हिन्दू साधुओं पर हमला कोई छोटी बात नहीं, लगता है किसी राजनीतिक संरक्षण में हिन्दू संतों पर हमला कर देश का सौहार्द बिगाड़ कर अराजकता फ़ैलाने का षड़यंत्र है।
जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर स्थित अनूपशहर कोतवाली के गाँव पगोना में स्थित शिव मंदिर में पिछले करीब 15 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना करते थे। ऐसे में जब मंगलवार सुबह ग्रामीण मंदिर में पहुँचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। इसे देखकर कोहराम मच गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पर पहुँच गए।
एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि इस मामले में गाँव के ही एक युवक राजू को नशे की हालत में पुलिस ने घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर दूसरे गाँव से अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि 2 दिन पूर्व आरोपी युवक ने साधुओं का चिमटा गायब कर दिया था, जिसको लेकर साधुओं ने उस पर अपना गुस्सा जताया था। इसलिए आशंका है कि इसी बात से नाराज होकर उसने दोनों साधुओं की हत्या की। पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर संज्ञान ले लिया है। उन्होंने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुँच कर घटना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने और दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
अवलोकन करें:-
बीते 17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में भी दो साधुओं की हत्या की गई थी। यहाँ 200 लोगों की भीड़ ने उन्हें अपना निशाना बनाया था। इनके साथ एक ड्राइवर की भी हत्या कर दी गई थी।
महाराष्ट्र के पालघर के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में आज (अप्रैल 28, 2020) दो साधुओं का शव खून से लथपथ बरामद हुआ। घटना अनूप शहर के गाँव पगोना में घटी। यहाँ स्थित शिव मंदिर के परिसर में सो रहे दो साधुओं पर सोमवार(अप्रैल 27) देर रात धारदार हथियार से वार कर इनकी हत्या की गई। आरोपित युवक की पहचान मुरारी उर्फ राजू के रूप में हुई है। आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है।
कहा जा रहा है कि आरोपित आदतन नशेड़ी है और कुछ दिन पहले उसकी बहस एक चिमटे को लेकर दोनों साधुओं से हुई थी। उस समय दोनों साधुओं ने उसे जमकर डाँटा था। जिसके कारण माना जा रहा है कि उसी ने साधुओं की हत्या की। इसके अलावा कुछ ग्रामीणों ने उसे तलवार हाथ में ले जाते हुए भी देखा था। इसलिए जैसे ही साधुओं की हत्या की बात फैली, वैसे ही ग्रामीणों ने उस पर शक जाहिर किया और उसे पकड़वाकर पुलिस को दे दिया।
पालघर साधु हत्या की तर्ज पर यहाँ भी आरोपी को नशेड़ी बता दिया। ऐसे में प्रश्न होता है कि जब भारत में लॉक डाउन है,फिर शराब कहाँ से और कैसे पी? क्या यह अपराधियों को बचाने का तरीका है? हकीकत यह है कि पहले नागरिकता संशोधक कानून पर और अब कोरोना बीमारी में लॉक डाउन के चलते हिन्दू साधुओं पर हमला कोई छोटी बात नहीं, लगता है किसी राजनीतिक संरक्षण में हिन्दू संतों पर हमला कर देश का सौहार्द बिगाड़ कर अराजकता फ़ैलाने का षड़यंत्र है।
Bodies of two priests found at a temple in #Bulandshahr , police have arrested the accused#BulandshahrMurders pic.twitter.com/Wzdx609nkb— TOI Lucknow News (@TOILucknow) April 28, 2020
Bodies of two priests found at a temple in Bulandshahr. Police investigation underway. Post-mortem reports awaited. pic.twitter.com/SsH7hMrrSv— ANI UP (@ANINewsUP) April 28, 2020
जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर स्थित अनूपशहर कोतवाली के गाँव पगोना में स्थित शिव मंदिर में पिछले करीब 15 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा-अर्चना करते थे। ऐसे में जब मंगलवार सुबह ग्रामीण मंदिर में पहुँचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। इसे देखकर कोहराम मच गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पर पहुँच गए।
एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि इस मामले में गाँव के ही एक युवक राजू को नशे की हालत में पुलिस ने घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर दूसरे गाँव से अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि 2 दिन पूर्व आरोपी युवक ने साधुओं का चिमटा गायब कर दिया था, जिसको लेकर साधुओं ने उस पर अपना गुस्सा जताया था। इसलिए आशंका है कि इसी बात से नाराज होकर उसने दोनों साधुओं की हत्या की। पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर संज्ञान ले लिया है। उन्होंने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुँच कर घटना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने और दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
अवलोकन करें:-
बीते 17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में भी दो साधुओं की हत्या की गई थी। यहाँ 200 लोगों की भीड़ ने उन्हें अपना निशाना बनाया था। इनके साथ एक ड्राइवर की भी हत्या कर दी गई थी।
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