कोरोना वायरस महामारी के ईलाज में इस्तेमाल की जा रही मलेरिया की दवाई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की माँग इन दिनों चारों ओर से है। ऐसे में इसके निर्यात को भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद कई देश फूले नहीं समा रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना संकटमोचक हनुमान की तरह कर रहे हैं। अभी कल की यदि बात करें तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत से मदद मिलने के बाद देश के लोगों व पीएम मोदी को आभार प्रकट किया था और कहा था कि वे इस मदद को कभी नहीं भूलेंगे। अब इसी सूची में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का नाम भी जुड़ गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अप्रैल को बेंजामिन नेतन्याहू के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी। जहाँ दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी और स्वास्थ्य संकट के लिए अपनाई गई रणनीतियों पर चर्चा की थी। इसके अलावा खबर ये भी है कि इजराइल इस कोविड-19 वायरस को लेकर मार्च से ही भारत के संपर्क में रहा। जिसके चलते बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संबंध में 13 मार्च को भारतीय प्रधानमंत्री से आग्रह कियाथा कि वे मास्क और अन्य जरूरी चीजें निर्यात करने की छूट दें।
इजराइल के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को ट्वीट कर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्लीन उपलब्ध कराने पर पीएम मोदी को अपना प्रिय दोस्त बताते हुए धन्यवाद कहा। नेतन्याहू ने अपने ट्वीट में लिखा, “क्लोरोक्वीन भेजने के लिए शुक्रिया, मेरे प्रिय दोस्त नरेंद्र मोदी। इजराइल के सभी नागरिकों की ओर से आपको धन्यवाद।”
उनके अलावा कई अन्य देशों ने भी भारत से ये गुहार लगाई थी। फिर भारत ने मंगलवार को इसके निर्यात पर लगी रोक को आंशिक रूप से हटा लिया और गुरुवार को भारत द्वारा भेजी गई 5 टन दवाइयाँ इजरायल पहुँच गईं, जिनमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन भी शामिल थी। जिसके बाद नेतन्याहू का ट्वीट आया।
भारत दुनिया में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बड़ा निर्माता है। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय ने देश में संक्रमण से संबंधित मामलों में तेजी से वृद्धि को देखते हुए दवा और इसके अवयवों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत की ओर से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर खुशी जताते हुए ट्रंप ने कहा था कि संकट की इस घड़ी में भारत की मदद को भुलाया नहीं जाएगा। उन्होंने मोदी की सराहना करते हुए उन्हें महान नेता बताया।
अवलोकन करे:-
वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि वह ब्राजील के लोगों की समय पर की गई इस मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को धन्यवाद देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को भेजे अपने पत्र में राष्ट्रपति जायर एम बोल्सोनारो ने लिखा कि भगवान राम के भाई लक्ष्मण की जिंदगी बचाने के लिए हिमालय से दवा (संजीवनी बूटी) लेकर आने वाले भगवान हनुमान और बीमारों को स्वस्थ करने वाले यीशु मसीह की तरह भारत और ब्राजील मिलकर इस वैश्विक संकट का सामना करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अप्रैल को बेंजामिन नेतन्याहू के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी। जहाँ दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी और स्वास्थ्य संकट के लिए अपनाई गई रणनीतियों पर चर्चा की थी। इसके अलावा खबर ये भी है कि इजराइल इस कोविड-19 वायरस को लेकर मार्च से ही भारत के संपर्क में रहा। जिसके चलते बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संबंध में 13 मार्च को भारतीय प्रधानमंत्री से आग्रह कियाथा कि वे मास्क और अन्य जरूरी चीजें निर्यात करने की छूट दें।
इजराइल के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को ट्वीट कर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्लीन उपलब्ध कराने पर पीएम मोदी को अपना प्रिय दोस्त बताते हुए धन्यवाद कहा। नेतन्याहू ने अपने ट्वीट में लिखा, “क्लोरोक्वीन भेजने के लिए शुक्रिया, मेरे प्रिय दोस्त नरेंद्र मोदी। इजराइल के सभी नागरिकों की ओर से आपको धन्यवाद।”
Thank you, my dear friend @narendramodi, Prime Minister of India, for sending Chloroquine to Israel.— PM of Israel (@IsraeliPM) April 9, 2020
All the citizens of Israel thank you! 🇮🇱🇮🇳 pic.twitter.com/HdASKYzcK4
उनके अलावा कई अन्य देशों ने भी भारत से ये गुहार लगाई थी। फिर भारत ने मंगलवार को इसके निर्यात पर लगी रोक को आंशिक रूप से हटा लिया और गुरुवार को भारत द्वारा भेजी गई 5 टन दवाइयाँ इजरायल पहुँच गईं, जिनमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन भी शामिल थी। जिसके बाद नेतन्याहू का ट्वीट आया।
भारत दुनिया में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बड़ा निर्माता है। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय ने देश में संक्रमण से संबंधित मामलों में तेजी से वृद्धि को देखते हुए दवा और इसके अवयवों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत की ओर से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर खुशी जताते हुए ट्रंप ने कहा था कि संकट की इस घड़ी में भारत की मदद को भुलाया नहीं जाएगा। उन्होंने मोदी की सराहना करते हुए उन्हें महान नेता बताया।
अवलोकन करे:-
वहीं ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि वह ब्राजील के लोगों की समय पर की गई इस मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को धन्यवाद देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को भेजे अपने पत्र में राष्ट्रपति जायर एम बोल्सोनारो ने लिखा कि भगवान राम के भाई लक्ष्मण की जिंदगी बचाने के लिए हिमालय से दवा (संजीवनी बूटी) लेकर आने वाले भगवान हनुमान और बीमारों को स्वस्थ करने वाले यीशु मसीह की तरह भारत और ब्राजील मिलकर इस वैश्विक संकट का सामना करेंगे।
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