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एक साथ 25 नौकरियां करने वाली अनामिका शुक्ला |
जून 5 को कासगंज की बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनामिका शुक्ला की सैलरी पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था जिसके बाद अपनी पोल-पट्टी खुलने के डर से अनामिका शुक्ला जून 6 को अपना इस्तीफा देने बीएसए के दफ्तर आई थी। उसके साथ एक लड़का भी आया था जो इस्तीफा लेकर बीएसए दफ्तर में गया जहां पूछताछ पर उसने बताया कि अनामिका शुक्ला बाहर खड़ी हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तुरंत पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी देते हुए अनामिका शुक्ला को गिरफ्तार करवाया और तब तक अपने स्टॉफ के जरिए उस लड़के को दफ्तर में ही रोके रखा।
ऐसे में प्रश्न यह भी होता है कि अध्यापिका अनामिका गिरफ्तार करने के साथ-साथ उन लोगों पर 25 ज़िलों के अधिकारियों पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई? ऐसी पता नहीं कितनी अनामिका होंगी, गंभीर जाँच ही घोटाले को उजागर कर सकती है। क्योकि अकेले किसी अनामिका में ऐसा करने का साहस नहीं।
जिसने भी पूरा मामला सुना, दांतो तले उंगली दबा ली। लोग हैरान परेशान हैं कि एक साथ 25 जिलों के 25 स्कूलों में कोई कैसे नौकरी कर सकता है। इतना बड़ा फर्जीवाड़ा आखिर हुआ तो हुआ कैसे? मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
1 comment:
योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार आने तक ऐसी अन्य घटनाए बहुत मिलेंगी जो अध्यापिका ग्रमीड छेत्र के स्कूलों में महीनों नहीं जाती थी लेकिन उनको बेतन मिलता रहता था।यह सब प्रशासन की मिली भगत या निष्क्रियता की बजह से होता था। इसी लिए शिक्षा का स्तर बहुत ही गिरा हुए था जिसका असर अब भी है।
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