पहले भारत के वास्तविक इतिहास से छेड़खानी का जो काम कांग्रेस और वामपंथी कर रहे थे, अब उस काम को आम आदमी पार्टी अंजाम देने में लग गयी है। आम आदमी पार्टी ने समझा कि जनता को भ्रमित कर कांग्रेस और वामपंथियों ने इतने वर्ष राज किया, क्यों ना उसी रास्ते को अपनाकर दिल्ली से बाहर भी अपना राज स्थापित किया जाए। शायद, केजरीवाल पार्टी यह भूल रही है कि दिल्ली और पंजाब से बाहर कोई उनकी पार्टी को घास तक डालने वाला नहीं। दूसरे, यह भी नहीं भूलना चाहिए कि जैसे-जैसे जनता को देश के वास्तविक इतिहास की जानकारी होनी शुरू हुई देश की दोनों सबसे पुरानी पार्टियां अब पाताललोक में स्थान पाने को लालायित है। केजरीवाल पार्टी को बने हुए अभी ज्यादा समय भी नहीं हुआ है, और दिल्ली और पंजाब से बाहर इस पार्टी के अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने के आलावा कई क्षेत्रों में तो NOTA से भी कम वोट मिलते हैं। दिल्ली और पंजाब से बाहर कोई केजरीवाल द्वारा मुफ्त में दी जाने वाली हड्डी के पीछे नहीं भागता।
जिस तरह तुष्टिकरण पुजारी और पाकिस्तान समर्थक नाथूराम गोडसे के कोर्ट में दर्ज 150 बयानों को प्रतिबंधित कर आरोपी सिद्ध करने में लगे हुए हैं, उसी तर्ज पर विनायक दामोदर सावरकर की क़ुरबानी को नजरअंदाज कर झूठे आरोपों से कलंकित किया जाने वाली नीति केजरीवाल पार्टी ने अपना ली, जो पार्टी के बहुत घातक सिद्ध होने वाली है। जिस दिन गोडसे, सावरकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अन्य क्रांतिकारियों की वास्तविकता जगजाहिर होगी, इन्हे कलंकित किए जाने वाले मुंह छुपाये भागते नज़र आएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी, सुरक्षाबलों और वीर सावरकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के पदाधिकारी अमित मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर बीजेपी के प्रवक्ता सुरेश नखुआ की शिकायत पर मुंबई में दर्ज कराई गई।
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी अमित मिश्रा ने 20 जून, 2020 को अपने ट्विटर एकाउंट से एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चीन के प्रधानमंत्री के सामने सिर झुकाते हुए वाला फोटो (जबकि यह फोटो ही फेक है, फोटोशॉप्ड है) लगाया था। साथ ही उन्होंने वीर सावरकर की फ़ोटो को भी लगाया। यह ट्वीट उन्होंने तब किया जब चीन के साथ हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
बीजेपी के प्रवक्ता सुरेश नखुआ ने अपनी शिकायत में कहा कि अमित मिश्रा ने ऐसा ट्वीट कर न सिर्फ पीएम की गरिमा को बदनाम किया है बल्कि उन्होंने वीर सावरकर को मानने वाले लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुँचाया है। प्रधानमंत्री की फ़ोटो को फोटोशॉप करके चीन के प्रधानमंत्री के सामने झुका कर उन्होंने भारतीय सेना का सम्मान करने वाले लोगों के भावनाओं को भी तकलीफ पहुँचाने का काम किया है।
नखुआ ने कहा कि मिश्रा द्वारा पोस्ट किए गए ऐसे ट्वीट के लिए उनके एकाउंट को सस्पेंड किया जाए। और इस पर संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई हो।
दरअसल इस ट्वीट ने न सिर्फ उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को बदनाम किया बल्कि सैनिकों द्वारा देश की रक्षा में बलिदान हुए सैनिकों का भी अपमान किया है। इस ट्वीट में उन्होंने वीर सावरकर और प्रधानमंत्री के लिए लिखा, “एक ने अंग्रेजों के सामने सर झुका दिया था और दूसरे ने चाइना के सामने…” इस विवादित ट्वीट पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
अमित मिश्रा आम आदमी पार्टी में 2008 से आरटीआई एक्टिविस्ट हैं। और यह उनका कोई पहला विवादित ट्वीट नहीं है। आए दिन वे इस तरह कई विवादित टिप्पणियाँ अपने एकाउंट पर पोस्ट करते रहते हैं।
जहाँ एक तरफ पूरा देश सैनिकों के बलिदान को पर गम और गुस्से में है, वहीं AAP के पदाधिकारी द्वारा इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरक़त से उन्होंने सिर्फ़ घटिया राजनीति ही नहीं की बल्कि देश के सम्मान को भी ठेस पहुँचाया है।
जिस तरह तुष्टिकरण पुजारी और पाकिस्तान समर्थक नाथूराम गोडसे के कोर्ट में दर्ज 150 बयानों को प्रतिबंधित कर आरोपी सिद्ध करने में लगे हुए हैं, उसी तर्ज पर विनायक दामोदर सावरकर की क़ुरबानी को नजरअंदाज कर झूठे आरोपों से कलंकित किया जाने वाली नीति केजरीवाल पार्टी ने अपना ली, जो पार्टी के बहुत घातक सिद्ध होने वाली है। जिस दिन गोडसे, सावरकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अन्य क्रांतिकारियों की वास्तविकता जगजाहिर होगी, इन्हे कलंकित किए जाने वाले मुंह छुपाये भागते नज़र आएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी, सुरक्षाबलों और वीर सावरकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के पदाधिकारी अमित मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर बीजेपी के प्रवक्ता सुरेश नखुआ की शिकायत पर मुंबई में दर्ज कराई गई।
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी अमित मिश्रा ने 20 जून, 2020 को अपने ट्विटर एकाउंट से एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चीन के प्रधानमंत्री के सामने सिर झुकाते हुए वाला फोटो (जबकि यह फोटो ही फेक है, फोटोशॉप्ड है) लगाया था। साथ ही उन्होंने वीर सावरकर की फ़ोटो को भी लगाया। यह ट्वीट उन्होंने तब किया जब चीन के साथ हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
Complaint filed against Aam Aadmi Party office bearer Mr Amit Mishra for sharing fake picture of Hon' Prime Minister Shri @NarendraModi ji and maliciously defaming the PM, Armed forces and Veer Savarkar. pic.twitter.com/f8a7nCgsKV— Suresh Nakhua 🇮🇳 ( सुरेश नाखुआ ) (@SureshNakhua) June 20, 2020

नखुआ ने कहा कि मिश्रा द्वारा पोस्ट किए गए ऐसे ट्वीट के लिए उनके एकाउंट को सस्पेंड किया जाए। और इस पर संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई हो।
दरअसल इस ट्वीट ने न सिर्फ उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को बदनाम किया बल्कि सैनिकों द्वारा देश की रक्षा में बलिदान हुए सैनिकों का भी अपमान किया है। इस ट्वीट में उन्होंने वीर सावरकर और प्रधानमंत्री के लिए लिखा, “एक ने अंग्रेजों के सामने सर झुका दिया था और दूसरे ने चाइना के सामने…” इस विवादित ट्वीट पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
अमित मिश्रा आम आदमी पार्टी में 2008 से आरटीआई एक्टिविस्ट हैं। और यह उनका कोई पहला विवादित ट्वीट नहीं है। आए दिन वे इस तरह कई विवादित टिप्पणियाँ अपने एकाउंट पर पोस्ट करते रहते हैं।
जहाँ एक तरफ पूरा देश सैनिकों के बलिदान को पर गम और गुस्से में है, वहीं AAP के पदाधिकारी द्वारा इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरक़त से उन्होंने सिर्फ़ घटिया राजनीति ही नहीं की बल्कि देश के सम्मान को भी ठेस पहुँचाया है।
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