हमारे सैनिकों की शहादत बेकार नही जाएगी : नरेन्द्र मोदी

भारत चीन सीमा पर तनाव, तीन जवान शहीदभारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच जारी विवाद के बीच चीनी सेना के साथ झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. इससे पहले खबर आई थी कि बीती रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल और दो जवान शहीद हुए थे लेकिन देर रात खबर ये आई कि 3 नहीं बल्कि 20 जवान शहीद हो गए हैं. घटना बीती रात  लद्दाख की गलवान घाटी में की है. बरसों बाद चीन के साथ झड़प में भारत के जवान शहीद हुए है .भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ‘गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई.
लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में भारतीय सेना की चीनी सेना के साथ हुई झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अ​मित शाह और 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने श्रद्धांजलि दी।



इसी अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि सैनिकों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवान चीनी सैनिकों को मारते-मारते वीरगति को प्राप्त हुए हैं।
भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। शुक्रवार को शाम 5 बजे बुलाई गई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के साथ सीमा पर जारी इस संघर्ष को लेकर आगे की परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे। विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस ऑनलाइन मीटिंग में हिस्सा लेंगे।
इसी बीच कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा – “क्या हमारे सैनिक और अधिकारी अभी भी लापता हैं? हमारे कितने सैनिक या अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं? चीन ने किन क्षेत्रों पर कब्जा किया है? चीन हमारी जमीन पर किस तरह कब्जा कर लिया? इससे निपटने के लिए सरकार की क्या नीति है? कॉन्ग्रेस इस संकट में हमारी सेना, सैनिकों, उनके परिवारों और सरकार के साथ खड़ी है।”
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच हाथापाई और संघर्ष हुआ, जिसमें भारत के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए जबकि चीन के 40 से अधिक जवानों के हताहत होने की सूचना सामने आई हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि भारतीय ऑफिसर और उनके दो जवानों पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला बोल दिया था। इसके बाद भारतीय सैनिक चौंक गए और इसका जवाब दिया गया। इसके बाद आधी रात तक हिंसक झड़प चलती रही। चीन अभी तक अपने सैनिकों की मौत का आँकड़ा छुपा रहा है और सीमा पर संघर्ष के लिए भारत को ही दोषी ठहरा रहा है।


भारत और चीन के बीच मई से ही सीमा विवाद को लेकर लद्दाख बॉर्डर पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. चीनी सैनिकों ने LAC को पार कर लिया था और वो पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे. चीन ने करीब पांच हजार सैनिकों को वहां इकट्ठा किया है और लगातार सैन्य साजो-सामान मंगवा रहा है.  भारतीय जवानों के मारे जाने को लेकर चीन ने बयान जारी कर कहा है कि भारत एकतरफा कारवाई ना करें या मुसीबत पैदा ना करें.  इस बीच खबर है कि सीमा पर गोलीबारी नहीं हुई बल्कि एक दूसरे के ऊपर पत्थर फेंके गए जिसमें भारतीय सेना के एक कर्नल और दो जवान शहीद हुए हैं.

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