
लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में भारतीय सेना की चीनी सेना के साथ हुई झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने श्रद्धांजलि दी।
#WATCH India wants peace but when instigated, India is capable of giving a befitting reply, be it any kind of situation: Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/rJc0STCwBM— ANI (@ANI) June 17, 2020
In order to discuss the situation in the India-China border areas, Prime Minister @narendramodi has called for an all-party meeting at 5 PM on 19th June. Presidents of various political parties would take part in this virtual meeting.— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2020
Today when there's anger in the country regarding this incident then PM should come forward & tell the truth to the country that how did China occupy our land and why did our 20 soldiers lose their lives? What is the situtaion there today?: Congress Interim President Sonia Gandhi pic.twitter.com/OczUqQj0jm— ANI (@ANI) June 17, 2020
इसी अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि सैनिकों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवान चीनी सैनिकों को मारते-मारते वीरगति को प्राप्त हुए हैं।
भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। शुक्रवार को शाम 5 बजे बुलाई गई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के साथ सीमा पर जारी इस संघर्ष को लेकर आगे की परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे। विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस ऑनलाइन मीटिंग में हिस्सा लेंगे।
इसी बीच कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा – “क्या हमारे सैनिक और अधिकारी अभी भी लापता हैं? हमारे कितने सैनिक या अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं? चीन ने किन क्षेत्रों पर कब्जा किया है? चीन हमारी जमीन पर किस तरह कब्जा कर लिया? इससे निपटने के लिए सरकार की क्या नीति है? कॉन्ग्रेस इस संकट में हमारी सेना, सैनिकों, उनके परिवारों और सरकार के साथ खड़ी है।”
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच हाथापाई और संघर्ष हुआ, जिसमें भारत के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हुए जबकि चीन के 40 से अधिक जवानों के हताहत होने की सूचना सामने आई हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि भारतीय ऑफिसर और उनके दो जवानों पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला बोल दिया था। इसके बाद भारतीय सैनिक चौंक गए और इसका जवाब दिया गया। इसके बाद आधी रात तक हिंसक झड़प चलती रही। चीन अभी तक अपने सैनिकों की मौत का आँकड़ा छुपा रहा है और सीमा पर संघर्ष के लिए भारत को ही दोषी ठहरा रहा है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झड़प में जान गंवाने वाले 20 भारतीय सेना के जवानों के नाम। pic.twitter.com/rwseDqBXTv— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 17, 2020
भारत और चीन के बीच मई से ही सीमा विवाद को लेकर लद्दाख बॉर्डर पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. चीनी सैनिकों ने LAC को पार कर लिया था और वो पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे. चीन ने करीब पांच हजार सैनिकों को वहां इकट्ठा किया है और लगातार सैन्य साजो-सामान मंगवा रहा है. भारतीय जवानों के मारे जाने को लेकर चीन ने बयान जारी कर कहा है कि भारत एकतरफा कारवाई ना करें या मुसीबत पैदा ना करें. इस बीच खबर है कि सीमा पर गोलीबारी नहीं हुई बल्कि एक दूसरे के ऊपर पत्थर फेंके गए जिसमें भारतीय सेना के एक कर्नल और दो जवान शहीद हुए हैं.The latest What the Fatah!! https://t.co/Y6Zhu8fjja Thanks to @anchitworld— Tarek Fatah (@TarekFatah) June 17, 2020
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