आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
जब राहुल गाँधी को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बनाने की चर्चा चल रही थी, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "जितनी जल्दी हो राहुल को अध्यक्ष बनाइए", जो आज शत-प्रतिशत चरितार्थ हो रही है। इनका हर बयान कांग्रेस के विरुद्ध जा रहा है।
चीन के साथ सीमा विवाद और गलवान घाटी में झड़प के बाद जहां देश एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती के साथ खड़ी है, वहीं कांग्रेस शुरू से ही लगातार सरकार पर हमला कर रही है। कांग्रसे के रुख को देखकर ये तय करना मुश्किल हो रहा है कि वे देश के साथ है या चीन के साथ खड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी ने सरकार से एक बार फिर पूछा है कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है। इसपर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करारा पलटवार किया है। मंगलवार को राहुल को जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले कांग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौते करती है। इसके बाद वह चीन को जमीन सरेंडर कर देती है। डोकलाम तनाव के दौरान राहुल गांधी चुपचाप चीनी दूतावास गए थे। इस चुनौतीपूर्ण वक्त में राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं और जवानों का मनोबल गिराना चाहते हैं। समझौते का प्रभाव?’
असल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज ट्वीट कर कहा, ‘चीन आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं। क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है?’
इस पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले यह पार्टी चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से समझौते करती है और फिर देश की जमीन चीन को सौंप देती है। गौरतलब है कि 2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन गए थे। उस समय कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के बीच समझौता हुआ था। ये समझौता चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में हुआ था।
आईचौक की खबर के अनुसार चीन में ओलंपिक गेम्स उद्घाटन समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चीनी सरकार की ख़ास मेहमान दीर्घा में बैठी थीं। चीन के दौरे पर सोनिया गांधी के साथ तब कांग्रेस जनरल सेक्रेट्री राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और दोनों बच्चे भी गए थे। ओलंपिक गेम्स के उद्घाटन से एक दिन पहले, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच एक समझौता हुआ। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने MoU पर दस्तखत किया। कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की तरफ से वांग चियारुई ने दस्तखत किए। यह समझौता पार्टी के स्तर पर हुआ था।
जब राहुल गाँधी को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बनाने की चर्चा चल रही थी, तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "जितनी जल्दी हो राहुल को अध्यक्ष बनाइए", जो आज शत-प्रतिशत चरितार्थ हो रही है। इनका हर बयान कांग्रेस के विरुद्ध जा रहा है।
चीन के साथ सीमा विवाद और गलवान घाटी में झड़प के बाद जहां देश एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती के साथ खड़ी है, वहीं कांग्रेस शुरू से ही लगातार सरकार पर हमला कर रही है। कांग्रसे के रुख को देखकर ये तय करना मुश्किल हो रहा है कि वे देश के साथ है या चीन के साथ खड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी ने सरकार से एक बार फिर पूछा है कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है। इसपर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करारा पलटवार किया है। मंगलवार को राहुल को जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले कांग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौते करती है। इसके बाद वह चीन को जमीन सरेंडर कर देती है। डोकलाम तनाव के दौरान राहुल गांधी चुपचाप चीनी दूतावास गए थे। इस चुनौतीपूर्ण वक्त में राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं और जवानों का मनोबल गिराना चाहते हैं। समझौते का प्रभाव?’
असल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज ट्वीट कर कहा, ‘चीन आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं। क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है?’
First, Congress signs MoU with Chinese Communist Party.— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 23, 2020
Then, Congress surrenders land to China.
During Doklam issue, Rahul Gandhi secretly goes to Chinese embassy.
During crucial situations, Rahul Gandhi tries to divide the nation & demoralise armed forces.
Effects of MoU? pic.twitter.com/Z3WJhpt4Ol
चीनी आक्रमण के ख़िलाफ़ हम एकजुट खड़े हैं।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 23, 2020
क्या भारतीय ज़मीन पर चीन ने कब्ज़ा किया है? pic.twitter.com/YCEd0P20aU
This picture of Rahul Gandhi signing an agreement in 2008 in China with Sonia and Xi in the background has possible sinister implications for the country’s security. The NIA must initiate an investigation under the Unlawful Activities ( Prevention) Act and secure the agreement pic.twitter.com/WCn1TY6E28— Mahesh Jethmalani (@JethmalaniM) June 21, 2020
इस पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले यह पार्टी चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से समझौते करती है और फिर देश की जमीन चीन को सौंप देती है। गौरतलब है कि 2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन गए थे। उस समय कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के बीच समझौता हुआ था। ये समझौता चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में हुआ था।
आईचौक की खबर के अनुसार चीन में ओलंपिक गेम्स उद्घाटन समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चीनी सरकार की ख़ास मेहमान दीर्घा में बैठी थीं। चीन के दौरे पर सोनिया गांधी के साथ तब कांग्रेस जनरल सेक्रेट्री राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और दोनों बच्चे भी गए थे। ओलंपिक गेम्स के उद्घाटन से एक दिन पहले, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच एक समझौता हुआ। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने MoU पर दस्तखत किया। कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की तरफ से वांग चियारुई ने दस्तखत किए। यह समझौता पार्टी के स्तर पर हुआ था।
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