यह पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ बड़े ही जोश में। लेकिन अंत में इन ‘कॉमेडियंस’ पर आकर ख़त्म हो गया, जो कथित क्रांति के उन्माद में चूर हैं। ऐसे कॉमेडियन जो भाजपा पर फास्टिस्ट होने का आरोप लगाते रहे हैं, अंत में वो महा विकास अघाड़ी की गठबंधन सरकार और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से झुक कर माफ़ी माँगते दिख रहे हैं।
ऐसी ही एक कॉमेडियन हैं जिनके ट्वीट और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे, नाम है – ‘राधिका वाज’। राधिका ऐसी महिला हैं, जिसे बहुत पसंद भी नहीं किया जाता है, लेकिन हँसी-मज़ाक को ढाल बना कर वो अपना घटिया रवैया और अनैतिकता छिपाती हैं।

एक वक्त हालाँकि ऐसा भी था, जब राधिका वाज़ कुछ ज़्यादा ही क्रांतिकारी महसूस कर रही थीं। इतना कि सार्वजनिक मंच पर बिना कपड़ों के कॉमेडी कर रही थी। साल 2015 में एक शो हुआ था ‘WHAT THE F**K SHOULD I WEAR?’ शीर्षक के मुताबिक़ ही राधिका अपने भ्रम का प्रदर्शन करने के लिए स्टेज पर ‘नंगे’ होकर कॉमेडी कर रही थी।
Look at this rice bag convert @radvaz abusing Hindu beliefs and faith— Ramesh Solanki (@Rajput_Ramesh) July 16, 2020
Then if someone abuses her she will play victim card
Seriously this nonsense has to stop @CMOMaharashtra @AnilDeshmukhNCP ji and most of this 2 takke ke comics are from Mumbai
P.S : Dont abuse or threaten 🙏 pic.twitter.com/AEkBUPGIPA
This is a clear threat. I do hope the police and all who have been tagged on it are aware of that. I have threatened no one. https://t.co/uOKUW4j40Q— radhika vaz (@radvaz) July 17, 2020
I rest my case. https://t.co/4ggZcans6E— radhika vaz (@radvaz) July 15, 2020
So now I am being trolled. For no reason. This is what happens when you make a man feel stupid. https://t.co/JxzcbFaJA2— radhika vaz (@radvaz) October 5, 2018
Trolls asking me to make fun of Hijab and Christianity don’t realise that is exactly what they and their ancestors have been doing for ages. Look no further than your own bias. To say nothing of our films and TV shows that refuse to represent minorities.— radhika vaz (@radvaz) July 19, 2020
This is a clear threat. I do hope the police and all who have been tagged on it are aware of that. I have threatened no one. https://t.co/uOKUW4j40Q— radhika vaz (@radvaz) July 17, 2020
बदकिस्मती से राधिका के चुटकुले औसत भी नहीं थे और कॉमेडी भी बहुत अच्छी नहीं थी। वीडियो देख कर किसी के ज़हन में यह सवाल उठना लाज़मी है कि देखने वाले राधिका के चुटकुलों पर हँस रहे थे या खुद उसे देख कर। कुल मिला कर वीडियो कॉमेडी नहीं नज़र आती बाकी नैतिक उपदेश ज़रूर सुनाई देते हैं।SORRY IN ADVANCE TO ALL BHAKTS! My two bits in @timesofindia Minority report: I should have listened to mother-in-law and changed my last name after marriage. https://t.co/6FcXJELcnq— radhika vaz (@radvaz) April 25, 2019
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राधिका वाज के ट्वीट |

सरल शब्दों में कहना गलत नहीं होगा कि राधिका के हँसी-मज़ाक का तरीका बहुत ही विचित्र और अपरम्परागत है। मिसाल के तौर पर, उसने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि अपने पिता को ‘डैड’ नहीं बुलाती बल्कि ‘motherf*cker’ (अपशब्द, मादर*#द) कहती हैं।


इतना ही नहीं राधिका के मन में महिलाओं के जननांग के लिए बेहद घटिया तरह की सनक है। वह हिंदू त्यौहारों का मज़ाक उड़ाने के लिए अक्सर महिला जननांग का ज़िक्र लेकर आती है।
राधिका वाज बिना किसी लिहाज़ के गाली-गलौच भी खूब करती हैं। हर इंसान जो उसके ट्वीट पर जवाब देता है, उसे राधिका की गालियों का बराबर सामना करना पड़ता है। राधिका की गालियाँ सोशल मीडिया पर चलने वाले ‘गालियों भरे ट्रोल्स’ जितनी ही बुरी होती हैं। कभी-कभी तो उससे भी बद्तर। https://www.newslaundry.com/2016/01/25/radhika-vazs-memoir-proves-you-can-be-a-feminist-and-not-hate-all-things-feminine
राधिका हिंदू धर्म, मान्यताओं और हिंदू धर्म से जुड़े लोगों की भावनाएँ आहत करने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ती है। वहीं इस्लाम धर्म के लिए राधिका का रवैया/नज़रिया बेहद नर्म है। एक ऐसी कॉमेडियन, जो स्टेज पर बिना कपड़ों के कॉमेडी करती है, वही इस्लाम धर्म के पहनावे बुर्के और हिजाब में बराबर रूचि रखती है। जी हाँ, नीचे उसके ट्वीट का स्क्रीनशॉट इसका गवाह है।
राधिका को हिंदू धर्म से जुड़ी हर चीज़ से नफ़रत है, हिंदू आदमियों से भी। उसका दावा है कि भारत दुनिया का चौथा सबसे खतरनाक देश है और इसके लिए हिंदू धर्म के आदमी ज़िम्मेदार हैं।
राधिका अक्सर ऐसा दावा करती है कि उसने कभी हिंदू धर्म का मज़ाक नहीं बनाया। जबकि पिछले कुछ समय उसने ऐसे तमाम ट्वीट किए हैं, जो सीधे तौर पर धर्म का मज़ाक बनाते हैं। शायद उनकी अंग्रेजी सही नहीं है, इसलिए ऐसा बोल रही होंगी। जबकि ट्वीट में जो लिखा है, उस अंग्रेजी का मतलब बेहद घटिया है।
‘वाक ऑफ़ शेम’ का मतलब होता है – जब कोई व्यक्ति संभोग (वो भी बिना प्लानिंग के) कर लौट रहा हो। और इस दौरान उसने वही कपड़े पहने हों, जो उसने पिछली रात में रहने थे। राधिका ने ठीक यही वाक्य ‘वाक ऑफ़ शेम’ ‘लक्ष्मी’ (देवी) के लिए उपयोग किया। इसके बाद राधिका ऐसा दावा करती हैं कि उसने कभी हिंदू धर्म का मज़ाक नहीं बनाया।
इन बातों, ट्वीट, वीडियो और स्क्रीनशॉट के आधार पर इतना साफ़ है कि राधिका का नज़रिया कैसा है। कैसे वह हर बार एक ही धर्म और एक ही समुदाय के लोगों को निशाना बनाती है। असल मायनों में उसका क्रांतिकारी रवैया अंदर से पूरी तरह खोखला है। वह जितनी बार स्टेज पर होती है, जैसे ही उसे अंदाज़ा होता है कि उसके सामने न्यायिक चुनौतियाँ आ सकती हैं, वैसे ही वो अपने कथित सिद्धांतों से समझौता कर लेती है।
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