इजरायल ने बर्बाद किया ईरानी परमाणु ठिकाना

इजरायल ईरानी परमाणु ठिकाना
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू
इजरायल और उसके धुर व‍िरोधी ईरान के बीच साइबर अटैक चरम पर है। ताजा घटना में इजरायल ने जोरदार साइबर हमला करके ईरान के परमाणु ठिकानों में दो विस्‍फोट करा दिए। इनमें से एक यूरेनियम संवर्धन केंद्र है और दूसरा मिसाइल निर्माण केंद्र। यही नहीं इजरायल ने अपने घातक F-35 फाइटर जेट की मदद से ईरान के पर्चिन इलाके में मिसाइल न‍िर्माण स्‍थल पर धावा बोला और उसे बर्बाद कर दिया।
Cyber Strike By Foreign Force Caused Iran Explosion: Israeli ...
Israel Attack Iran | Israel Hit Missile in Iran | Israel Cyber ...ये भी जानना जरूरी है कि एक कुवैती अखबार जिसका नाम अल जरीदा है उसकी रिपोर्ट के अनुसार ये दावा किया गया है कि ये अटैक पिछले हफ्ते हुआ। साथ ही अखबार ने ये भी जानकारी दी है कि इजरायल की ओर से बमबारी के बाद ईरान के अंडरग्राउंड नतांज परमाणु संवर्धन केंद्र में आग लग गई और जोरदार विस्‍फोट हुआ। माना जा रहा है कि इससे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को धक्‍का लगा है और वह करीब दो महीने पीछे चला गया है।
नतांज ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 250 किलोमीटर दूर है, जहाँ एयरस्‍ट्राइक से बचाव के लिए भूमिगत यूरेनियम संवर्धन केंद्र बनाए गए हैं। यह घटना 26 जून की बताई जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने F-35 स्‍टील्‍थ फाइटर जेट की मदद से ईरान के पर्चिन इलाके में बम गिराए, जिसे मिसाइल उत्‍पादन का केंद्र समझा जाता है।


कुवैती अखबार अल जरीदा ने इस बात का भी दावा किया है कि पिछले शुक्रवार को फाइटर जेट F-16 स्‍टील्‍थ ने ईरान के पर्चिन इलाके में मौजूद एक ठिकाने पर हमला किया था और बमबारी की थी। कहा जा रहा है कि यही मिसाइल उत्‍पादन केंद्र था।
इजरायल ये आरोप लगाता रहा है कि अपने हथियार और मिसाइलों को ईरान लगातार यहूदियों के विरोधी हिज्‍बुल्‍ला को मुहैया करा रहा है, ऐसे में अचानक इस अटैक से ईरान को गहरा सदमा लगा है।
हालाँकि, रिपोर्ट लिखे जाने तक इजरायल ने इन दोनों ही अटैक को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इससे पहले ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं कि ईरान ने अप्रैल महीने में इजरायल के पानी के सप्‍लाइ को हैक करने की कोशिश की थी। ईरान के इस हमले को इजरायल के साइबर डिफेंस ने असफल कर दिया था। अगर ईरान अपने इस प्रयास में सफल हो जाता तो पानी के अंदर क्‍लोरीन की मात्रा खतरनाक स्‍तर तक बढ़ जाती। पूरे देश में पानी का संकट भी खड़ा हो जाता।

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