
देशद्रोह क़ानून के अंतर्गत तुरंत सज़ा
जेएनयू स्कॉलर साजिब बिन सईद ने भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर में नरसंहार के लिए जिम्मेदार बताया था। ‘टाइम्स नाउ’ के वरिष्ठ संपादक प्रदीप दत्ता ने इसी सन्दर्भ में निर्मल खन्ना से बातचीत की। बता दें कि निहत्थे रवि खन्ना और उनके साथियों को यासीन मालिक और उसके गैंग ने तब मार डाला था जब वे लोग श्रीनगर में बस का इन्तजार कर रहे थे।
निर्मल खन्ना ने कहा कि वो एक जेएनयू स्कॉलर की तरफ से इस प्रकार के अर्थहीन बयान से बेचैनी महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि साजिब बिन सईद को अपने बयान में भारतीय सेना को बदनाम करने के लिए खुद पर शर्म आनी चाहिए। निर्मल खन्ना ने कहा कि ऐसे अच्छी तरह पढ़े-लिखे लोगों द्वारा देश व जनता की सुरक्षा करने वाले सेना के प्रति इस तरह के विचार रखना काफी दर्द देने वाला है।
#Exclusive | TIMES NOW's Pradeep speaks to Nirmal Khanna, wife of Martyr Squadron Leader Ravi Khanna on JNU scholar Sajib Bin Sayed's tweet on the Indian Army.— TIMES NOW (@TimesNow) July 25, 2020
Listen in. pic.twitter.com/omFZUwkhMs
उन्होंने कहा कि हमारे देश के सुरक्षा बलों के खिलाफ इस तरह का तुच्छ प्रोपेगेंडा चलते देखना उनके लिए बेहद निराशाजनक है। उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह देश की सेवा करते हुए उनके पति ने अपने जान न्योछावर कर दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये छद्म-बुद्धिजीवी जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की कुटिल हरकतों से ध्यान बँटाने के लिए और उनका बचाव करने के लिए सेना पर ऐसे आरोप मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा:
“राष्ट्र के खिलाफ बोलने के लिए ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। ऐसे लोग, जो खुलेआम देश के प्रति गद्दारी को प्रदर्शित करते हैं और भारतीय सुरक्षा बलों को बदनाम करते हैं, उनके खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। देश के खिलाफ साँठगाँठ करने वालों इन लोगों को ऐसी सज़ा दी जानी चाहिए कि ये भविष्य के लिए भी सबक हो। ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। वो रहते तो हैं इस देश में लेकिन नाम पाकिस्तान का जपते रहते हैं।”
FIR was registered against JNU scholar Sajib Bin Sayed at Kapashera Police Station (name mention in detailed FIR) on 8th July for a tweet against the Indian Army, under Sections 504 and 153 of IPC: Delhi Police— ANI (@ANI) July 25, 2020
एक बहुत ही मेहनती इस्लाम पे ईमान फरमाने वाले— Dehat ka Will Smith (@BaggerV60387384) July 25, 2020
पढे लिखे मुस्लिम को भारतीय कानून परेशान कर रहा है क्यूंकि ये लोग इस्लाम की तरक्की और फरमायी तारीखों से नफ़रत करते हैं। ये नौजवान योद्धा है और अल्लाह इसपर रहम फरमाए - मौलाना बकरीबाज
#Breaking | JNU scholar Sajib Bin Sayed has been booked by Delhi Police for allegedly 'promoting hate' through his tweet on the Indian Army. TIMES NOW has accessed the FIR copy.— TIMES NOW (@TimesNow) July 25, 2020
Details by TIMES NOW’s Nikunj. pic.twitter.com/YVJt1YJh4f
Victim cards incoming 😂— Inscrutable 🕉️ (@inception_5) July 25, 2020
pregnant bhi ho skta ha— 👷🏼♂️KAPIL SHARMA🐦 (@kapilmanikoscar) July 25, 2020
निर्मल खन्ना ने सवाल उठाया कि आखिर साजिब बिन सईद जैसे लोग उसी सेना को बदनाम करने का प्रयास करते हुए पाकिस्तान का गुण गाते हैं, जो सेना उन्हें इसी पाकिस्तान द्वारा थोपे गए आतंकवाद से बचा रही है। उन्होंने कहा कि अगर बलिदानी आत्माओं की शांति चाहिए तो ऐसे लोगों और उनके संगठनों को भारतीय सेना और देश के लिए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाना बंद करना चाहिए।
अपने ट्वीट के माध्यम से नफरत फैलाने वाले जेएनयू के स्कॉलर साजिद बिन सईद पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसा है। सईद ने भारतीय सेना और आरएसएस पर ‘कश्मीरियों के विनाशकारी नरसंहार’ का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने सईद के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। जल्द ही दिल्ली पुलिस सईद से पूछताछ शुरू कर सकती है। सईद के खिलाफ आईपीसी की धारा 504, और 153 के तहत FIR दर्ज किया गया है।
कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष साजिद बिन सईद ने ट्विटर पर पोस्ट कर कहा था, “भारतीय सेना कश्मीरियों के नरसंहार को अंजाम देती है, जो आरएसएस द्वारा तैयार किया जाता है। भाजपा सरकार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा गारंटीकृत स्व-निर्णय के लिए कश्मीरियों के अधिकार को स्वीकार करना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा इस मुद्दे में हस्तक्षेप करने का सही समय आ गया है।”
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