गुजरात से बाहर निकल राष्ट्रीय राजनीति में नरेंद्र मोदी के पदापर्ण करते राजनीति नहीं सियासत के मायने ही बदल गए हैं। पहले चुनावों में हिन्दू अथवा हिन्दुत्व की बात करने को चुनाव संहिता का दोषी माना जाता था, लेकिन अब हिन्दू को जूते की नोक रखने वाले चुनावों में 'कोट पर जनेऊ पहन', 'हनुमान भक्त बन', 'मंदिरों में माथा टेकना' और अब तो 'चंडी स्रोत' पढ़ अपने आपको हिन्दू होने का प्रमाण-पत्र देते नज़र आते हैं। ये वही सांप्रदायिक नेता हैं, जो किसी मुसलमान की हत्या होने पर उसके घर को तीर्थ स्थल समझ जाकर, ऐसे लाखों रूपए की खैरात बांटते हैं, मानो अपनी जेब से दान कर रहे हैं, परन्तु स्थिति विपरीत होने पर इन सबके मुंह में दही जम जाता है।
पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव के पहले चरण की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सूबे का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। राजनीतिक बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चरम पर है। इस बीच कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है।दरअसल, नंदीग्राम की रैली में ममता के मंत्र और श्लोक पाठ के बाद बीजेपी उन्हें चुनावी हिंदू बता रही है। वहीं कॉन्ग्रेस नेता अधीर चौधरी ने कहा, “बीजेपी के डर से ममता उनसे भी बड़ी हिन्दूवादी बनने की कोशिश कर रहीं हैं।”
Didi on normal days : pic.twitter.com/2F8G4gV7JY
— Octivist (@octivist) March 9, 2021
It is first time Mamata Banerjee is trying to prove that she's Brahmin. Earlier she used to say- 'I wear hijab, pray & protect Muslims'. Now she has changed. After BJP came to West Bengal, she is trying to prove that she's not less 'Hindutvavadi' than BJP: AR Chowdhury, Congress pic.twitter.com/alEZo60Lp2
— ANI (@ANI) March 10, 2021
@MamataOfficial @MahuaMoitra @KolkataPolice why slapping or offending a HINDU devotee while praying... ⁉️@BJP4India @BJPBengal
— Saurabh Kumar (@SaurabhKSingh09) March 9, 2021
Sab dhakosla hai. Dhikava aur kuch nahi
— Sandeep Brahme (@BrahmeSandeep) March 9, 2021
Her desperation shows in her albeit wrong recitation of a Durgastuti. If only she had recited the Chandi Path during her two terms in office, she wouldn't be riding into the sunset on a two wheeler.
— Lalitha Iyer (@Iyerlalitha) March 10, 2021
Half truth hai yeh. Visarjan hindu rituals ke hisaab se dshami(10th) ke din hota hai. Bengal mein 5 din hota hai. Mamata ne ekadashi(11th) ko bandh kiya tha.
— DR. SNOW (@doctoredprofile) March 9, 2021
#WestBengal
— vicky Jain (@vicky99715) March 10, 2021
बंगाल में मुस्लिम हैं 30% और हिन्दू 70%••
•फ़िर भी बीजेपी के अलावा सारे दल 30% एकजुट मुस्लिम वोटों के लिये पागल हो रहे हैं•
•70% हिन्दुओं बंगाल में यह आखिरी मौका है••
लहलहा दो भगवा🙏💪
मजबूरी मे हिन्दू बने सेकुलर नेता
pic.twitter.com/OqqtqbJs4U
Ghar Wapsi 🕉️
— Madhu Maddy (@Madhu_619) March 10, 2021
🤣😂😜
ottonto boka boka jukti, kintu uni bolenni ekhane uni khan 🙂🙏
— Soumesh Banerjee (@soumeshbanerjee) March 9, 2021
अधीर रंजन ने कहा कि इस चुनाव में आम लोगों की कोई बात नहीं कर रहा। सिर्फ सोनार बांग्ला करके बीजेपी (BJP) और टीएमसी (TMC) लोगों से वोट माँग रहे हैं। ममता पहली बार खुद को ब्राह्मण साबित करने की कोशिश कर रही हैं। पहले कहती थीं की हिजाब पहनती हूँ और मुसलमानों की हिफाजत करती हूँ। अब तेवर बदल गए हैं आजकल चंडी पाठ कर रही हैं। और ये सब बीजेपी के डर की वजह से हो रहा है।
कॉन्ग्रेस नेतृत्व द्वारा बंगाल में चुनाव प्रचार की योजना पर पूछे गए सवाल के जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी पूरे दमखम से चुनाव लड़ेगी। अपने सहयोगियों के खिलाफ हम विरोधियों को कड़ी टक्कर देंगे। वहीं अधीर रंजन ने ये भी कहा कि राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी भी प्रचार करने के लिए वहाँ जाएँगे।
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने में मदद कर रहे हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने मतदाताओं को लुभाने के लिए चालें चल दी हैं। हमेशा की तरह, उन्होंने राजनेताओं को उनकी हिंदू पहचान का सहारा लेने का सुझाव दिया।
टीएमसी महाशिवरात्रि पर अपना घोषणा पत्र जारी करने जा रही है। घोषणा पत्र जारी करने से पहले 11 मार्च को नंदीग्राम में सुबह पूजा करने की भी उम्मीद है। जाहिर तौर पर, उन्हें भाजपा की ‘राम भक्त’ छवि का विरोध करने के लिए ‘शिव भक्त’ के रूप में पेश किया जा रहा है।
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वे भगवान राम के भक्त हैं। विधानसभा में केजरीवाल ने कहा कि वे हनुमान के भक्त हैं और हनुमान रामचंद्र जी के… तो इस नाते वे रामचंद्र जी के भी भक्त हुए। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 6 सालों में दिल्ली के भीतर ‘राम राज्य’ लाने की कोशिश की है। दिल्ली के सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर बनने के बाद, सरकार बुजुर्गों को मुफ्त में दिल्ली से अयोध्या दर्शन के लिए ले जाएगी।
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