क्या मीडिया अभी भी कांग्रेस के इशारे पर ही नाचती है? यदि नहीं, फिर किस कारण से ABP चैनल को कांग्रेस के दबाव के आगे झुकना पड़ा? क्या चैनल कांग्रेस स्पोंसर समाचार प्रसारित करता है? चैनल कांग्रेस के दबाव में आकर इस बात को इस बात को भी साबित कर दिया कि टीवी पर होने वाली चर्चाएं सिर्फ अपनी TRP के लिए की जाती हैं। अन्यथा वह क्या कारण थे कि चैनल को शहज़ाद पुणेवाला को चर्चा में आने से रोका?
फ्री स्पीच पर एक बार फिर कांग्रेस का दोहरा रवैया सामने आया है। शहजाद पूनावाला को एबीपी न्यूज पर डिबेट में आने से रोक दिया गया है। शहजाद को एबीबी न्यूज चैनल पर टूलकिट विवाद पर होने वाली चर्चा में आमंत्रित किया गया था। लेकिन ऐन टाइम पर यह कहकर चर्चा में भाग लेने से रोक दिया गया कि कांग्रेस नेता नहीं चाहते कि आप डिबेट में हिस्सा लें। इसके बाद शहजाद पूनावाला ने ट्विटर पर एबीपी न्यूज चैनल के साथ हुई बातचीत के ऑडियो को शेयर कर दिया।
Thread :Real face of Congress intolerance & curbing Free Speech & bullying media
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) May 21, 2021
Today 2pm I was requested by @ABPNews to join their debate at 5pm on Toolkit issue - I agreed to join
At 4:15pm ABP Guest team said ABP had to drop me in Congress pressure
Here is the proof 1/n pic.twitter.com/vsrvOghNlF
I have given audio proof above 👆that due to Congress blackmail they are dropping me ((Congress has done this many times but now here is proof)
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) May 21, 2021
Is this Free speech? Tolerance ?
I am an anchor presenter & analyst by profession & I fear Congress will hound me even more 2/n pic.twitter.com/CVIz0VEoZj
In audio you can hear clearly that @ABPNews revealed that CONGRESS has clearly dictated that I should not be there on panel!
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) May 21, 2021
It’s clear blackmail & control of spineless pliable news channels
If anything happens to me or if I lose my job it will be due to Congress alone 3/n
एबीपी चैनल द्वारा शहज़ाद को कांग्रेस के दबाव में चर्चा में भाग लेने से रोकने पर लोगों की प्रक्रियाएं तो सामने आ ही रही हैं, लेकिन यह भी सिद्ध हो रहा है कि सत्ता में न होते हुए भी कांग्रेस ने किस तरह मीडिया को अपनी मुट्ठी में कर रखा है। यह उन लोगों को करारा जवाब है, जो कहते हैं, "मोदी ने मीडिया को खरीद लिया है", दूसरे एबीपी चैनल ने भी सिद्ध कर दिया है कि सच्चाई के उजागर होने के डर से कांग्रेस ने चैनल को खरीद लिया है। मीडिया जिसे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है, अन्य चैनलों की भांति ABP ने साबित कर दिया कि 'वही समाचार प्रसारित होंगे, जिसे कांग्रेस चाहेगी। देखिए ट्विटर पर लोगों की प्रक्रियाएं :
This basically implies ABP news is dictated by Congress. So it can be concluded that it is not an impartial & trustworthy channel.
— Ananta Mohanty (@finepatriot1) May 21, 2021
@Shehzad_Ind we love to hear from you @AmanChopra_ #taalthokkey and #newshour just ignore such offers!!!
— 🇮🇳अमृत 🇮🇳 (@_Amrit_Ghosh_) May 21, 2021
How intolerant this so called democratic party bloody dynasty wale!
You have exposed them well done!!
आपातकाल के बारे में किसीने सच ही कहा था, इंदिरा गांधी ने मीडिया को झूकने को कहा और मीडिया रेंगने लगा था जैसे आज @ABPNews
— Alkesh अलकेश 🇮🇳 🕉🚩 (@keshav29) May 21, 2021
ने किया.@Shehzad_Ind #ShameOnUCongress
It is not only because of that.. they, congress are getting huge payment from China and Some organization...
— 🚩Manu 🚩 (@MyNation14) May 21, 2021
-Congress still has its stranglehold on media. The latter having a grouse against the ruling party, is in cohorts with the Congress, leaves no chance to pull the BJP down.
— Brindavan Patnaik (@BrindavanPatna2) May 21, 2021
It's just like the hunter becoming the hunted.
Grim situation.
It's evident which party is the real fascist party.
— Valhalla (@SemperFiMessi) May 21, 2021
Congress is dead scared that Shehzad will expose them as he knows the party from inside out.
Shame on @ABPNews
Forget @Twitter . Atleast take action on @ABPNews . Is it possible @BJP4India @PrakashJavdekar @rsprasad ?
— Venkatesh s kulkarni (@venkate98507511) May 21, 2021
कांग्रेसी हुए किसके ? pic.twitter.com/pnfY4YWCHF
— नितिन चौहान 🇮🇳 (@nitingzb) May 21, 2021
So INC is dictating the on-air guest list If @ABPNews now? If ABP News is bending over backward to cater to INC’s demands, it reflects more on them than anyone else. This doesn’t help their credibility.
— Avatans Kumar (@avatans) May 21, 2021
Becoz they ruled for 66yrs. It is enough to build a strong ecosystem.
— अश्वत्थामा 🇮🇳 (@Ashvathama__) May 21, 2021
Many old officers who worked under congress are still working & have connections with party.
शहजाद पूनावाला कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। शहजाद पूनावाला कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा के बहनोई तहसीन पूनावाला के भाई हैं। साल 2017 में तत्कालीन कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला से ये कहकर तहलका मजा दिया था कि पार्टी में इलेक्शन नहीं सिलेक्शन होता है। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस में निष्पक्ष चुनाव होता है तो वह भी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद शहजाद और तहसीन के संबंधों में दरार आ गई।
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