कोरोना के सिंगापुर स्ट्रेन का झूठा डर दिखा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कराई जग हँसाई

फ्री का पानी और बिजली लेने के लालच में दिल्ली वालों देखो कि तुमने किस झूठे और डर फ़ैलाने वाले अरविन्द केजरीवाल को अपना मुख्यमंत्री बनाया है, जो भारत ही नहीं विदेशों में भी भारत को कलंकित करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। 

मोदी सरकार से मिले ऑक्सीजन प्लांट के लिए मिले धन को विज्ञापनों पर खर्च कर अपना प्रचार करने में बर्बाद कर दिए। दिल्ली की भयानक स्थिति को समाचारों में न दिखाए जाने के लिए मीडिया का विज्ञापनों से मुंह बंद कर दिया, ऑक्सीजन कमी से जनता को भ्रमित कर कितनों को अकाल मृत्यु का ग्रास बनवा दिया, लेकिन जैसे ही सरकार ने ऑक्सीजन ऑडिट की बात कही, 900+ रोज की मांग करने वाली सरकार एकदम 500+ पर आ गयी और किसी मीडिया ने दिल्ली सरकार से लेकर ऑक्सीजन का रोने वाले किसी हॉस्पिटल तक से यह प्रश्न नहीं किया कि आखिर अचानक ऑक्सीजन की पूर्ति कैसे हो गयी?

  
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावे को सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया था कि सिंगापुर में कोरोना संक्रमण नया रूप आया है जो बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। साथ ही इसके भारत में तीसरी लहर के तौर पर आने की आशंका जताई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि सिंगापुर वैरिएंट जैसा कुछ नहीं है।

भारतीय मीडिया में सिंगापुर स्ट्रेन को लेकर खबरें केजरीवाल के बयान के बाद से आनी शुरू हुईं। केजरीवाल ने मंगलवार (18 मई 2021) को कहा, “सिंगापुर में पाया गया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है। केंद्र सरकार से मेरी अपील है कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएँ तत्काल प्रभाव से रद्द हों और बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।”

इसी बयान के बाद 18 मई को तमाम खबरें मीडिया में प्रकाशित हुईं, जिसमें सीएम के हवाले से बताया गया कि सिंगापुर में पाया जाने वाला कोरोना वायरस वैरिएंट बहुत खतरनाक है। सिंगापुर स्वास्थ्य मंत्रालय ने हिंदुस्तान टाइम्स और एनडीटीवी में प्रकाशित खबरों का उल्लेख अपने बयान में किया है

बाद में केजरीवाल के ट्वीट पर सिंगापुर के राजदूत की प्रतिक्रिया आई। उन्होंने स्वास्थ मंत्रालय की रिपोर्ट शेयर करके लिखा, “इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि सिंगापुर में एक नया COVID स्ट्रेन है। Phylogenetic टेस्टिंग से पता चला है कि सिंगापुर में हाल के हफ्तों में B.1.617.2 वैरिएंट ही बच्चों समेत कई कोविड मामलों में पाया जा रहा है।” केंद्रीय विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी केजरीवाल के दावों पर सवाल उठाते हुए बताया कि मार्च 2020 से ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद हैं।

सिंगापुर के बयान के बाद तमाम लोगों की प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर देखने को मिली। प्रिशा नाम की यूजर ने सिंगापुर को सॉरी कहते हुए लिखा, “ये हमारा दुर्भाग्य है कि दिल्ली के लोगों ने ऐसे ब्लफमास्टर को फ्री पानी और आधी बिजली के लिए चुना। इसने पिछले 7 साल में कोई अस्पताल नहीं बनवाए और इसका मोहल्ला क्लिनिक सिर्फ प्रोपगेंडा हैबिलकुल इसकी तरह। इसलिए माफ करिए। कृपया इसकी भाँति अन्य भारतीयों को न समझें।”

भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इस पर प्रतिक्रिया दी और सिंगापुर राजदूत को कहा, “सर, आपको प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। ये एक गिरा हुआ मंत्री है।”

हेनाली भवसर ने कहा, “अरविंद केजरीवाल कुछ शर्म कर लो। हमारे सिंगापुर के साथ अच्छे संबंध हैं उन्हें मत बर्बाद करो। भारत में सिंगापुर के राजदूत इसे गंभीरता से न लें। इनकी आदत है झूठ और नफरत फैलाने की। हम इनकी ओर से माफी चाहते हैं।”

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