इजरायली रॉकेट से मरीं केरल की सौम्या? NDTV फिर खेला शब्दों से
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष में अब तक 100+ लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें भारत के केरल की सौम्या संतोष भी हैं। आज इनका पार्थिव शरीर इजरायल से भारत लाया गया।
केरल की सौम्या संतोष इजरायल में थीं, जब उनकी मौत हुई। वह अपने पति से बात कर रही थीं और तभी फिलिस्तीनी रॉकेट उनके पास आकर गिरा। इससे उनकी और जिनके यहाँ वो काम कर रही थीं, दोनों की मौत हो गई।
Mortal remains of Kerala woman who died in Palestinian rocket strike earlier this week arrive at Delhi airport. Union Minister V Muraleedharan and Rony Yedidia Clein, Israel's Deputy Envoy pay floral tribute pic.twitter.com/5Jd5Atty6r
— ANI (@ANI) May 15, 2021
ऊपर एक खबर है, जिससे छेड़छाड़ नहीं की गई है। जो आधिकारिक सूचना है, उसके आधार पर खबर बनाई गई और पाठकों तक पहुँचाई गई – इसे पत्रकारिता कहते हैं। लगभग सभी मीडिया हाउस ने इसे ऐसे ही कवर भी किया। लेकिन तुष्टिकरण के मकरजाल में फंसा NDTV फिलिस्तीनी रॉकेट की बजाए इजराइल रॉकेट से हुई मौत क्यों बता रहा है? क्या NDTV को देश की पुत्री से प्रेम नहीं? ऐसी पत्रकारिता किस काम की जो सच्चाई को छुपाकर गलत समाचार को प्रसारित करे?
विभिन्न मीडिया में छपी खबरकेरल की सौम्या और NDTV की पत्रकारिता
सौम्या की मौत फिलिस्तीनी रॉकेट से हुई। फिलिस्तीनी रॉकेट मतलब हमास… हमास मतलब कट्टरपंथी इस्लामी आतंकी। यहीं पर लोच है। सीधे-सीधे रिपोर्टिंग से NDTV का वामपंथी मामला गड़बड़ा जाता। इसलिए शब्दों के साथ खेला गया। कैसे? पहले ये फोटो देखिए। शीर्षक को 10 बार पढ़िए। समझ गए हों तो भी पढ़िए कि आखिर ऐसा क्यों लिखा गया।
इजरायल रॉकेट स्ट्राइक में मारी गईं केरल की महिला का शव भारत लाया गया – NDTV की पत्रकारिता
NDTV का यह शीर्षक इंग्लिश में है। इसलिए तुलना के लिए इसके ऊपर जो फोटो लगाई गई है, वो भी हिंदी रिपोर्टों की नहीं बल्कि इंग्लिश मीडिया संस्थानों की ही है। शायद NDTV से कमजोर इंग्लिश होगी उनकी… क्योंकि उनमें से किसी ने भी नहीं लिखा – “killed in Israel Rocket Strike”
अब इसी NDTV के इसी खबर की वीडियो सुन लेते हैं। पत्रकारिता के दोहरे मापदंड में गोल्ड मेडल कैसे जीता जा सकता है, यह तुरंत समझ जाएँगे।
सिर्फ 19 सेकंड का वीडियो है। फिर भी पुरा सुनने का मन नहीं है तो 4 से 7 सेकंड तक सुन जाइए।
Will rephrase the sentence but still can't write "Hamas rocket"!!
— Anirudh Singh Rathore (@Anirudh_SR) May 15, 2021
Kab sudhroge re @NDTV walo?? pic.twitter.com/mHXbJBjlHM
Meanwhile left liberal jamatis favourite propaganda machinery continuously working under their expertise. pic.twitter.com/ebUYyXhywc
— ANKIT (@republican_kit) May 15, 2021
एंकर कहती हैं – “the woman from kerala who died in the palestinian rocket strike” – मतलब केरल की वो महिला, जो फिलिस्तीनी रॉकेट अटैक में मारी गईं।It's written over their name of the person present was Rony Yedidia Clein ,Israel's Deputy Envoy. Par tujhe kya.😐
— Chats (@Chats79653196) May 15, 2021
ऊपर का ट्वीट डिलीट कर दिया NDTV ने, वीडियो के कारण नहीं, शीर्षक के कारण। उनकी इसी अदा-ए-पत्रकार के कारण हमने स्क्रीनशॉट रख लिया था। अब उसी वीडियो के साथ शीर्षक बदल कर फिर से ट्वीट किया है – वही 19 सेकंड का वीडियो – 4 से 7 सेकंड तक सुन जाइए।
वीडियो में एंकर सच बोल गईं… तो क्या हुआ? NDTV चुप बैठ जाएगा? नहीं। वो शीर्षक में शब्दों से खेलेगा। वो इजरायल (मतलब फिलिस्तीन का दुश्मन, मतलब मुस्लिमों का दुश्मन, मतलब वामपंथियों का दुश्मन… इनका नैरेटिव यही है, भले ऐसा कुछ हो या न हो) का खौफनाक रूप ही जनता को परोसेगा। भले पत्रकारिता जाए तेल लेने।
अवलोकन करें:-
There is no state called Kerela. We haven't come across the said tweet of the CM of Kerela.
— SicMundusCreatusEsT (@mdevnath) May 15, 2021
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