‘लगातार बम बरसाए, एकदम निर्ममता से… हमारा (हमास) एक भी लड़ाका नहीं था’: 10000+ फिलिस्तीनी घर छोड़ कर भागे

    इजराइल के जबावी हमले के बाद 10000+ फिलिस्तीनी घर छोड़कर भागे (photo: Hassan Jedi - Anadolu                                                                                                                                  Agency)

इजरायल और फिलिस्तीनी आंतकियों के बीच खूनी संघर्ष और तेज हो गया है। हमास की तरफ से जारी हमलों के बीच इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 15 मई 2021 तक कम से कम 137 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 920 घायल हुए हैं। हमास ने आज सुबह इजरायल के अशदोद शहर पर कई सारे रॉकेट दागे। वहीं, अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलिस्तीन में मरने वालों का आँकड़ा बढ़ सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल के हमले से बचने के लिए हजारों फिलिस्तीनी परिवारों ने उत्तरी गाजा में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूलों में शरण ली है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि उसका अनुमान है कि इजरायल के हमले के बीच लगभग 10,000 फिलिस्तीनी गाजा में अपना घर छोड़कर भाग गए हैं, क्योंकि एन्क्लेव पर इजरायल के हमलों से मरने वालों की संख्या 137 तक पहुँच गई है।

अलजजीरा को बताते हुए अबेद्राबू अल-अत्र ने इजरायली सैनिकों द्वारा गाजा के बंकरों को बर्बाद करने का खौफनाक मंजर बयां किया। उन्होंने बताया, “हमें लगा, हम सारे लोग मर जाएँगे। इजरायल ने सब कुछ पर बम बरसाए… वो भी लगातार। हमास का एक भी लड़ाका पूरे एरिया में कहीं नहीं था। मैंने एक से ज्यादा लड़ाइयाँ देखी हैं, लेकिन यह एकदम निर्मम है।” हालाँकि इजरायली सेना के एक प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने इसे खारिज कर दिया और कहा हमला सिर्फ बंकरों को तबाह करने के लिए था, किसी आम नागरिक को मारने के लिए नहीं।

देश में शांति बहाल करने के लिए इस लड़ाई को कुछ समय जारी रखेंगे --बेंजामिन नेतन्याहू 

इस खूनी संघर्ष को खत्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित कई अंतरराष्ट्रीय कॉल के बावजूद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमास के हमलों का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अपने देश में शांति बहाल करने के लिए वह इस लड़ाई को कुछ समय तक जारी रखेंगे।

इजरायल में हमास द्वारा किए हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए हैं। इजरायली सेना का कहना है कि इजराइल से गाजा के कई स्थानों पर सैकड़ों रॉकेट दागे गए हैं। इजरायल की सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस का कहना है कि हमले का उद्देश्य गाजा में एक “अंडरग्राउंड टनल सिस्टम” को नष्ट करना था।

इससे पहले लेफ्टिनेंट कर्नल ने गाजा में जमीनी हमलों की पुष्टि की, लेकिन अभी तक गाजा पट्टी में प्रवेश करने की खबरों को नकार दिया। इजरायल के दक्षिणी हिस्से में फिलिस्तीनी आतंकियों और हमास ने 1,600 से ज्यादा रॉकेट छोड़े हैं।

फिलिस्तीनी आतंकी गुट हमास ने शनिवार सुबह गाजा में अल-शती रिफ्यूजी कैंप में इजरायली सेना द्वारा किए गए हवाई हमले की निंदा की, जिसमें कम से कम आठ लोग मारे गए और 15 अन्य घायल हो गए।

हमास के प्रवक्ता हाज़ेम कासिम ने अपने बयान में कहा कि यह हमला एक पूर्ण युद्ध अपराध है, जो इजरायल द्वारा फिलिस्तीनियों के खिलाफ किया गया। उसने कहा कि यह अपराध गाजा, वेस्ट बैंक और यरुशलम में प्रतिरोध का सामना कर रहे इजरायल की कब्जे की मंशा को दर्शाता है।

द येरुशलम पोस्ट के अनुसार इजरायल ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के ‘मेट्रो’ को निशाना बनाया। कई किलोमीटर में फैले इस टनल को तबाह कर उसे भारी नुकसान पहुँचाया है। हमास सुरंगों के इस नेटवर्क का उपयोग गाजा पट्टी में आवागमन के दौरान इजरायल वायुसेना के हमले से बचने और हथियारों को सुरक्षित रखने के लिए करता रहा है।

हमास की ‘मेट्रो’ कही जाने वाली ये सुरंगें 2014 में इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्ष के बाद बनाई गई थीं। गाजा पट्टी में कई किलोमीटर तक फैली इन सुरंगों को बनाने का उद्देश्य था इजरायल के विमानों को चकमा देना और हथियारों को सुरक्षित रखना था।

हाल ही में इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि इजरायल की वायुसेना इजराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए हमास पर लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन जमीनी कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी गुरुवार को कहा कि हमास के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई चलती रहेगी और आगे आने वाले समय यह और भी कड़ी होगी।(एजेंसीज)

No comments: