क्यों ट्रेंड कर रहा है #ShameOnIMAPresidentJayalal?

बाबा रामदेव के साथ विवाद ने इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) को सुर्खियों में ला दिया है। इस विवाद के बीच ही लोगों को पता चला कि इस संसंस्था की आड़ में इसके प्रमुख डॉक्टर जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल अस्पतालों को ईसाई धर्मांतरण का केंद्र बनाना चाहते हैं। IMA के अध्यक्ष डॉक्टर जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल कट्टर ईसाई हैं और मोदी सरकार और हिन्दू राष्ट्रवाद के प्रति अपनी दुर्भाव रखते हैं। वे अपने पद का इस्तेमाल ईसाई मिशनरी गतिविधियों के लिए भी करना चाहते हैं। डॉ जयलाल के मंसूबों का पता चलते हीं लोगों ने सोशल मीडिया पर Indian Medical Association के बारे में चर्चा शुरू कर दी।
IMA ने क्यों हॉस्पिटलों द्वारा लाखों के बिल वसूलने पर क्यों शांत है? जबकि कई महँगी दवाइयां मरीज के परिवारजनों से मंगवाई जाती है। कभी प्लाज्मा का इंतजाम करने की लिए बोला जाता है। 
कोरोना महामारी के संकट के दौरान जब से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आयुर्वेद, योग, भारतीय संस्कृति और परंपरा पर हमला करना शुरू किया है, तभी से ऐलोपीथी डॉक्टरों का यह संगठन आम जनता के निशाने पर आ गया है। जाहिर है कि IMA कोई सरकारी या सरकार पोषित संस्था नहीं है, फिर भी इसका रवैया ऐसा है कि जैसे यह देश में मेडिकल नियामक संस्था हो। आईएमए के इसी रवैये से खफा लोग सोशल मीडिया पर इस संस्था की पोल खोलने में लगे हैं। ट्वीटर पर #IMA_exposed टॉप ट्रेंड कर रहा है और देशवासी ट्वीट कर के बता रहे हैं कि यह स्वयंभू संस्था किस प्रकार बल्ब से लेकर आरओ तक, साबुन से लेकर जूस सभी वस्तुओं को अपना सर्टिफिकेट देती है और करोड़ों की कमाई करती है। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में लोग क्रिश्चिएनिटी को बढ़ावा देने के लिए आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जयलाल की भी लताड़ लगा रहे हैं। ट्विटर पर #ShameOnIMAPresidentJayalal टॉप ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स सोशल मीडिया पर देश के हेल्थ प्रोफेशनल्स के सबसे बड़े परिषद ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA)’ के अध्यक्ष डॉक्टर जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल को ट्रोल कर रहे हैं। 
डॉक्टर जयलाल कट्टर ईसाई हैं और मोदी सरकार और हिन्दू राष्ट्रवाद के प्रति अपनी खुन्नस जाहिर करते रहते हैं। वे चाहते हैं कि अस्पतालों का इस्तेमाल भी ईसाई धर्मांतरण के लिए हो। 

डॉक्टर जयलाल ने हाल ही में ‘Haggai इंटरनेशनल’ पर एक इंटरव्यू में उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रवादी सरकार आधुनिक दवाओं को पश्चिमी बता कर उन्हें नष्ट करना चाहती है। वे अपने पद का इस्तेमाल ईसाई मिशनरी गतिविधियों के लिए भी करना चाहते हैं।

इसके साथ ही उन्होंने 30 मार्च, 2021 को कट्टर ईसाई पत्रिका Christianity Today को एक इटरव्यू दिया। यह पत्रिका भारत में ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार पर नजर रखती है। एक भारतीय ईसाई डॉक्टर, जो कोविड 19 में आशा की लहर देख रहा है (An Indian Christian Doctor Sees COVID-19’s Silver Linings) शीर्षक से प्रकाशित इस इंटरव्यू में जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल किस प्रकार आधुनिक चिकित्सा का प्रयोग ईसाइयत को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं, यह इस प्रकाश डालता है और किस प्रकार वह हिन्दुओं के प्रति अपनी घृणा के लिए आधुनिक चिकित्सा को ढाल बना रहे हैं। इसमें यह भी लिखा गया है कि कैसे महामारी ने चर्च को एक्शन में ला दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस महामारी ने सांसदों एवं विधायकों को भी नहीं छोड़ा है इसलिए लोगों को यह यकीन हुआ कि केवल “ग्रेस ऑफ गॉड ऑलमाइटी” ही उन्हें बचा सकता है।

इस इंटरव्यू के बाद जब लोगों को जयलाल के इरादे के बारे में पता चला तो उन्होंने सोशल मीडिया पर आईएमए अध्यक्ष को ट्रोल करना शुरू कर दिया। यूजर्स ट्विटर पर #ShameOnIMAPresidentJayalal टॉप ट्रेंड करा रहे हैं।

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