पुलिसकर्मियों को धमकाते पूर्व विधायक व सपा नेता विजयपाल
उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में पत्नी के फरीदपुर ब्लॉक प्रमुख का चुनाव हारने के बाद पुलिस से हुई बहस में पूर्व विधायक एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता विजयपाल सिंह ने अधिकारियों को धमकाते हुए पेशाब पिलाने की बात कही है। पूर्व विधायक ने पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर वे अधिकारियों को पेशाब पिलाएँगे। विजयपाल सिंह की धमकी का वीडियो वायरल हो गया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश भाजपा नेता शलभमणि त्रिपाठी ने विजयपाल सिंह का वीडियो शेयर करते हुए कुछ ऐसा ही लिखा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, “समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विजय सिंह हैं, कह रहे हैं कि अपनी सरकार में बात न मानने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों और सियासी विरोधियों को पेशाब पिलवाते थे, भाजपा सरकार में नहीं पिला पा रहे हैं तो बहुत गुस्से में हैं।”
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विजय सिंह हैं, कह रहे हैं कि अपनी सरकार में बात न मानने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों और सियासी विरोधियों को पेशाब पिलवाते थे, भाजपा सरकार में नहीं पिला पा रहे हैं तो बहुत गुस्से में हैं। pic.twitter.com/L7qvNO9KYT
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) July 11, 2021
सत्ता में आने पर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और राजनीतिक विरोधियों को पेशाब पिलवाने की इच्छा पालने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विजय पाल को जेल का पानी पिलवाने के लिए मामला दर्ज कर लिया गया है, पूर्व विधायक फिलहाल विलुप्त हो गए हैं। pic.twitter.com/4xS8t7unmh
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) July 11, 2021
कौन कहता है मंदिरों में जाति पूछी जाती है.?
— Dinesh Desai (@idineshdesai) July 10, 2021
जाति मंदिरों में नहीं पूछी जाती है। जाति संविधान में पूछी जाती है, सरकारी नौकरियों में पूछी जाती है। राशन कार्ड, स्कालरशिप -और हर संस्थानो में पूछी जाती है।”
फिर कौन हैं जो मंदिरो पर आरोप लगाते हैं.?
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने धमकी भरे इस वीडियो का संज्ञान लिया है और फरीदपुर थाने में तैनात दारोगा राजकुमार की तहरीर पर पूर्व विधायक विजयपाल सिंह और उनके 30 अज्ञात साथियों पर गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने वीडियो में दिखाई दे रहे सपा कार्यकर्ताओं की पहचान करना शुरू कर दिया है।
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने सत्ता में आने पर पुलिस को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। इस प्रकरण में दरोगा की तहरीर पर थाना फरीदपुर में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
वर्ष 2012 में विजयपाल सिंह फरीदपुर विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक निर्वाचित हुए थे। अब वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
दरअसल, ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में पूर्व विधायक विजयपाल सिंह की पत्नी सुनीता सिंह को फरीदपुर के वर्तमान विधायक श्याम बिहारी लाल की भाभी और भाजपा उम्मीदवार सोनम ने 21 मतों से हरा दिया है। हार के बाद विजयपाल सिंह अपनी पत्नी को लेने के लिए ब्लॉक जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें और उनके समर्थकों की कार रोक लिया। इस पर विजयपाल सिंह नाराज हो गए और पुलिस से बहस करने लगे। उन्होंने सरकार आने पर देख लेने की धमकी दी।
जुलाई 10 को हुए ब्लॉक प्रमुख चुनावों में पूर्व विधायक की पत्नी और वर्तमान विधायक की भाभी सामने सामने थीं। इसलिए दोनों के बीच जारी तानातनी को देखते हुए पुलिस ने विधि-व्यवस्था को कायम रखने के लिए तमाम उपाय किये थे। पुलिस ने ब्लॉक ऑफिस की ओर जाने वाले तमाम रास्तों पर बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया था। ब्लॉक ऑफिस की ओर सिर्फ मतदाता और उनके सहायक ही जा सकते थे।
चुनाव परिणाम घोषित होने और पत्नी के हार जाने के बाद पूर्व विधायक विजयपाल सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं को लेकर पत्नी सुनीता सिंह को लेने के लिए मतदान केंद्र जा रहे थे। उसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उनकी कार को रोक लिया, इसके बाद सपा के कार्यकर्ता मौके पर इकट्ठा होकर हंगामा करने लगे। सपा कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी को कार से लाने की जिद शुरू करने लगे। हालाँकि, सुनीता सिंह पैदल चली आईं, उसे देखकर सपा कार्यकर्ता भड़क गए।
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