छत्तीसगढ़ के रायगढ़ नगर निगम में 10 जनवरी 2022 को महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष बरखा सिंह ने अभद्रता करते हुए सभापति के चैंबर में बैठी कांग्रेस की महिला पार्षद संजना शर्मा के साथ हाथापाई की। इस दौरान सभापति जयंत ठेठवार ने बीच-बचाव करते हुए अन्य पार्षदों के साथ मिलकर उन्हें बाहर लेकर गए। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में कांग्रेस नेता महिला पार्षद के साथ जमकर गाली-गलौच और हाथापाई करती हुई नजर आ रही हैं।
कॉन्ग्रेस नेता ने महिला पार्षद को गालियाँ दीं और हाथापाई की
🅾️ *अभद्रता की सारी सीमा पार.. शर्मसार हुए निगम में आम जन और नेता.. देखें वीडियो*
— Anil Rateria (@AnilRateria) January 10, 2022
🅾️ *रायगढ़ महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बरखा सिंह और महिला पार्षद संजना के बीच सभापति कक्ष में हुआ जमकर विवाद*https://t.co/Smm0iZcRcy
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नगर निगम का दस्ता महिला पार्षद संजना शर्मा के वार्ड में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुँचा था। पार्षद ने इसका विरोध किया और कहा कि निगम को पहले नोटिस देना चाहिए था। उन्होंने कहा था कि अगर निगम तोड़ने का काम कर रहा है तो सभी पर कार्रवाई करे। उन्होंने नगर निगम पहुँचकर सभापति को इस मामले से अवगत कराया। उसी बीच बरखा सिंह गुस्से में सभापति के चैंबर में पहुँची और पार्षद संजना शर्मा से गाली-गलौज शुरू करना शुरू कर दिया। यही नहीं, उन्होंने पार्षद के साथ हाथापाई भी की।
इस पर बरखा सिंह का कहना है कि पार्षद संजना शर्मा ने उनके नाम की शिकायत की थी, लेकिन जहाँ निगम की टीम तोड़फोड़ के लिए गई थी वहाँ उनका कोई घर नहीं बन रहा, फिर भी संजना शर्मा ने उनका घर तोड़ने के लिए शिकायत की थी। दोनों के बीच विरोध को लेकर बरखा सिंह ने कहा, “मैं पार्षद की दावेदारी थी, लेकिन पार्षद का टिकट उनको मिला और संगठन ने मुझे जिलाध्यक्ष बनाया। शायद इसीलिए उनके मन कुछ मनमुटाव है। मेरे मन में नहीं है, लेकिन उनके मन में है।”
वहीं, पार्षद संजना शर्मा का कहना है कि जहाँ अतिक्रमण तोड़ा जा रहा था उसके आगे बरखा सिंह का मकान भी बन रहा है, लेकिन उसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा था। इसके बावजूद वह चैंबर में घुसकर गाली-गलौज करने लगीं। निगम के सभापति ठेठवार ने बताया कि निगम की टीम पार्षद संजना शर्मा के वार्ड में गई थी और उन्होंने एकरूपता के कार्य करने के लिए कहा था।
दरअसल, बरखा सिंह को महिला कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनाए जाने के कई लोगों ने इसका विरोध किया था, जिनमें संजना शर्मा भी शामिल थीं। उस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी कर बरखा सिंह को संगठन में जिम्मेदारी देने का आरोप लगा था।
इस घटना के बाद से सभापति सहित कई पार्षद कांग्रेस जिलाध्यक्ष के विरोध में आ गए हैं। कांग्रेस के 22 पार्षदों ने सभापति से कहा है कि अगर बरखा के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे सभी अपना इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद देर शाम सभी पार्षदों ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला को लिखित शिकायत कर महिला जिलाध्यक्ष पर कार्रवाई करने और उन्हें बर्खास्त करने की माँग की।
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