I have tested positive for Covid. Mild symptoms. Have isolated myself at home. Those who came in touch wid me in last few days, kindly isolate urself and get urself tested
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 4, 2022
Why not question him for his Covid irresponsible behaviour.
— Dr Shobha (@DrShobha) January 4, 2022
Punjab Lucknow pic.twitter.com/gxqKVUSQEf
— Trupti Garg (@garg_trupti) January 4, 2022
चिंता की बात यह है कि केजरीवाल संक्रमित पाए जाने से पहले हाल के दिनों में पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करते नजर आए हैं। इस दौरान वे हजारों की भीड़ से घिरे थे और न तो उन्होंने मास्क पहन रखा था और न ही उनके आसपास नजर आने वाले लोगों ने। अमृतसर में उन्होंने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी उस दौरान भी उनके आसपास काफी लोग मौजूद थे।
your result has come positive means u were tested yesterday or before because u has symptoms and yet you attended a rally yesterday in Uttarakhand putting life of thiusands in risk. You should be booked.@uttarakhandcops
— Facts (@BefittingFacts) January 4, 2022
Wish you had listened to you. pic.twitter.com/fiHCS4u24J
— Unapologetic Indian.🇮🇳 (@anil_alchemist) January 4, 2022
यदि उनकी रैली के कार्यक्रम के केवल एक सप्ताह को ध्यान में रखा जाए तो, वह चंडीगढ़ में विजय यात्रा का हिस्सा रहे हैं, पटियाला में शांति रैली में, अमृतसर के एक मंदिर में गए थे और 27 दिसंबर से लखनऊ और देहरादून में रैलियाँ की थीं। ऐसे में अपनी यात्रा और रैलियों के दौरान, आप सुप्रीमो केजरीवाल न जानें कितने ही लोगों के संपर्क में आए हों, जिनके अब संक्रमित होने का खतरा है।
पिछले दिनों में कहाँ-कहाँ गए अरविंद केजरीवाल
- तीन जनवरी को देहरादून में जनसभा की
- दो जनवरी को लखनऊ में जनसभा की
- एक जनवरी को अमृतसर, राम तीर्थ मंदिर पहुँचे
- 31 दिसंबर को पंजाब के पटियाला में शांति मार्च में शामिल हुए
- 30 दिसंबर को चंडीगढ़ में विजय यात्रा का हिस्सा थे
- 28 दिसंबर को दिल्ली में कोरोना पर प्रेस कॉन्फ्रेंस
जबकि वह COVID पॉजिटिव पाए जाने से ठीक पहले भी एक रैली में थे, जिसे देखकर लगता है कि केजरीवाल ने जानबूझकर हजारों लोगों की जान जोखिम में डाल रहे थे।
No mask, no social distancing... One can imagine in this rally how many others were infected in this rally by him.. And how many who gets infection will infect others....🙄pic.twitter.com/qr48I0XNHD
— Ponnappa Pran (@ponnappa_pran) January 4, 2022
One can only imagine the number of people who came in his contact during these crowded roadshows and rallies ! pic.twitter.com/hg60S00jyf
— Hardik (@Humor_Silly) January 4, 2022
ट्विटर यूजर ‘@BeffitingFacts’ ने ट्विटर पर यह सवाल उठाया कि अगर CM केजरीवाल यह घोषणा कर रहे हैं कि आज उसका COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है, तो संभवत: कम से कम एक दिन पहले, 3 जनवरी को उनका परीक्षण किया गया होगा क्योंकि उसके कुछ लक्षण दिखे होंगे। फिर भी उन्होंने लापरवाही बरतते हुए 3 जनवरी 2022 को उत्तराखंड में एक रैली में भाग लिया। जिसकी तस्वीरें और वीडियो आप के कई नेताओं और आप के आधिकारिक हैंडल द्वारा भी शेयर किए गए थे।
आप उत्तराखंड ने भी ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें दिखाया गया था कि रैली में हजारों लोग शामिल हुए। ऐसे में केजरीवाल हजारों लोगों से मिलते हैं, यहाँ तक कि बंद कमरों में बिना मास्क पहने बैठकें करते हैं।
जबकि यही केजरीवाल 2 जनवरी को दिल्ली के लोगों को को चेताते हुए अपने एक भाषण में लोगों से मास्क पहनने और बढ़ते हुए ओमिक्रोन मामलों की वजह से सुरक्षित रहने का आग्रह किया था।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ़्रेंस | LIVE https://t.co/qliIQHzdx0
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 2, 2022
Shanti March 😂. Now everybody’s shanti is lost after he tested positive!
— 🇮🇳 Karthik Rajashekaran (@iKarRaj) January 4, 2022
results are coming 😂
— Simran Kaur (@simranjeet_123) January 4, 2022
ऐसे में सवाल कई हैं। क्या केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक लिप्सा के लिए हजारों लोगों को खतरे में डाल दिया। क्योंकि जब 4 जनवरी को उनका टेस्ट कोविड पॉजिटिव आता है तो जाहिर सी बात है कि इसके पहले कुछ लक्षण साफ़ नजर आए होंगे जिससे उनका टेस्ट किया गया होगा। या वे किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जिसकी पुष्टि COVID पॉजिटिव थी। ऐसे में उन्हें खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए था। और कम से कम हजारों लोगों के साथ रैलियाँ करके उनके लिए मुसीबत नहीं खड़ी करनी चाहिए थी।
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